मोहित शर्मा ज़हन 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मोहित शर्मा ज़हन 18 Jul 2022 · 16 min read महाराणा प्रताप और बादशाह अकबर की मुलाकात ध्यान दें - ये उस कालखंड और तब हुई घटनाओं के अनुसार लिखी एक काल्पनिक कहानी (Historical Fiction) है। पराक्रम से गूंजा ये गगन, थर-थर कांपे जिससे दुश्मन, सिंह के... Hindi · कहानी 1 1k Share मोहित शर्मा ज़हन 5 Feb 2020 · 4 min read तंज़ घरेलू बिजली उपकरण बनाने वाली कंपनी के बिक्री विभाग में लगे नदीम का समय अक्सर सफर में बीतता था। ट्रेन में समय काटने के लिए वह अक्सर आस-पास यात्रियों से... Hindi · कहानी 1 1 663 Share मोहित शर्मा ज़हन 12 Dec 2017 · 2 min read कला में संतुलन की कला “लाइफ इज़ नॉट फेयर”, ये प्रचलित कहावत है। मैंने पहले कई बार कलाकारों की दयनीय स्थिति पर बात रखी है। आज एक अलग सिरे से विचार रख रहा हूँ। कलाकार... Hindi · लेख 712 Share मोहित शर्मा ज़हन 6 Dec 2017 · 3 min read किसका भारत महान? पैंतालीस वर्षों से दुनियाभर में समाजसेवा और निष्पक्ष खोजी पत्रकारिता कर रहे कनाडा के चार्ली हैस को नोबेल शांति पुरस्कार मिलने की घोषणा हुई। नोबेल संस्था की आधिकारिक घोषणा के... Hindi · कहानी 616 Share मोहित शर्मा ज़हन 25 Jun 2018 · 3 min read रिक्शेवाली चाची “डॉक्टर ने तेरी चाची के लिए क्या बताया है?” मनोरमा ने अपनी देवरानी सुभद्रा के बारे में अपनी 17 वर्षीय बेटी दिव्या से पूछा। “मेजर डिप्रेशन बताया है।” मनोरमा ने... Hindi · कहानी 1 564 Share मोहित शर्मा ज़हन 30 Dec 2019 · 3 min read भूत बाधा हवन बनाम एक्सोरसिस्म पुणे से कुछ दूर एक वीरान सी बस्ती में लगभग आधा दर्जन परिवार रहते थे। वहां दो पड़ोस के पुराने घरों में कई सालों से दो भूत रहते थे। एक... Hindi · कहानी 503 Share मोहित शर्मा ज़हन 22 Dec 2017 · 3 min read काल्पनिक निष्पक्षता "जगह देख कर ठहाका लगाया करो, वर्णित! तुम्हारे चक्कर में मेरी भी हँसी छूट जाती है। आज उस इंटरव्यू में कितनी मुश्किल से संभाला मैंने...हा हा हा।" मशहूर टीवी चैनल... Hindi · कहानी 532 Share मोहित शर्मा ज़हन 26 Apr 2021 · 5 min read गुम चोट शारदा ने अंग्रेजी फ़िल्मों में देखा था कि इस तरह मनोचिकित्सक या मनोविज्ञानी की देखरेख में कई लोग समूह में बैठते हैं। अपने जैसे अनजान लोगों के बीच बैठकर लोग... Hindi · कहानी 3 483 Share मोहित शर्मा ज़हन 14 Jul 2019 · 1 min read शहर के पेड़ से उदास लगते हो… दबी जुबां में सही अपनी बात कहो, सहते तो सब हैं… …इसमें क्या नई बात भला! जो दिन निकला है…हमेशा है ढला! बड़ा बोझ सीने के पास रखते हो, शहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 452 Share मोहित शर्मा ज़हन 20 Jun 2019 · 2 min read जब क्रिकेट से मिलने बाकी खेल आए... एक दिन सब खेल क्रिकेट से मिलने आए, मानो जैसे दशकों का गुस्सा समेट कर लाए। क्रिकेट ने मुस्कुराकर सबको बिठाया, भूखे खेलों को पाँच सितारा खाना खिलाया। बड़ी दुविधा... Hindi · मुक्तक 1 457 Share मोहित शर्मा ज़हन 28 Mar 2019 · 3 min read संतुलन आज सरयू जंगल का माहौल ग़मगीन था। जंगल के राजा बब्बर शेर सूमो का बेटा, जंगल का राजकुमार डिमो गंभीर रूप से घायल था। उसके माथे, छाती और पैरों पर... Hindi · लघु कथा 472 Share मोहित शर्मा ज़हन 5 Aug 2018 · 1 min read दांव रोटी के रेशों में चेहरा दिखेगा, उजली सहर में रंग गहरा दिखेगा। सच्चे किस्सों पर झूठा मोल मिलेगा, बीते दिनों का रास्ता गोल मिलेगा। किसको मनाने के ख्वाब लेकर आये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 494 Share मोहित शर्मा ज़हन 31 May 2018 · 1 min read क्यों कहते हैं? चाय की दुकान पर नये-पुराने ग्राहकों के बीच एक ऐसा ग्राहक कुक्कू जिसे दोबारा कभी उस जगह नहीं आना था। कुक्कू के साथ उसकी रूसी गर्लफ्रेंड डेना भी थी। कुक्कू... Hindi · लघु कथा 484 Share मोहित शर्मा ज़हन 28 Feb 2021 · 2 min read पीएचडी वाले डॉक्टर वर्ष 1998 वैसे तो संदीप जी की किराना दुकान थी, पर वे दुकान के बाहर भी बड़े जुगाड़ू इंसान थे। खुद का पढ़ने में मन कभी लगा नहीं, इसलिए 10वीं... Hindi · लघु कथा 1 445 Share मोहित शर्मा ज़हन 12 Apr 2018 · 3 min read उल्लास की आवाज़ जीव विज्ञानी डॉक्टर कोटल और उनके नेतृत्व में कुछ अनुसंधानकर्ताओं का दल प्रशांत महासागर स्थित एक दुर्गम द्वीपसमूह पर कई महीनों से टिका हुआ था। उनका उद्देश्य वहाँ रहने वाले... Hindi · कहानी 479 Share मोहित शर्मा ज़हन 8 Dec 2017 · 2 min read हम सब (आंशिक) पागल हैं! मानसिक रूप से अस्थिर या गंभीर अवसाद में सामान्य से उल्टा व्यवहार करने वाले लोगों को पागल की श्रेणी में रखा जाता है। समाज के मानक अनुसार सामान्यता का प्रमाणपत्र... Hindi · लेख 422 Share मोहित शर्मा ज़हन 26 May 2018 · 4 min read सच्चा सैल्यूट सर्दी का एक शांत दिन। इस मौसम में तापमान और अपराध काफी कम हो गये थे। वार्सा जंगली देहात में नियुक्त हुए नये थानेदार बिमलेश शर्मा ने फाइलों में गुम... Hindi · कहानी 468 Share मोहित शर्मा ज़हन 26 Jan 2018 · 1 min read रहनुमा अक्स (नज़्म) पिघलती रौशनी में यादों का रक़्स, गुज़रे जन्म की गलियों में गुम शख़्स, कलियों की ओस उड़ने से पहले का वक़्त। शबनम में हरजाई सा रंग आया है, जबसे तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 478 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 1 min read यादों की तस्वीर आज रश्मि के घर उसके कॉलेज की सहेलियों का जमावड़ा था। हर 15-20 दिनों में किसी एक सहेली के घर समय बिताना इस समूह का नियम था। आज रश्मि की... Hindi · लघु कथा 433 Share मोहित शर्मा ज़हन 20 Jun 2019 · 1 min read रूठ लो कुछ रास्तों की अपनी जुबां होती है, कोई मोड़ चीखता है, किसी कदम पर आह होती है... पूछे ज़माना कि इतने ज़माने क्या करते रहे? ज़हरीले कुओं को राख से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 414 Share मोहित शर्मा ज़हन 21 Apr 2020 · 2 min read आप दोनों मेरे! 2 साल पहले(19 April 2018) जीवन में एक बदलाव आया। कुछ आदतें बदली और कुछ आदतें बदलवाई। थोड़ी बातें और ढेर सारी यादें बनाई। एक रचनात्मक व्यक्ति की प्राथमिकताएं अलग... Hindi · गीत 1 416 Share मोहित शर्मा ज़हन 24 Dec 2017 · 2 min read जासूस सास (हास्य) लक्ष्मी कुमारी स्वेटर बुनने से तेज़ गति से अपनी बहु पर विचार बुन रही थीं। वैसे उनकी बहु शताक्षी ठीक थी….बल्कि जैसी कुलक्षणी, कलमुँही बहुएं टीवी और अख़बारों में दिखती... Hindi · कहानी 473 Share मोहित शर्मा ज़हन 29 Dec 2017 · 2 min read “काश मैं अमिताभ बच्चन का अंतर्मन होता…” (हास्य) मैंने एक कहानी लिखी और मेरा अपने अंतर्मन से वार्तालाप शुरू हो गया। अंतर्मन - “छी! क्या है ये?” मोहित - “कहानी है और क्या है?” अंतर्मन - “ये सवाल... Hindi · कहानी 406 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 2 min read कुपोषित संस्कार वर्ष में एक बार होने वाले धार्मिक अनुष्ठान, हवन के बाद अपने अपार्टमेंट की छत पर चिड़ियों को पूड़ी-प्रसाद रखने गया तो 150 पूड़ियाँ देख के मन बैठ गया कि... Hindi · कहानी 400 Share मोहित शर्मा ज़हन 26 Mar 2018 · 1 min read 23 मार्च शहीद दिवस नमन *) - बसंती चोला मैला ना हो... ...तो विदेशी लिबास में ढक लिया, पीढ़ियों को आज़ाद करने... अदने से पिंजरे का कश लिया! गैरों की बिसात पर उसकी बात चल... Hindi · मुक्तक 410 Share मोहित शर्मा ज़हन 9 Dec 2017 · 2 min read प्रतिक्रियाओं पर प्रतिक्रिया (हर कलाकार के लिए लेख) हर प्रकार के रचनात्मक कार्य, कला को देखने वाले व्यक्ति की प्रतिक्रिया अलग होती है। यह प्रतिक्रिया उस व्यक्ति की पसंद, माहौल, लालन-पालन जैसी बातों पर निर्भर करती है। आम... Hindi · लेख 442 Share मोहित शर्मा ज़हन 22 Apr 2021 · 12 min read भूतिया बॉर्डर (हॉरर कहानी) बॉर्डर पर भूत (Orginally published in Hinglish year 2013) कहा जाता है कि अगर कर्म अच्छे हों और नियत साफ़ रहे, तो इंसान खुश रहता है। यह बात बताते समय... Hindi · कहानी 371 Share मोहित शर्मा ज़हन 9 Mar 2018 · 2 min read भूमिका या परिणाम? परिचय में एक व्यापारी हैं जो फिल्मों, साहित्य में रूचि लेते हैं। वो एक स्थानीय फिल्म बना रहे हैं जिसमें खुद ही हीरो बन गये हैं। उन्होंने ये भी एलान... Hindi · लेख 376 Share मोहित शर्मा ज़हन 8 Apr 2018 · 2 min read तन-मन का वहम एक अंधेरे गलियारे में विजय बेचैनी से घूम रहा था। दूर अपनी पत्नी जीवा की परछाई देख उसकी उलझन कुछ कम हुई। "बड़ी देर लगा दी इस बार?" जीवा -... Hindi · कहानी 358 Share मोहित शर्मा ज़हन 15 Feb 2021 · 1 min read जैसे वे कभी थे ही नहीं! जॉली जीत और बॉबी जीत, सफल फिल्मकार भाइयों की जोड़ी थी। दोनों कुल 57 फ़िल्में बना चुके थे। जॉली की मृत्यु हुई तो बॉबी का रचनात्मक सफर भी खत्म हो... Hindi · लघु कथा 1 4 338 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 3 min read जीवन में विलेन ढूँढने की आदत कॉमिक्स लेखन में एक कहावत है, “विलेन भी अपनी नज़रों में हीरो होता है।” खलनायक अपनी छोटी भूल से लेकर जघन्य अपराधों तक का इतनी चपलता से स्पष्टीकरण देता है... Hindi · लेख 375 Share मोहित शर्मा ज़हन 15 Feb 2021 · 2 min read घरेलू अतिक्रमण...जब पौधों ने दी इंसान को गाली कई सालों तक जीतोड़ मेहनत करने के बाद, विशाल का घर बनाने का सपना आखिरकार साकार हो रहा था। ठेकेदार मुख्य जगह के अलावा घर में बगीचा बनाने की बातें... Hindi · कहानी 2 2 314 Share मोहित शर्मा ज़हन 21 Apr 2021 · 1 min read ज़रूरी था... पिछले हफ़्ते मैं और मेरे माता-पिता कोरोना पॉजिटिव हो गए। इस समय मैं अपने पैतृक घर पर उनके साथ हूँ। मेरी पत्नी और पुत्र दूसरे घर में सुरक्षित हैं। 19... Hindi · कविता 304 Share मोहित शर्मा ज़हन 6 Apr 2018 · 3 min read रोग में मिला जोग... मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जैना गर्भावस्था में ली कुछ महीनों की छुट्टी के बाद हॉस्पिटल काम पर लौटी थीं। रोज़ के काम के बीच कुछ कागज़ों ने जैना का ध्यान... Hindi · कहानी 281 Share मोहित शर्मा ज़हन 6 Apr 2018 · 2 min read झूठी भावना पर सच्चा आशीर्वाद सोशल मीडिया स्टार रूपल के पास कोई ख़ास हुनर नहीं था। अपनी तस्वीरें, निजी ज़िंदगी इंटरनेट के माध्यम से दुनिया को परोसने के बदले में कुछ नाम और पैसा मिल... Hindi · कहानी 360 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 2 min read समूह वाली मानसिकता प्राकृतिक और सामाजिक कारणों से हम सभी की पहचान कुछ समूहों से जुड़ जाती है। उदाहरण के लिए एक इंसान की पहचान कुछ यूँ - महिला, भारतीय, अच्छा कद, गेहुँआ... Hindi · लेख 302 Share मोहित शर्मा ज़हन 28 Dec 2017 · 2 min read एक सीमान्त नम्रता को उसके गायक पति शिबू भोला ने डेढ़ घंटे बाद फ़ोन करने की बात कही थी। बेचैनी में उसने जैसे डेढ़ घंटे के 5400 सेकण्ड्स पूरे होते ही शिबू... Hindi · लघु कथा 280 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 1 min read तेरे प्यार के बही-खाते जुबां का वायदा किया तूने कच्चा हिसाब मान लिया मैंने, कहाँ है बातों से जादू टोना करने वाले? तेरी कमली का मज़ाक उड़ा रहे दुनियावाले... रोज़ लानत देकर जाते, तेरे... Hindi · कविता 308 Share मोहित शर्मा ज़हन 25 Dec 2017 · 2 min read विचारों पर विचार कहानी लिखते समय कभी-कभी एक दुविधा का सामना करना पड़ता है। एक विचार को आधार बनाकर एक कहानी (या लेख) गढ़ी गयी। उस विचार से बहुत से अन्य बातें, विचार,... Hindi · लेख 271 Share मोहित शर्मा ज़हन 13 Dec 2021 · 5 min read सरकारी संन्यास (हास्य व्यंग) [नोट - यह एक हास्य कहानी है, इसका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है। (स्वयं लेखक कई प्रतियोगी परीक्षाओं में असफल हो चुके हैं।)] आज संवाददाता विकास,... Hindi · कहानी 1 281 Share मोहित शर्मा ज़हन 23 Nov 2019 · 5 min read कुछ मीटर पर…ज़िंदगी! आस-पास के माहौल का इंसान पर काफ़ी असर पड़ता है। उस माहौल का एक बड़ा हिस्सा दूसरे इंसान ही होते हैं। एक कहावत है कि आप उन पांच लोगों का... Hindi · कहानी 270 Share मोहित शर्मा ज़हन 27 Jan 2021 · 1 min read दिल्ली बड़ी दूर है, किसान भाई! #ज़हन वह भागने की कोशिश करे कबसे, कभी ज़माने से तो कभी खुद से... कोई उसे अकेला नहीं छोड़ता, रोज़ वह मन को गिरवी रख...अपना तन तोड़ता। उसे अपने हक़ पर... Hindi · कविता 1 264 Share मोहित शर्मा ज़हन 4 Sep 2020 · 1 min read ...फिर कभी सही कुछ महीने पहले स्कूल की एक कॉपी मिली... उंगलियां पन्ने पलटने को हुई। दफ़्तर को देर हो रही थी, उंगलियों से कहा फिर कभी सही... कॉपी ने कहा ज़रा ठहर... Hindi · कविता 1 264 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 1 min read खाना ठंडा हो रहा है! साँसों का धुआं, कोहरा घना, अनजान फितरत में समां सना, फिर भी मुस्काता सपना बुना, हक़ीक़त में घुलता एक और अरमान खो रहा है... ...और खाना ठंडा हो रहा है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share मोहित शर्मा ज़हन 20 Jun 2019 · 4 min read बूढ़े बरगद के पार संतुष्टि की कोई तय परिभाषा नहीं होती। बच्चा कुदरत में रोज़ दोहराये जाने वाली बात को अपने जीवन में पहली बार देख कर संतुष्ट हो सकता है, वहीं अवसाद से... Hindi · कहानी 1 1 258 Share मोहित शर्मा ज़हन 6 Dec 2017 · 2 min read रंग का मोल आज भारत और नेपाल में हो रहीं 2 शादियों में एक अनोखा बंधन था। दिव्यांशी अपने सांवले रंग को लेकर चिंतित रहती थी। सारे जतन करने बाद भी उसका रंग... Hindi · कहानी 1 260 Share मोहित शर्मा ज़हन 5 Apr 2018 · 2 min read एड्रनलिन रश वाली झुरझुरी दिलीप ने चलती गाड़ी से शराब की बोतल सड़क पर पटकी। नशे में कार चला रहे उसके दोस्त हफ़ीज़ ने उसे टोका। “ऐसे बोतल नहीं फेंकनी चाहिए! जानवरों और लोगों... Hindi · कहानी 244 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 5 min read झुलसी दुआ सरकारी नौकरी की तैयारी में कई वर्ष बिताने के बाद सोमेश का चयन अग्निशमन कर्मी पद पर हुआ। जहाँ घरवालों में जोखिम भरी नौकरी को लेकर सवाल और चिंता थी... Hindi · कहानी 241 Share मोहित शर्मा ज़हन 28 Jun 2020 · 1 min read शेर Almost every news - "This leader/sportsperson/falana said something stupid/awful." देश की किस्मत पर पानी फिर गया, आधा देश कामों के बजाय बयानों पर ही मर गया! #ज़हन Hindi · शेर 245 Share मोहित शर्मा ज़हन 2 Dec 2017 · 5 min read कलरब्लाइंड साजन “देखना ये सही शेड बना है? आना ज़रा…” “मैं नहीं आ रही! जब कोई काम कर रही होती हूँ तभी तुम्हे बुलाना होता है।” अपने कलाकार पति आशीष को ताना... Hindi · कहानी 249 Share Page 1 Next