शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) Language: Hindi 885 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jun 2021 · 1 min read **टिप-टिप मेरे मेघ बरस** आहट पाकर रिम-झिम रिम-झिम, खग कुल की बदली है रौनक़, दीख रही है मञ्जुल मञ्जुल, किसलय की कोपल भी सुन्दर, डाल डाल पर गीत बज रहे सरस, टिप-टिप मेरे मेघ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 10 328 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 May 2021 · 1 min read 【 जब हुई बरसात आँगन में,वो बीते दिन याद आए】 जब हुई बरसात आँगन में, वो बीते दिन याद आए। जो दीपक जलता था, झरोखे के तले, उसका बुझना ठण्डी हवा के झोकों से, फिर जलाना उसी दृढ़ उत्साह के... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 2 536 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 May 2021 · 1 min read **बरसात** ब बन्धन से जब स्वतंत्र हों, ज्ञानदीप जले, जले साथ ही अगणित शत्रु छिपे हुए तन में, तन ही ज्ञानाज्ञानाश्रय है और विवेक शिखर, शिखर पर बैठा प्रभु करता अमृत... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 5 255 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 May 2021 · 1 min read 【अश्रुरूपी गीतों की बरसात】 तेरे गीतों की,मेरे आँखों से बरसातें होतीं हैं, संसार से आती हैं जो आवाजें, तुझे ही खोजता हूँ अपने मन से, जो ख़्याल बनकर, लफ्ज़ बने, उन्ही लफ्जों में तेरी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 3 3 441 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Apr 2020 · 1 min read ##कब मिटेगी जीवन की कारा## संक्षिप्त जीवन की धुरी में, याद आते जो पुष्पपथ पर, दूर तक दिखता न कोई, हाय! यह कैसा समय है, हर दिशा है रिक्त सूनी, पर भरा है दुःख सारा,... Hindi · कविता 2 568 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 May 2021 · 1 min read "सहजविद्या की प्राप्ति ही वास्तविक वृष्टि" अव्याकृता है सरल दृष्टि उसकी, अनुस्यूत जिसमें ब्रह्माण्ड सारा, अधम भी अनुभव करे पुण्यशाली, मातृका निज ममता पिरोती, है विवेचित शब्दों का अन्तर, प्रेमहेतु सृजन करता वह सृष्टि, सहज विद्या... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 3 398 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Apr 2022 · 3 min read 🍀🌺प्रेम की राह पर-44🍀🌺 सहायिनी बनकर मृत्यु निरन्तर पग पग पर अपने स्वरूप को किसी न किसी माध्यम से दिखाती रहती है।विकच मनुष्य भी अपने चेहरे को देख कर खुश हो जाता है।वह उनके... Hindi · कहानी 2 498 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Oct 2022 · 1 min read 🥀💢मेरा इश्क़ बहुत ही सादिक़ है💢🥀 मेरा इश्क़ बहुत ही सादिक़^ है, उसकी सफ़* में तुम पहले हो।। मेरा इश्क़ बहुत ही सादिक़ है, उसकी सफ़ में तुम पहले हो।। अनजान बने रहना कैसा, याद तुम्हें... Hindi · गीत 2 1 147 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Nov 2017 · 1 min read ✍✍याद= आत्मा की पुकार या मोह की दीवार✍✍ छिड़ गई छिड़ गई वो बात जो मुझे याद न थी, आ गई उनकी वो याद जो मुझे याद न थी।।1।। फाँसला-ए-ग़म है बड़े दूर का हम में उनमें, फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 314 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 11 Feb 2018 · 1 min read ✍चाय चाय करते रहे....(चाय-पकौड़ा श्रृंखला दोहा, कविता क्रमांक-02)✍ चाय चाय करते रहे,तन से निकली हाय, पकौड़ा अब तैयार हैं, तब तो छानो चाय।।1।। पकौड़ा बेचन में चला, मन में राखी खोट, लाभ हुआ या हानि हुई, न देंगे... Hindi · दोहा 1 1 760 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Feb 2018 · 1 min read ??व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की?? व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की, धीर धरे जो विपति काल में हर प्रकार की, मार्ग उदय हो और लक्ष्य मिले, जो भ्रमित न हो, शुभ सोच... Hindi · कविता 1 325 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Mar 2020 · 1 min read ️⭐अभी हार नहीं मानूँगा️⭐ सधे धैर्य से संयम रखकर, प्रतिक्षण पथ पर सम्भल सम्भलकर, हृदय में अप्रितम भाव जगाकर, युद्ध भूमि पर कण्टक क्यों न मिलें, विजय का अन्वेषण कर डालूँगा, अभी हार नहीं... Hindi · कविता 1 366 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 May 2020 · 1 min read ###बन्धन थे वह टूट गए हैं### बन्धन थे वह टूट गए हैं, निष्ठुरता भी कहाँ ठहरती, संकल्पों की उठी अग्नि में, बुद्धि अपना हवन है करती, क्षुद्र संकटों से न घबराकर, निज कौशल की नाव बनाएँ,... Hindi · कविता 1 1 554 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 May 2020 · 1 min read प्रिय! सिंह सा दहाड़ना स्वीकृति के रूष्ट राग में, संशय के जब द्वार खुले हों, अतुल, निरन्तर, अवरोधों के, सम्मुख हो पाषाण खड़े हों, भय सीमा में घिर जाने पर, अंतःकरण को पुकारना, प्रिय!सिंह... Hindi · कविता 1 1 273 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Feb 2021 · 1 min read यह विचार स्वदेशी है साँच को आँच नहि, उद्यम में दिन रात नहि, जीवनु, बिनु मातु नहि, यह विचार स्वदेशी है।।1।। भोजन,बिनु भात नहि, मित्र की कोई जाति नहि, दया बिनु साधु नहि, यह... Hindi · कविता 1 2 426 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Mar 2021 · 1 min read ️भैया!यह देखो बाबाजी का ठुल्लू️ रूप बसन्ती चितवन लेकर, घूम रहा था उपवन-उपवन, देख रहा था जीवन का कुछ, रूप मिले कुछ जादू जैसा, पर देखा यहाँ हर साख पर, बैठा रहता मूक-बधिर उल्लू, भैया!यह... Hindi · कविता 1 2 441 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Mar 2021 · 1 min read होली पे त्याग की पिचकारि लेके होली पे त्याग की पिचकारि लेके, प्रेम गुलाब जल भीजि भीजि के, अमिय की चाह में लोटि लोटि के, फाग की धुन्ध में समेटि तोरि के, आयें सब मिलके आनन्द... Hindi · कविता 1 333 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 Mar 2021 · 1 min read होली आनन्द रूप राग की बात, तिमिर में कब हो, जो अज्ञान का ।।1।। प्रतीक है ये, होली अज्ञान पर, जय ज्ञान की।।2।। ब्रह्म ने भी है, होली आनन्द रूप, खेली निकुंज।।3।। आसान... Hindi · हाइकु 1 1 271 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "मेरे स्नेह को, पुकारना, अपने गीत से" मेरे स्नेह की, पगी चुनौती, लेकर देखना, तुम व्यापक हो, जाओगे अन्तरिक्ष में, वहाँ से दुनिया की, भाग दौड़ रूठ, जाएगी तुमसे, अकेले रहकर भी, वहाँ कितनी शान्ति, होगी समुद्र... Hindi · मुक्तक 1 243 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "टूट रही है माला प्यारे" झूठ बोलते, आँख मरोरी, हाथ को जोड़े, सीना चौड़ा, कन्धे गिरते, त्वचा सिकुड़ती, रक्त गर्म है, लगी बीमारी, ये दुनियादारी, कितनी नारी, देखी भारी, आँख फुटाउ, काँपे कंकाल, कितने-कितने, माया... Hindi · मुक्तक 1 1 230 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "शान्ति का उलाहना" असेव्य देव की तरह, सूखे पाषाण की, छाया भी शुष्क, वायु से खड़खड़ाते पत्ते, अज्ञात पुष्प की सुगन्धि, मन्द मन्द लहर, बलात खींचती नाक को, सुगन्ध प्रमाणित करती, जीवन भी... Hindi · मुक्तक 1 360 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "मन, भी अनन्त है,ईश्वर जैसा" कगार पर, खड़ा हुआ ज्ञान, अन्तर्द्वन्द से मचलती, वृत्ति को स्पर्श, न कर पाने से, संकोच की परिधि में, सामंजस्य की नित, नई प्रभाती से, विरोध की वृष्टि, भी सहकर... Hindi · मुक्तक 1 266 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "शुद्ध प्रेम नहीं अगर, हृदयरूप द्वार पर" अन्तरंग राग पर, स्नेह की नाव पर, प्रेम के दबाब पर, लफ्ज़ के ख़्याल पर, आशा की डोरी पर, श्वांस के अन्तराल पर, मूर्ख के आह्लाद पर, स्वयं के उद्यम... Hindi · मुक्तक 1 232 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Apr 2021 · 1 min read 【कितने बसन्त अतीत के घूमते】 आँख से गिरते मोती, कहीं जम गए तो, बीतीं हुई यादों का सैलाब टूटेगा ये, कितने बसन्त अतीत के घूमते, लफ्जों के हक़ का बनाते साम्राज्य, उन्हीं लफ्जों के महल... Hindi · मुक्तक 1 252 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Apr 2021 · 1 min read 【लक्ष्य को, प्रदर्शित करता,एक, उत्प्रेरक तीर्थ】 कर न्यौछावर, कभी देह में, स्थिर कुटिलता, की डगर को, यह सोचकर कि, बुरा नहीं इससे अधिक, कोई विधानवश, संयम से, रख नज़र, इसके अन्य, पहलुओं पर, जो छलते हैं,... Hindi · मुक्तक 1 496 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 6 Apr 2021 · 1 min read 【मुझे जिंदगी का अंदाज़ क्या मिला】 मेरे फ़र्द^ इश्क़ का तग़ाफुल* क्या मिला, मुझे इस जिन्दगी का इनाम क्या मिला।।1।। ^इकलौते *उपेक्षा सवाल जो थे सब्र की सुर्खियाँ लिए हुए, इक ज़बाब को छोड़कर ज़बाब क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 381 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Apr 2021 · 1 min read 【सुख के अभाव का चिन्तन ही कष्ट】 कष्ट क्या है? सुख के अभाव, का चिन्तन, बार-बार, कारण है जो, विनाश का, भ्रमित करता जो, नर को, भिन्न-भिन्न मार्गों पर, विकर्षण करता, आदर्श से, जो उपस्थित करता कैफ़ियत,... Hindi · मुक्तक 1 241 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Apr 2021 · 2 min read प्रेम की राह पर-6 लाल सिंह-चिंता न करो, तुम्हारे ख़्यालात के अनुसार ही सभी कालों की ऐतिहासिक क्रमशः झण्ड उतारेंगे। चुनौती की आन्तरिक पहलू ऐसा रहा है कि इतिहास को फिरंगियों ने जैसा तय... Hindi · कहानी 1 1 245 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 24 May 2021 · 1 min read **हे प्रभु!यह कैसा मृत्योत्सव है** टूट चुके हैं स्वप्न जगत के, जीवन का परिमल सब छूटा, आशाएँ हैं भय से आकुल, बचे प्रेम का पुल जब टूटा, थोड़ी जो कुछ सहानुभूति थी, घर का रोशनदान... Hindi · कविता 1 259 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Apr 2022 · 1 min read 💐💐💐तेरे बिन गीत अधूरे हैं💐💐💐 तेरे बिन गीत अधूरे हैं, हवाएँ जो बह रहीं हैं, सुनाई दें पक्षियों के कलरव, ठहरकर मन भी सोचे है, न दिखाई दे किसी में अपनापन, अभी सपने न पूरे... Hindi · गीत 1 156 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Apr 2022 · 3 min read 🌺🌺प्रेम की राह पर-9🌺🌺 37-मुदित प्रकरण की सूचना प्राप्त होना निश्चित ही नेत्रों को सजल करता है।इस शरीर में कोई यदि सबसे ज़्यादा पीड़ा महसूस करता है तो वह नेत्र हैं।विकार की पुष्टि हो... Hindi · कहानी 1 405 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Apr 2022 · 1 min read 🌺🌻🌷तुम मिलोगे मुझे यह वादा करो🌺🌻🌷 तुम मिलोगे मुझे यह वादा करो, अपनी यादों के संग चले आया करो, बहती है हवा तो अपने ही ख़्याल में, चाँद की चाँदनी है अपने जमाल में, मेरी फ़ितरत... Hindi · कविता 1 1 243 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Apr 2022 · 3 min read 💐💐प्रेम की राह पर-11💐💐 35-परिस्थिति जन्य दोष तो सभी में अंकुरित होते हैं।फिर मैं और तुम किसी भी दोष से मुक्त न हो सकेंगे।दोषारोपण भी सामान्य कृत्य नहीं हैं।कहीं न कहीं आप निश्चित ही... Hindi · कहानी 1 407 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Apr 2022 · 3 min read 💐💐प्रेम की राह पर-15💐💐 31-बचे हुए अवशेष इस प्रेम के अब बाट जोह रहें हैं, यह कहकर की उन्नति की दिशा में परिश्रम ही प्रभावी नहीं है फिर उस श्रद्धा का स्थान भी है... Hindi · कहानी 1 630 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Apr 2022 · 3 min read 💐💐प्रेम की राह पर-18💐💐 28- और कितना ठहरुँ।बे-वज़ह ठहरकर अपने मन को पंकिल सदृश कर लूँ।यह उदासीनता मुझे मेरी निर्भीक शालीनता से तिलांजलि दिला देगी।मेरी शान्ति में भी क्रान्ति छिड़ी हुई है।निराधार उत्साह का... Hindi · कहानी 1 586 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 18 Apr 2022 · 2 min read 💐प्रेम की राह पर-23💐 23-हिज़्र की शक़्ल कोई मुझसे पूछे तो उसे मैं बता सकता हूँ।मैं बता सकता हूँ आनन्दरज से बन रही उस प्रतिमा की प्रारंभिक अवस्था को जिसे तुमने तोड़ दिया।तोड़ दिया... Hindi · कहानी 1 715 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 18 Apr 2022 · 2 min read 💐प्रेम की राह पर-26💐 20-कल शहतूत वृक्ष के समीप उतिष्ठ होने पर उसके पके फल सन्देश दे रहे थे कि हमारा पकना भी इतना आसान नहीं है,हमने जाने क्या-क्या नहीं सहा है।अपनी यह संक्षिप्त... Hindi · कहानी 1 562 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 19 Apr 2022 · 1 min read 💐💐धड़कता दिल कहे सब कुछ तुम्हारी याद आती है💐💐 धड़कता दिल कहे सब कुछ तुम्हारी याद आती है, टपकते नयन कहते हैं सब, तुम्हारी याद आती है। नहीं चाहिए फ़िरदौस और न हीं ग़ैरों की दीवानी, नहीं जिन्दा रखी... Hindi · गीत 1 207 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 19 Apr 2022 · 3 min read 💐प्रेम की राह पर-31💐 15-1मनोरथ की पूर्णता उस एक एक क्षण के वशीभूत है जिसमें मानव का स्वेद उसे सदैव आगे बढ़ने के लिए ही प्रेरित करता है।वह स्वेद सामान्य नहीं होता है उसके... Hindi · कहानी 1 576 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 19 Apr 2022 · 4 min read 💐प्रेम की राह पर-33💐 13.1-मेरा तुम्हारे प्रति अग्रसर होना विवेकजन्य था और उस विवेकजन्य पथ पर तुम्हारे हित के ही मेधा सहित विचारों का ही उद्रेक हुआ था।जिनमें लेशमात्र भी असत भावना का अंकुर... Hindi · कहानी 1 1 232 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 19 Apr 2022 · 3 min read 💐प्रेम की राह पर-34💐 शब्दसंधान के पक्ष में तुम्हारे तर्कों को नामित कर देना और सरलता से कह देना कि तुम बिलम्ब से हो,मेरे जीवन के रहे उस अन्धकारपूर्ण समय को,हे प्रिय मित्र? तुमने... Hindi · कहानी 1 207 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Apr 2022 · 1 min read 🌻🌻🌸"इतना क्यों बहका रहे हो,अपने अन्दाज पर"🌻🌻🌸 इतना क्यों बहका रहे हो,अपने अन्दाज पर, हर दी गई अपनी सुन्दर सी पहचान पर।।1।। किस्मत के फूल क्या हैं, तुम ही बताओगे, नज़र न मिल सकेंगीं ,क्यों तुम ही... Hindi · गीत 1 228 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 22 Apr 2022 · 1 min read 💐💐💐न पूछो हाल मेरा तुम,मेरा दिल ही दुखाओगे💐💐 न पूछो हाल मेरा तुम,मेरा दिल ही दुखाओगे, दास्ताँ-गो हो तुम केवल,मेरे किस्से बनाओगे, किस बात की ख़ातिर छिपे बैठो हो पर्दे में, पता है पैबस्त हो तुम दुनिया के... Hindi · गीत 1 1 341 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 24 Apr 2022 · 3 min read 🍀🌺प्रेम की राह पर-42🌺🍀 शान्ति को भंग करती महाशान्ति और उसका निर्वचन करना इतना आसान नहीं है।चूँकि शान्ति के अन्दर भी महाशान्ति परिवेश को अपना जीवन देने का प्रयास करती है।उसका अनावरण तब होता... Hindi · कहानी 1 1k Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 1 May 2022 · 3 min read ✍️🌺प्रेम की राह पर-46🌺✍️ स्मरण की वेला में तुम्हारा अनायास स्वप्न जैसा आगमन कितना प्रभावित करता है।ऐसा प्रतीत होता है कि ज़मीन पर हीरा मिल गया हो।परं मिथ्या वचन का मेरा कोई भी एक... Hindi · कहानी 1 701 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Sep 2022 · 4 min read 💐💐प्रेम की राह पर-61💐💐 चलो माना केदारनाथ सिंह ने कहा कि जाना हिन्दी की सबसे खौफ़नाक क्रिया है।दर्दनाक भी तो है।परन्तु लौटना कितना सुखद होगा यदि लक्ष्यप्राप्ति के बाद लौटें।कितना सुखद होगा यह सब।जाने... Hindi 1 164 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Sep 2022 · 4 min read 💐💐प्रेम की राह पर-62💐💐 शोध जितना ज्ञान का वाहक है उतना ही प्रतिशोध क्रोधाग्नि का वाहक।शोध में किसी व्यक्ति का चिन्तन सार्थक ही होगा।परन्तु प्रतिशोध में शत्रुता के अलावा कोई विशेष ज्ञान न होकर... Hindi 1 160 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Sep 2022 · 4 min read 💐💐प्रेम की राह पर-63💐💐 महत्व का निर्धारण असीमित तब मालूम पड़े जब वस्तु की न्यूनता हो या फिर आप की किसी से सम्बन्धों में प्रगाढ़ता हो।महत्व की उर्मि न्यूनता में अवश्य ही उत्पन्न होगी।महत्व... Hindi 1 170 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Sep 2022 · 4 min read 💐💐प्रेम की राह पर-64💐💐 वे सभी श्रेणियाँ दिवस में भी स्याह प्रतीत होंगी।जिन्हें तुम अपने ख्यालों में पुनः पुनः अपना मानवीय रूपक देना चाहते हो।तुम ऐसे टूट जाओगे जैसे कीड़े लगा हुआ फल टूट... Hindi 1 146 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Oct 2022 · 1 min read ✍️🌷तुम हक़ीक़त हो, अब फ़साना न बनो🌷✍️ तुम हक़ीक़त हो, अब फ़साना न बनो। तुम हक़ीक़त हो,अब फ़साना न बनो। बहुत दूर खड़े रहकर मुस्कुराते रहना, कुछ बचे इज़हार को फिर जताते रहना, दूर रहकर भी, पास... Hindi · गीत 1 161 Share Page 1 Next