शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) Tag: मुक्तक 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Aug 2017 · 1 min read ****हनुमान चिन्तन=श्रेष्ठ परिणाम**** स्वर्ण जैसी कान्ति लिए हैं मेरे हनुमान, मन में विशाल रूप धरि के तो देखिए।।1।। अंजनी के लाल के गाल हैं जो लाल-लाल, उदित रवि के रंग सूँ मिलान कर... Hindi · मुक्तक 530 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Aug 2017 · 1 min read ***काश्मीर का मूल्य बहुत है*** पुष्प अपुष्प खिले बहुतेरे, पर गुलाब की महक बहुत है, भ्रष्ट हुई है सोच हमारी, आज मानवता तंग बहुत है ॥1॥ कलरव करते पक्षी जह-तहँ,पर कोयल की कूक बहुत है,... Hindi · मुक्तक 483 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Apr 2021 · 1 min read 【लक्ष्य को, प्रदर्शित करता,एक, उत्प्रेरक तीर्थ】 कर न्यौछावर, कभी देह में, स्थिर कुटिलता, की डगर को, यह सोचकर कि, बुरा नहीं इससे अधिक, कोई विधानवश, संयम से, रख नज़र, इसके अन्य, पहलुओं पर, जो छलते हैं,... Hindi · मुक्तक 1 496 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "लक्ष्य से भटके अग़र, शरण कौन देगा मनुज" से, एक, महज़, द्वेष कब, प्रकट होता, कामना प्रखर, टिकी रही अधिक, तो निश्चित प्रयास में, लक्ष्य से भटके अग़र, शरण कौन देगा मनुज, तुझे,यह समझकर देख।।1।। से, द्वन्द, अथक,... Hindi · मुक्तक 1 476 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 Apr 2021 · 1 min read 【ज्ञान का दीपक,जो स्वयं भी, प्रकाशित है】 चाँद से होती बात, मिली शीतलता, जो करती है, शीतल, नख से शिख तक, उस दर्शन को, जो समाया है, मानव के रोम रोम में, वह रोम क्षण भर में,... Hindi · मुक्तक 424 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Apr 2021 · 1 min read 【तू सर्वदा, सत्य के साथ, मुक्त है】 मरा हुआ हूँ मैं जन्म लेते ही, मर चुका हूँ मैं, जीवन ढूँढ रहा हूँ, जो मुझे, जिलाए हुए हैं, वही तो सत्य है, जो जीवन है, शोध ही लूँगा,... Hindi · मुक्तक 1 486 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Aug 2017 · 1 min read ‼‼ याद करो भई हनुमत गर्जन ‼‼ अनायास जब संकट घेरें, शत्रु बढ़े और मति फेरें, और सतायें दुर्गुण का भय, याद करो भई हनुमत गर्जन ।1। कोई काज न जब बन पाये, प्रति क्षण चिन्ता दें... Hindi · मुक्तक 411 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 9 Mar 2018 · 1 min read ***होली के हुलारे रंग*** होली के हुलारे रंग, बरसेगें अंग-अंग, उल्लास के संग अरु प्रीति के आनन्द में, हर्ष की वेला में बरसे जब लाल रंग, लोगन के मुख को मिलाओ वानर संग में,... Hindi · मुक्तक 377 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "मैं अकेला हूँ पर एक हूँ" जो खुशी, तुम्हारी नज़र में, है श्वेत श्याम, अनन्त की गोद में, तुम्हें देखना निरा, आलोक प्रमोद संग, खड़ा हूँ मैं अकेला, सरसराती पवन, टौंटी से गिरते, जल की टिप-टिप,... Hindi · मुक्तक 435 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Apr 2021 · 1 min read "बातों की, बात में◆साहस का एकीकरण" सहसा, साहस का एकीकरण, बातों की, बात में, लच्छेदार, चित्रकारी, चित्रकारी में, शब्दों के पुष्प, शब्दों की सुबह और शाम, खिलने और बन्द होने की, प्रक्रिया अनवरत चलती हुई, द्योतक... Hindi · मुक्तक 376 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Apr 2021 · 1 min read 【मधुर स्मित, अधरों की लहर】 लोकों को, मोहित करती है, सँवारती है, बस यही है, सब कुछ जगत में, यही वर्ण का वेग, यही योग है, यही सुयोग है, न हो सम्मुख ये, तो महसूस... Hindi · मुक्तक 1 367 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "शान्ति का उलाहना" असेव्य देव की तरह, सूखे पाषाण की, छाया भी शुष्क, वायु से खड़खड़ाते पत्ते, अज्ञात पुष्प की सुगन्धि, मन्द मन्द लहर, बलात खींचती नाक को, सुगन्ध प्रमाणित करती, जीवन भी... Hindi · मुक्तक 1 360 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "द्वेष भाव सब तजें" द्वेष भाव सब तजें, नेक राह सब चले, किसी से भी सदैव ही, व्यंग्य बात यूँ कहें, उसे वहीं नष्ट करें, विचिंत्य ही बोलते, मनद्वार खोलकर, बुद्धि के प्रभाव को,... Hindi · मुक्तक 1 389 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 23 Jul 2017 · 1 min read ☠☠नियत नहीं है साफ तो☠☠ नियत नहीं है साफ तो, सुन लो मेरे भाया, होती जो गति वस्त्र की, ज्यों काँटन उलझाया। काँटन में उलझाया वस्त्र के चिथड़े हो जाते, धागे चुइ चुइ गिरें, पर... Hindi · मुक्तक 325 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Jan 2018 · 1 min read ??भाव में विचार में बने रहो हनुमान मेरे?? भाव में विचार में बने रहो हनुमान मेरे, मन की चलायता को दूरि करि डारो प्रभु। उर में बसो सिय राम रूप रंग लेके, कलुष मिटाय, धैर्य वीरता जगाओ प्रभु।।1।।... Hindi · मुक्तक 330 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 1 Apr 2021 · 1 min read "उद्यम की क्रान्ति से तृप्त होती भूख" कोई, आवाज़ नहीं है, मूक पक्षी, और भूखा, देख रहा है, क्या वास्तव में, वह नहीं बोलता है, वह बोलता है, एकान्त में, वह देखता है, वह सुनता है, अपने... Hindi · मुक्तक 289 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 18 Mar 2018 · 1 min read ???हनुमत सहाय करो अब मेरी??? हनुमत सहाय करो अब मेरी, जन्म बीति रह्यो मेरो भगवन कब लो लगाऊँ टेरी, अँखियाँ बरसे पुनि-पुनि मेरी हरहुँ विपति प्रभु सिगरी, हाथ पसारूँ अरु का करि डारु परो रहो... Hindi · मुक्तक 288 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 9 Jan 2018 · 2 min read ??अनन्त श्री युक्त पूज्य गुरुदेव के नाम की व्याख्या?? पूज्य गुरुदेव के नाम की विशद व्याख्या का प्रयास मेरे द्वारा किया गया है। जिस पर मैं पहले कुछ पंक्तियाँ अपनी क्षमा प्रार्थना के लिए अर्पित करता हूँ। चूँकि गुरु... Hindi · मुक्तक 283 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Apr 2021 · 1 min read 【अन्तिम किरण, पुकारती है सुधार करो】 जलते दिये, रोशनी पर रोशनी, की परतें, बहुत दूर, पश्चाताप के अन्धेरें को, नष्ट करती उस रोशनी की, विलासी अन्तिम किरण, पुकारती है सुधार करो, ऐसे जैसे पंकज रहता है,... Hindi · मुक्तक 267 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "मन, भी अनन्त है,ईश्वर जैसा" कगार पर, खड़ा हुआ ज्ञान, अन्तर्द्वन्द से मचलती, वृत्ति को स्पर्श, न कर पाने से, संकोच की परिधि में, सामंजस्य की नित, नई प्रभाती से, विरोध की वृष्टि, भी सहकर... Hindi · मुक्तक 1 266 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Apr 2021 · 1 min read 【कितने बसन्त अतीत के घूमते】 आँख से गिरते मोती, कहीं जम गए तो, बीतीं हुई यादों का सैलाब टूटेगा ये, कितने बसन्त अतीत के घूमते, लफ्जों के हक़ का बनाते साम्राज्य, उन्हीं लफ्जों के महल... Hindi · मुक्तक 1 252 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Feb 2018 · 1 min read ???ऋतुराज बसन्त को भयो आगमन??? ऋतुराज बसन्त को भयो आगमन, सुगन्ध भरी वायु बहाने लगी है। किसी कोटर से झाँकी दिखाती है शीत, आने जाने को नाटक रचाने लगी है। फूल पत्ती बिखेरें नवरंग भलो,... Hindi · मुक्तक 248 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "मेरे स्नेह को, पुकारना, अपने गीत से" मेरे स्नेह की, पगी चुनौती, लेकर देखना, तुम व्यापक हो, जाओगे अन्तरिक्ष में, वहाँ से दुनिया की, भाग दौड़ रूठ, जाएगी तुमसे, अकेले रहकर भी, वहाँ कितनी शान्ति, होगी समुद्र... Hindi · मुक्तक 1 243 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 Apr 2021 · 1 min read 【नष्ट नहीं होने वाला मैं, क्यों कि मैं, मैं हूँ】 सन्देह की, मर्यादा, पर अंकुश, प्रभावी हो, अगर, तो, व्याकुलता का, भंजन, हकीकत को, प्रमाणित कर, संयोग का अधिकार, विवेक का अधिकार, विनोद का अभिप्राय, संजोकर, निर्मित करता है, अन्तः... Hindi · मुक्तक 232 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "शुद्ध प्रेम नहीं अगर, हृदयरूप द्वार पर" अन्तरंग राग पर, स्नेह की नाव पर, प्रेम के दबाब पर, लफ्ज़ के ख़्याल पर, आशा की डोरी पर, श्वांस के अन्तराल पर, मूर्ख के आह्लाद पर, स्वयं के उद्यम... Hindi · मुक्तक 1 232 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Apr 2021 · 1 min read 【सुख के अभाव का चिन्तन ही कष्ट】 कष्ट क्या है? सुख के अभाव, का चिन्तन, बार-बार, कारण है जो, विनाश का, भ्रमित करता जो, नर को, भिन्न-भिन्न मार्गों पर, विकर्षण करता, आदर्श से, जो उपस्थित करता कैफ़ियत,... Hindi · मुक्तक 1 241 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 6 Apr 2021 · 1 min read 【मित्र, एक चलता फिरता, हृदय】 मित्र, एक चलता फिरता, हृदय, द्वितीय, कर्तव्य, अधिकार, की भावना, का मिश्रण, प्रकाशक, संकटों का, अग्रिम, निवारण भी, देता संग संग, विनोद भी, प्रवर्त्तक सभी, कार्यों का, जो हितैषी है,... Hindi · मुक्तक 1 229 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "टूट रही है माला प्यारे" झूठ बोलते, आँख मरोरी, हाथ को जोड़े, सीना चौड़ा, कन्धे गिरते, त्वचा सिकुड़ती, रक्त गर्म है, लगी बीमारी, ये दुनियादारी, कितनी नारी, देखी भारी, आँख फुटाउ, काँपे कंकाल, कितने-कितने, माया... Hindi · मुक्तक 1 1 232 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 22 May 2019 · 1 min read परिणाम आ रहें हैं,परिणाम आ रहें हैं हाथों के इशारे कमल खिला रहे हैं, परिणाम आ रहें हैं,परिणाम आ रहें हैं। देखेंगे भैया पप्पू बाँहें हैं ऊपर करते, चुनाव हार कर वह इटली पसन्द करते, देखिये के... Hindi · मुक्तक 235 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Apr 2021 · 1 min read 【विशुद्ध प्रेम से, वह परमपुरुष भी, रीझ जाता है】 स्नेहिल हूँ, नहीं भी, प्रमाण दूँ, कुछ नहीं, क्या कहूँ, कुछ भी तो, कहा, क्यों कहा? कहकर क्या मिला? हल्का हुआ।, कहाँ, पेट पर, हाथ पर, सिर पर, भाल पर,... Hindi · मुक्तक 207 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Apr 2021 · 1 min read 【जैसे शशि से, विलग न होती, तेजस्वी चाँदनी】 अधखुली झोली, दीखतीं रश्मियाँ, तेज की, ज्ञान की, वही तेज,जिससे, प्रकाशित साधक की, साधना, कल्पना, कल्पना में एक ही, अड़िग उद्देश्य जो, प्रदर्शन करता है, कभी न रुकने का, कभी... Hindi · मुक्तक 200 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 17 Apr 2022 · 1 min read 🍀🌸🍀🌸आराधों नित सांय प्रात, मेरे सुतदेवकी🍀🌸🍀🌸 रंग की सुरेख देख,घटा है सुविशेष की, विशेष में भी शेष बची आभा अशेष की, अशेष की माया से सब रंग रहे जग में, जग है या माया है बूझें... Hindi · मुक्तक 194 Share