शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 1119 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jun 2021 · 1 min read **टिप-टिप मेरे मेघ बरस** आहट पाकर रिम-झिम रिम-झिम, खग कुल की बदली है रौनक़, दीख रही है मञ्जुल मञ्जुल, किसलय की कोपल भी सुन्दर, डाल डाल पर गीत बज रहे सरस, टिप-टिप मेरे मेघ... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 10 321 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 28 May 2021 · 1 min read 【 जब हुई बरसात आँगन में,वो बीते दिन याद आए】 जब हुई बरसात आँगन में, वो बीते दिन याद आए। जो दीपक जलता था, झरोखे के तले, उसका बुझना ठण्डी हवा के झोकों से, फिर जलाना उसी दृढ़ उत्साह के... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 4 2 512 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 May 2021 · 1 min read **बरसात** ब बन्धन से जब स्वतंत्र हों, ज्ञानदीप जले, जले साथ ही अगणित शत्रु छिपे हुए तन में, तन ही ज्ञानाज्ञानाश्रय है और विवेक शिखर, शिखर पर बैठा प्रभु करता अमृत... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 5 249 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 May 2021 · 1 min read 【अश्रुरूपी गीतों की बरसात】 तेरे गीतों की,मेरे आँखों से बरसातें होतीं हैं, संसार से आती हैं जो आवाजें, तुझे ही खोजता हूँ अपने मन से, जो ख़्याल बनकर, लफ्ज़ बने, उन्ही लफ्जों में तेरी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत 3 3 436 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 30 Apr 2020 · 1 min read ##कब मिटेगी जीवन की कारा## संक्षिप्त जीवन की धुरी में, याद आते जो पुष्पपथ पर, दूर तक दिखता न कोई, हाय! यह कैसा समय है, हर दिशा है रिक्त सूनी, पर भरा है दुःख सारा,... Hindi · कविता 2 563 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 May 2021 · 1 min read "सहजविद्या की प्राप्ति ही वास्तविक वृष्टि" अव्याकृता है सरल दृष्टि उसकी, अनुस्यूत जिसमें ब्रह्माण्ड सारा, अधम भी अनुभव करे पुण्यशाली, मातृका निज ममता पिरोती, है विवेचित शब्दों का अन्तर, प्रेमहेतु सृजन करता वह सृष्टि, सहज विद्या... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 3 395 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Oct 2021 · 1 min read 💐💐गुरुदेवस्य वन्दना💐💐 निवसतिममहृदयेपार्वतीशंकरौ इव, विनस्यति ममसमस्तावगुणत्वानि, प्रकाशका: ज्ञानार्णवा: अहर्निश: , प्रणमति तंगुरुवरः प्रतिपदायाः अवसरे। अर्थ-जो रात्रि दिवस ज्ञान के समुद्र को प्रकाशित करने वाले है, जो मेरे हृदय में माँ पार्वती और... Sanskrit · काव्य 2 322 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Apr 2022 · 3 min read 🍀🌺प्रेम की राह पर-44🍀🌺 सहायिनी बनकर मृत्यु निरन्तर पग पग पर अपने स्वरूप को किसी न किसी माध्यम से दिखाती रहती है।विकच मनुष्य भी अपने चेहरे को देख कर खुश हो जाता है।वह उनके... Hindi · कहानी 2 491 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Oct 2022 · 1 min read 🥀💢मेरा इश्क़ बहुत ही सादिक़ है💢🥀 मेरा इश्क़ बहुत ही सादिक़^ है, उसकी सफ़* में तुम पहले हो।। मेरा इश्क़ बहुत ही सादिक़ है, उसकी सफ़ में तुम पहले हो।। अनजान बने रहना कैसा, याद तुम्हें... Hindi · गीत 2 1 142 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Nov 2017 · 1 min read ✍✍याद= आत्मा की पुकार या मोह की दीवार✍✍ छिड़ गई छिड़ गई वो बात जो मुझे याद न थी, आ गई उनकी वो याद जो मुझे याद न थी।।1।। फाँसला-ए-ग़म है बड़े दूर का हम में उनमें, फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 309 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 11 Feb 2018 · 1 min read ✍चाय चाय करते रहे....(चाय-पकौड़ा श्रृंखला दोहा, कविता क्रमांक-02)✍ चाय चाय करते रहे,तन से निकली हाय, पकौड़ा अब तैयार हैं, तब तो छानो चाय।।1।। पकौड़ा बेचन में चला, मन में राखी खोट, लाभ हुआ या हानि हुई, न देंगे... Hindi · दोहा 1 1 756 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Feb 2018 · 1 min read ??व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की?? व्यथित न कर पाती मेघ गर्जना प्रलय काल की, धीर धरे जो विपति काल में हर प्रकार की, मार्ग उदय हो और लक्ष्य मिले, जो भ्रमित न हो, शुभ सोच... Hindi · कविता 1 317 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Mar 2020 · 1 min read ️⭐अभी हार नहीं मानूँगा️⭐ सधे धैर्य से संयम रखकर, प्रतिक्षण पथ पर सम्भल सम्भलकर, हृदय में अप्रितम भाव जगाकर, युद्ध भूमि पर कण्टक क्यों न मिलें, विजय का अन्वेषण कर डालूँगा, अभी हार नहीं... Hindi · कविता 1 362 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 May 2020 · 1 min read ###बन्धन थे वह टूट गए हैं### बन्धन थे वह टूट गए हैं, निष्ठुरता भी कहाँ ठहरती, संकल्पों की उठी अग्नि में, बुद्धि अपना हवन है करती, क्षुद्र संकटों से न घबराकर, निज कौशल की नाव बनाएँ,... Hindi · कविता 1 1 528 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 May 2020 · 1 min read प्रिय! सिंह सा दहाड़ना स्वीकृति के रूष्ट राग में, संशय के जब द्वार खुले हों, अतुल, निरन्तर, अवरोधों के, सम्मुख हो पाषाण खड़े हों, भय सीमा में घिर जाने पर, अंतःकरण को पुकारना, प्रिय!सिंह... Hindi · कविता 1 1 267 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 25 Feb 2021 · 1 min read यह विचार स्वदेशी है साँच को आँच नहि, उद्यम में दिन रात नहि, जीवनु, बिनु मातु नहि, यह विचार स्वदेशी है।।1।। भोजन,बिनु भात नहि, मित्र की कोई जाति नहि, दया बिनु साधु नहि, यह... Hindi · कविता 1 2 422 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Mar 2021 · 1 min read ️भैया!यह देखो बाबाजी का ठुल्लू️ रूप बसन्ती चितवन लेकर, घूम रहा था उपवन-उपवन, देख रहा था जीवन का कुछ, रूप मिले कुछ जादू जैसा, पर देखा यहाँ हर साख पर, बैठा रहता मूक-बधिर उल्लू, भैया!यह... Hindi · कविता 1 2 436 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 26 Mar 2021 · 1 min read होली पे त्याग की पिचकारि लेके होली पे त्याग की पिचकारि लेके, प्रेम गुलाब जल भीजि भीजि के, अमिय की चाह में लोटि लोटि के, फाग की धुन्ध में समेटि तोरि के, आयें सब मिलके आनन्द... Hindi · कविता 1 330 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 27 Mar 2021 · 1 min read होली आनन्द रूप राग की बात, तिमिर में कब हो, जो अज्ञान का ।।1।। प्रतीक है ये, होली अज्ञान पर, जय ज्ञान की।।2।। ब्रह्म ने भी है, होली आनन्द रूप, खेली निकुंज।।3।। आसान... Hindi · हाइकु 1 1 266 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "मेरे स्नेह को, पुकारना, अपने गीत से" मेरे स्नेह की, पगी चुनौती, लेकर देखना, तुम व्यापक हो, जाओगे अन्तरिक्ष में, वहाँ से दुनिया की, भाग दौड़ रूठ, जाएगी तुमसे, अकेले रहकर भी, वहाँ कितनी शान्ति, होगी समुद्र... Hindi · मुक्तक 1 238 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "टूट रही है माला प्यारे" झूठ बोलते, आँख मरोरी, हाथ को जोड़े, सीना चौड़ा, कन्धे गिरते, त्वचा सिकुड़ती, रक्त गर्म है, लगी बीमारी, ये दुनियादारी, कितनी नारी, देखी भारी, आँख फुटाउ, काँपे कंकाल, कितने-कितने, माया... Hindi · मुक्तक 1 1 225 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "शान्ति का उलाहना" असेव्य देव की तरह, सूखे पाषाण की, छाया भी शुष्क, वायु से खड़खड़ाते पत्ते, अज्ञात पुष्प की सुगन्धि, मन्द मन्द लहर, बलात खींचती नाक को, सुगन्ध प्रमाणित करती, जीवन भी... Hindi · मुक्तक 1 357 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "मन, भी अनन्त है,ईश्वर जैसा" कगार पर, खड़ा हुआ ज्ञान, अन्तर्द्वन्द से मचलती, वृत्ति को स्पर्श, न कर पाने से, संकोच की परिधि में, सामंजस्य की नित, नई प्रभाती से, विरोध की वृष्टि, भी सहकर... Hindi · मुक्तक 1 260 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 31 Mar 2021 · 1 min read "शुद्ध प्रेम नहीं अगर, हृदयरूप द्वार पर" अन्तरंग राग पर, स्नेह की नाव पर, प्रेम के दबाब पर, लफ्ज़ के ख़्याल पर, आशा की डोरी पर, श्वांस के अन्तराल पर, मूर्ख के आह्लाद पर, स्वयं के उद्यम... Hindi · मुक्तक 1 228 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Apr 2021 · 1 min read 【कितने बसन्त अतीत के घूमते】 आँख से गिरते मोती, कहीं जम गए तो, बीतीं हुई यादों का सैलाब टूटेगा ये, कितने बसन्त अतीत के घूमते, लफ्जों के हक़ का बनाते साम्राज्य, उन्हीं लफ्जों के महल... Hindi · मुक्तक 1 247 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Apr 2021 · 1 min read 【लक्ष्य को, प्रदर्शित करता,एक, उत्प्रेरक तीर्थ】 कर न्यौछावर, कभी देह में, स्थिर कुटिलता, की डगर को, यह सोचकर कि, बुरा नहीं इससे अधिक, कोई विधानवश, संयम से, रख नज़र, इसके अन्य, पहलुओं पर, जो छलते हैं,... Hindi · मुक्तक 1 491 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 6 Apr 2021 · 1 min read 【मुझे जिंदगी का अंदाज़ क्या मिला】 मेरे फ़र्द^ इश्क़ का तग़ाफुल* क्या मिला, मुझे इस जिन्दगी का इनाम क्या मिला।।1।। ^इकलौते *उपेक्षा सवाल जो थे सब्र की सुर्खियाँ लिए हुए, इक ज़बाब को छोड़कर ज़बाब क्या... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 377 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Apr 2021 · 1 min read 【सुख के अभाव का चिन्तन ही कष्ट】 कष्ट क्या है? सुख के अभाव, का चिन्तन, बार-बार, कारण है जो, विनाश का, भ्रमित करता जो, नर को, भिन्न-भिन्न मार्गों पर, विकर्षण करता, आदर्श से, जो उपस्थित करता कैफ़ियत,... Hindi · मुक्तक 1 235 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Apr 2021 · 2 min read प्रेम की राह पर-6 लाल सिंह-चिंता न करो, तुम्हारे ख़्यालात के अनुसार ही सभी कालों की ऐतिहासिक क्रमशः झण्ड उतारेंगे। चुनौती की आन्तरिक पहलू ऐसा रहा है कि इतिहास को फिरंगियों ने जैसा तय... Hindi · कहानी 1 1 237 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 24 May 2021 · 1 min read **हे प्रभु!यह कैसा मृत्योत्सव है** टूट चुके हैं स्वप्न जगत के, जीवन का परिमल सब छूटा, आशाएँ हैं भय से आकुल, बचे प्रेम का पुल जब टूटा, थोड़ी जो कुछ सहानुभूति थी, घर का रोशनदान... Hindi · कविता 1 253 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 21 Jun 2021 · 1 min read **First pace and staggering triumph** When you starts with your first pace? With your own energy, You will look that, Second pace,self, Pursue the first, Because your first pace, Have splendid base, Which will not... English · Poem 1 1 299 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 20 Jun 2021 · 1 min read ***Aim and it's enthralled vista*** Don't make your aim, As museum, Where every old and trite thing, Is kept for manifestation, Likewise, You also keep your dirty ideas, Your traumatic events, Your friends of mean... English · Poem 1 1 528 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 19 Jun 2021 · 1 min read **Largesse and it's emphasis in world** Explore real world, Which is static in your body, You can never search it whole, you can never understand it, It's only key for awakening it, Largesse, By which you... English · Poem 1 297 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 18 Jun 2021 · 1 min read **Flippant karma and hope** How, we are flippant, Towards our karma, We know well that, A single drop can never be ocean, So,How,we can accept, A small good work, As a drop, To become... English · Poem 1 1 322 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 18 Jun 2021 · 1 min read *****Morning of life*** Morning of life, If we pave the way beautifully, Then,at least, We touch the limit of this, But,we, between this visit, Accept many hurdles, And should accept these, Here,We shall... English · Poem 1 1 282 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Jun 2021 · 1 min read **Aim will personify itself** Aim, Should not be only aim, We should be ascertained, That,what? We are gauging from it,s fathom, It's length in the form of circumstances, Honesty in the form of karma,... English · Poem 1 1 382 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 16 Jun 2021 · 1 min read Give midas touch to your karma. Stop, To search things, Which are irrelevant, Which are not champion, And not go together your ideas, Which are not come in to light, And not imbibe positivity, And always... English · Poem 1 486 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 14 Jun 2021 · 1 min read ***Mind and it's cursory application*** Gaze the bird, And their feet and wings, Gazing their attitude also, When they need, To open their wings, They open them, With earnest, Very smoothly, But, why,men can't open,... English · Poem 1 327 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 13 Jun 2021 · 1 min read ***Every moment is panoramic*** Every moment is panoramic, Which are to be searched by you, Where ? Within you and within other person, Here,is need of your own tact, To perceive human, According their... English · Poem 1 1 294 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 12 Jun 2021 · 1 min read **Knowledge gem** Search the gems, Which are yourself, But they have distanced themselves, To find in you,a worthy space, They are searching opportunities, Of goodness, Which is disappear from you, From your... English · Poem 1 1 505 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 11 Jun 2021 · 1 min read ***Let grow your nuance power*** Stop the race, Of your ideas, Which have monkey mind, Ideas which have substandard base, Let destroy them, With the sword of wit, World of ideas, Itself, has the power,... English · Poem 1 1 505 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 10 Jun 2021 · 1 min read ***Be lucent,for his own labours*** Don't blame destiny, You should blame circumstances, You have created, By your unstrategic work, The circumstances, Have prevailed surrounding you, Which can never be changed by you, Have made by... English · Poem 1 1 335 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 9 Jun 2021 · 1 min read ***Let fight enemies within our body*** To quell, The enemies within our body, Is not easy, Why,you have visited , You have loved the skin, so far, You have never try to visit, The stable passenger... English · Poem 1 1 316 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 8 Jun 2021 · 1 min read **Poverty means narrow room in heart** Poverty, It is not lack of money,only, It is lack of decent ideas, Not to do compassionate work, Survive with contemplation of fortune, always Lack of good powers, Lack of... English · Poem 1 1 349 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 7 Jun 2021 · 1 min read **Peace seeks worthiness** Worthiness, Always seeks peace, And the peace,can not be found, In caves To get embroil your mind, In the search of peace, Firstly,peace deny worldly noise, Which take a home... English · Poem 1 280 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 6 Jun 2021 · 1 min read **Fidelity must pursue reverence** There is a need of Fidelity, In every field of life, Life is like a music, Someone play with it, With grit,peace and enthusiasm, Fidelity ratify all this, Which make... English · Poem 1 1 338 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 5 Jun 2021 · 1 min read **A true narrative within soul** To chalk out, A true narrative, Within your body, You should prepare yourself, To establish a firm relation, To choose suitable and decent act, To live with magnanimity of God,... English · Poem 1 1 460 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 4 Jun 2021 · 1 min read **Be special in selection of path** Let leave the futile life, Which has wasted in wrong things, Start new innings, Use special wings, Of pure ideas, To fly with your strength, To catch everything, Which,you can... English · Poem 1 1 365 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 3 Jun 2021 · 1 min read **Be pioneer with a vast movement** Movement is the event, First,which should be, Started from inner, To remove the garbage, Of envy, Of violence, Of false behaviour, Of mind set,to oppress people, And, it is not... English · Poem 1 1 381 Share शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर) 2 Jun 2021 · 1 min read **Knowledge path is not easy** To stand in row, Of knowledge, That too, To top at all, Not easy, As play with ball, Ball may be controlled, But Little knowledge, May be destroyed you? Knowledge... English · Poem 1 3 340 Share Page 1 Next