Dushyant Kumar Patel 140 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dushyant Kumar Patel 6 Oct 2016 · 1 min read मेरी प्यारी बहन फूलों सी मुस्कान है,विमल हिया है तू श्वेत शीतल तू चंचल रिया है परी जैसी मेरी प्यारी बहन है ना बंदीश उसका मन खुला गगन है फूलों की वर्षा खुशियों... Hindi · कविता 8k Share Dushyant Kumar Patel 7 Sep 2016 · 1 min read मेहनत ही भाग्य विधाता है / कविता कुछ कर दिखाने को ठानो तो सही, यहाँ मेहनत ही भाग्य विधाता है ! बेमतलब परेशान क्यों होता है, बीज बोता है वही फल पाता है ! मुश्किल वक्त में... Hindi · कविता 1 5k Share Dushyant Kumar Patel 24 Jun 2017 · 1 min read परिणय बंधन विवाह अक्षत पवित्र बंधन है ,मन आत्मा ह्रदय का मिलन है l एक पथ दो राही का संगम,विवाह जन्मों का बंधन है l परिणय बंधन मंगल पद हो, जीवन का... Hindi · कविता 5k Share Dushyant Kumar Patel 30 Jun 2016 · 1 min read युवा शक्ति तुमपे है आस युवा शक्ति तुमपे है आस मन में ला नयी उमंग और अटूट नया विश्वास न बैठे रह गुमशुम युवा शक्ति तुमपे है आस भूल जा अतीत निराश दिन सुनहरे अक्षरों... Hindi · कविता 1 1k Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read ऐसी मेरी बहना वो सुबह-शाम घर की जलती दीया रौशन कर रहा घर को मेरी बहना“सिया” नजाकत से सम्भाली है रिश्तों को टूटने से कभी उसने रिश्तों में दरार न पड़ने दिया नयी-नयी... Hindi · कविता 1k Share Dushyant Kumar Patel 10 Oct 2017 · 1 min read नटखट बचपन गौरैयाँ की मधुर चहक सुन, हम रोज सुबह उठ जाते थे l पगडंडी राहों पर चलकर, हम नदी नहाने जाते थे ll चंदा को मामा कहते थे, सूरज को काका... Hindi · कविता 1k Share Dushyant Kumar Patel 13 Jul 2016 · 1 min read जाने क्या-क्या लिखूं हाले दिल की दास्तां लिखूं मधुर मिलान की यादें लिखूं छम-छम बरसता सावन या केशु की महकती खुशबू जाने क्या-क्या लिखूं ……. तेरी नखरे-शरारत लिखूं शोख बलखाती जवानी लिखूं छुप-छुप... Hindi · कविता 1 918 Share Dushyant Kumar Patel 28 Jul 2016 · 1 min read तुम ग़ज़ल शायरी //ग़ज़ल // तुम सुबह शाम की ईबादत हो मेरी पहली,आखिरी मोहब्बत हो कोई नहीं जहां में यारा तुम सा सच में तुम इतनी खूबसूरत हो तुम्हें पाके क्या माँगू क्या चाहूँ तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 881 Share Dushyant Kumar Patel 22 Jul 2017 · 1 min read बरसात की ऋतु सावन आया बरसे छम-छम कर बदरा धरती ओढी मखमल हरित चुनरिया मिट्टी से सौंधी-सौंधी खुश्बू आई गाँव में हरियाली मनभावन नज़रिया नव जीवन चहुँओर मधुरमय खुशहाली धरती पुत्र का मन... Hindi · कविता 1 926 Share Dushyant Kumar Patel 18 Sep 2016 · 1 min read "तुम कब आओगे" //ग़ज़ल// बहर 2222 2222 222 हम रोतें बैठे है तेरी यादों में तड़प रहें है भीगी-भीगी रातों में तुम हुई हो जबसे ओझल नज़रो से देख तस्वीर तेरी खोयें है ख्वाबों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 783 Share Dushyant Kumar Patel 10 Nov 2016 · 1 min read कुछ दोहे (1) दर्शन करने श्याम का,चल वृन्दावन धाम ! जग का पालन हार वो , जप ले राधे नाम ! (2) मनमोहन की बाँसुरी, लेती राधा नाम ! मधुवन आई राधिका... Hindi · दोहा 805 Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read पतझड़ है ज़िंदगी वो छोड़ा है शहर जबसे पतझड़ है ज़िंदगी भीगी-भीगी सी आंखे है पतझड़ है ज़िंदगी बसर करे कहाँ ढह गया है आशियाना खो गई है खुशियाँ कहाँ पतझड़ है ज़िंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 824 Share Dushyant Kumar Patel 29 Jun 2016 · 1 min read मधुर मिलन शाम रूमानी मौसम है कोई प्रिया को पयाम दे आये बैठे है राहगुजर में इंतिजार करते वो दौड़ती हुई सज-धझ के पास आये जुल्फ लहराए हँवा में उनकी चुनर भी... Hindi · कविता 749 Share Dushyant Kumar Patel 13 Nov 2017 · 1 min read प्रिया बावरी *कविता* हो राधा मीरा की जैसी,तुम कान्हा की दीवानी l है चल चितवन है चन्द्रवदन, तुम अलबेली मस्तानी ll हो तितली सी पग है नलिनी,हो इन्दु जमीं की रानी l... Hindi · कविता 1 1 834 Share Dushyant Kumar Patel 24 Jun 2017 · 1 min read तुम प्रीत की छाँव हो तुम हँसी सौगात हो, फूलों की बरसात हो l तुम दिन रात हो, मेरी धड़कन हयात हो l तुम मेरे अरमान हो, दिल का मेहमान हो l तुम मेरी पहचान... Hindi · कविता 681 Share Dushyant Kumar Patel 26 Aug 2017 · 1 min read हम अनाथ हम अनाथ, इस दुनिया में हमारा न घर न परिवार कोई सुनता नहीं ? भगवान पत्थर है और इंसान भी ये दुनिया आज भी हमारे लिये विरान और काँटो भरा... Hindi · कविता 665 Share Dushyant Kumar Patel 9 Oct 2016 · 1 min read बरसे श्याम बदरिया चम-चम चमके गड़-गड़ गरजे बिजुरिया सावन आया बरसे श्याम बदरिया मिट्टी से सोंधी-सोंधी खुश्बू आई धरती ओढी मखमल हरित चुनरिया खुशहाली चहुँओर नवरंग- नव जीवन किसानों का मन पुलकित आया... Hindi · कविता 764 Share Dushyant Kumar Patel 18 Jul 2016 · 1 min read इस अनाथ को माँ जरूर देना मैं हूँ अनाथ इस दुनियाँ में मेरा न घर न परिवार है न ज़िन्दगी बेरंग है कोई सुनता नहीं लगता है सब पत्थर है ……. ज़माना हँसती है देख फटे... Hindi · कविता 677 Share Dushyant Kumar Patel 14 Sep 2016 · 1 min read हिंद का अवतार है हिंदी हिंद की पुकार है हिंदी हिंद का सिंगार है हिंदी हिंद की प्राण है हिंदी हिंद की शान है हिंदी हिंद की पहचान है हिंदी हिंदी की सम्मान है हिंदी... Hindi · कविता 620 Share Dushyant Kumar Patel 24 Jun 2017 · 1 min read जब वो चलती है देख उसे सूरज छुप जाता है, सावन घिर-घिर आता है, राहों के फूल हँसते है, बसंती पवन ठहर जाती है l वो जब भीगी-भीगी जुल्फें झटकती है, तब जमीं पर... Hindi · कविता 1 1 649 Share Dushyant Kumar Patel 26 Aug 2016 · 1 min read ??मुक्तक?? माँ का प्यार ही ??मुक्तक?? माँ का प्यार ही इस संसार का पहला प्यार है माँ से ही जुड़ी इस दुनिया के हर एक तार है कल्पना किसी चीज़ की संभव नहीं माँ बिन... Hindi · मुक्तक 640 Share Dushyant Kumar Patel 15 Jul 2016 · 2 min read प्यार की कसम//गीत// प्यार की कसम आ जा लौट के सनम खज़ा आ गई हैं ज़िंदगी में तेरा जाने से वों सनम ….. लगता नहीं दिल कहीं अब तो मौसम भी मुझसे खफा... Hindi · गीत 2 593 Share Dushyant Kumar Patel 15 Jul 2016 · 1 min read मेरे पापा जल्दी आना खुशियों की झोली भर कर फूलों से मुस्कान चुरा कर मेरे पापा जल्दी आना लाना अम्बर से चांद चुरा कर पापा हमें रखना दिल के करीब मेरी हँसी देखना छूप-छूप... Hindi · कविता 2 578 Share Dushyant Kumar Patel 24 Jun 2017 · 1 min read *तुम चन्द्रमुखी* चन्द्रसुशोभित हे प्रिय तेरा मुख मन्ड़ल मनवां कुन्दन मधुबन काया है संदल है मृगलोचन अलके रेशम श्यामल सी कोयल सी मीठी बातें औ' मलयाचल कोंपल सा नव यौवन तुम हो... Hindi · कविता 1 618 Share Dushyant Kumar Patel 6 Sep 2016 · 1 min read गाँव की है धानी सी धरा//गीत गाँव की है धानी सी धरा अमिट यहाँ कुदरत की माया देख मन- मयूरा झूम उठा सावन श्याम घटा है छाया सुरमई मतबाली है शाम दुल्हन यहाँ धरती की रानी... Hindi · गीत 628 Share Dushyant Kumar Patel 11 Sep 2016 · 1 min read कौन जिम्मेदार है ? //कविता देश में व्यापत पग-पग में समस्याओं के लिए कौन जिम्मेदार है ? क्या वाकई में नज़र नहीं आ रही है ? हम जिम्मेदार है या हमारा संविधान ? कैसी स्वतंत्रता... Hindi · कविता 604 Share Dushyant Kumar Patel 7 Sep 2017 · 1 min read छोटा सा बालक गरीबी का साया खुद से अलग करने के लिए नहीं बल्कि माँ की ईलाज और रोटी के लिए दोपहरी धूप में छोटा सा बालक गुब्बारे बेचने निकला था l गुब्बारे... Hindi · कविता 697 Share Dushyant Kumar Patel 26 Aug 2016 · 1 min read मैं तेरा चाँद हूँ ??गीत मैं तेरा पतंग हूँ, तू मेरी डोर है मैं तेरा चाँद हूँ,तू मेरी चकोर है.. तेरे आने से पतझरों में भी मधुमास है तेरा-मेरा मिलन राधा-किशन का महारास है मंजुल... Hindi · गीत 1 589 Share Dushyant Kumar Patel 10 Jul 2016 · 1 min read तेरी याराना पसंद है |ग़ज़ल| मुस्कुरा कर दर्दे दिल छूपाना पसंद है तुम्हें तो दिल जलाकर बहलाना पसंद है देखना चाहते है तेरे चेहरे पर मुस्कान ज़िंदगी से तेरे हर ग़म चुराना पसंद है जानते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 577 Share Dushyant Kumar Patel 30 Jun 2016 · 1 min read कश्मीर हैं हिन्दुस्तान का कश्मीर हैं हिन्दुस्तान का हैं प्रतीक आन बान शान का जो देखे बुरी नजर से उठाओ तलवार भारत माँ के सपूतों कर दो अलग सर को धड़ से ! भले... Hindi · कविता 545 Share Dushyant Kumar Patel 18 Jul 2016 · 1 min read जिसे चाहा दिल से पूजा कोमल सा नाजुक दिल में, तन्हाई की खंजर चुभा है। यादो कइ गहरा समुन्दर में, मेरा दिल डूबा है। वो तितली दूर उड़ चली, दिल की उपवन उजड़ा है। न... Hindi · कविता 538 Share Dushyant Kumar Patel 9 Jul 2016 · 1 min read छाया अंबा की// हाइकु// [1] छाया अंबा की मेरे सुखी जीवन हूँ गुलजार !! [२] अम्बर नीला हरी भरी धरती बहती नदी ! [3] राधा नगरी श्याम का आगमन प्रीत संगम !! [4] न्याय... Hindi · हाइकु 3 550 Share Dushyant Kumar Patel 10 Sep 2016 · 1 min read हम कौन है ? //कविता सवाल तो आज खुद से करना है हम कौन है ? क्या है ? और यहाँ किसलिए है ! शायद जवाब ढूँढने में कितना वक्त लगेगा खुद अनभिज्ञ है !... Hindi · कविता 513 Share Dushyant Kumar Patel 3 Sep 2016 · 1 min read चेहरा नूरानी बातें हैं रुहानी // गीत तू है प्रितिका, तू है चाँदनी निशा चंचल मन,हिरनी चाल,निराली अदा चेहरा नूरानी बातें है रुहानी तुमसे मेरी दुनिया तुम हो ज़िन्दगानी... तेरी होठों की लाली गाल गुलाबी सोलहवां साल... Hindi · गीत 508 Share Dushyant Kumar Patel 16 Oct 2016 · 1 min read बेटियाँ बेटियाँ ही तो अनमोल दौलत बेटियाँ है मधुबाला, मधुकली चहक-महक रौनक है आँगन में इस जग में बेटियाँ है निराली जग की चेतना है ,कल्पना है , सूरज,चांद,धरती है बेटियाँ... Hindi · कविता 566 Share Dushyant Kumar Patel 16 Jan 2018 · 1 min read राधे-श्यामी छन्द *राधे-श्यामी छन्द*/ *मत्त सवैया छंद* उनकी पायल की मधु रुनझुन, शाम-सहर पास बुलाती है l वो सपनो में आ कर मेरे, आंखों की नींद चुराती है ll तितली सी वो... Hindi · कविता 3 527 Share Dushyant Kumar Patel 21 Aug 2016 · 1 min read अतुल्य हमारा हिन्दुस्तां है //गीत मिट्टी की खुश्बू रंग बिरंग आसमां है धरती का स्वर्ग अतुल्य हमारा हिन्दुस्तां है पावन करती धरा को कल-कल बहती गंगा है आज भी हमारा भारत सोने की चिडियां है... Hindi · गीत 2 530 Share Dushyant Kumar Patel 26 Aug 2017 · 1 min read खो गई आशिकी ग़ज़ल 212 212 212 212 मैं इधर से उधर भागती रह गई l कश्मकश ज़िंदगी नाचती रह गई ll खो गई आशिकी कौन से मोड़ में l नज़र मेरी उन्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 508 Share Dushyant Kumar Patel 4 Jul 2016 · 1 min read आ वापस इस शहर को ढूंढ़ता रहता हूँ तुझे ख्यालो में तेरे इक झलक पाने को यार जाने के बाद तेरे दोस्त बनाया हूँ मयखाने को सपने तेरे सजाने के लिए ठुकराया था रस्मो-रिवाजो को... Hindi · कविता 521 Share Dushyant Kumar Patel 2 Jul 2016 · 1 min read तुझे रब मानता हूँ तेरी हर असलियत जानता हूँ, फिर भी तुझे रब मानता हूँ. भूल जाता हूँ खुद को भले ही, मगर तेरा चेहरा पहचानता हूँ. बेशक तुमपे न होगी कोई असर, फिर... Hindi · कविता 541 Share Dushyant Kumar Patel 7 Jul 2016 · 1 min read याद जब आती है दिल जबसे टूटा है बिखरे है अरमान कहीं और खोया है चैन कहीं अब तो तन्हाई राते है कभी रोते है,कभी मुस्कुराते है | अकेले छुप -छुप के उन्हे देखते... Hindi · कविता 523 Share Dushyant Kumar Patel 1 Jul 2016 · 1 min read वक़्त आ गया है ब्रह्मांड सा विस्तार हो रहा हैं हर दिन इंसान का सोच, मानव का जीवन कहीं ऐसा तो नही इस विज्ञान युग में हम धरती को हि भुल तो नही रहे... Hindi · कविता 505 Share Dushyant Kumar Patel 16 Oct 2016 · 1 min read हँसी आज दिल पे /ग़ज़ल बहर 122 / 122 / 122 / 122 हँसी आज दिल पे लुटाने चला हूँ उसे राज दिल का बताने चला हूँ फिदा हो गयें यूं उसे देखकर हम मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 480 Share Dushyant Kumar Patel 13 Jul 2016 · 1 min read सूना-सूना है अब गाँव कोयल हो गई गुम कौआ नहीं करता काँव आँगन में उदासी छाई सूना-सूना है अब गाँव सूख गई है नदी टूटी पड़ी है नाव पनघट भी वीरान है नहीं कुदरत... Hindi · कविता 487 Share Dushyant Kumar Patel 5 Aug 2016 · 1 min read देखा जबसे तुझे //गीत देखा जबसे तुझे दीवाना हो गया चाहा जबसे तुझे तेरा हो गया ... पल-पल तुम्हें याद करने लगा हूँ तेरे नाम की माला जपने लगा हूँ खो गया मन मेरा... Hindi · गीत 508 Share Dushyant Kumar Patel 11 Oct 2016 · 1 min read बोलो हरे कृष्णा बोलो हरे कृष्णा, बोलो हरे मुरारी बोलो हरे कृष्णा, बोलो कुंज बिहारी तेरा रोम-रोम पुलकित हो जायेगा तेरे मन की पीड़ा मिट जायेगा मन मथुरा,तन वृन्दावन बन जायेगा मन मंदिर... Hindi · गीत 491 Share Dushyant Kumar Patel 17 Jan 2017 · 1 min read "जग स्तंभ सृष्टि है बिटिया " यहाँ अजन्मी मर जाती है, क्यों माँ कि कोख में बिटिया| देवी का अनूप रुप है, जग स्तंभ सृष्टि है बिटिया | संस्कार धरोहर आन शान, रीत प्रीत धन है... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 489 Share Dushyant Kumar Patel 11 Aug 2016 · 1 min read माँ से ये कहकर निकले है हम कफन ओढ घर से निकले हैं जान हथेली में रखकर निकले है दुश्मनों के मिटा देंगे वजूद हम अपनी माँ से ये कहकर निकले है Hindi · मुक्तक 488 Share Dushyant Kumar Patel 3 Jul 2016 · 1 min read तुम बसंत //हाइकु सपने मेरी [1] सपने मेरी ज़िन्दगी फुलवारी तुम बसंत !! [2] पिया न आये पनघट किनारे नैन निहाँरे !! [3] सावन घटा बरसे रिमझिम पिया भी साथ !! [4] हमराही... Hindi · हाइकु 452 Share Dushyant Kumar Patel 5 Aug 2016 · 1 min read माँ तू ही मेरा सबकुछ माँ तू ममता का सागर है …. तुम्हीं से दुनिया वजूद यहाँ। माँ तू ईश्वर का रूप है, माँ तुम्ही से है मेरा जहाँ। माँ तू ही मेरा सबकुछ, न... Hindi · कविता 518 Share Page 1 Next