डाॅ. बिपिन पाण्डेय Tag: मुक्तक 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Jan 2024 · 1 min read महालक्ष्मी छंद आधृत मुक्तक विधान- ऽ।ऽ,ऽ।ऽ,ऽ।ऽ ( रगण×3) कामना प्राप्ति की दूर हो । साथ तेरा मुझे नूर हो। लोग बातें बनाते रहें, आँख में प्यार ही पूर हो।।1 नाव डूबे नहीं धार में।... Hindi · मुक्तक 1 148 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Dec 2023 · 1 min read मुक्तक Happy new year 2024 नहीं सताए दुख का आतप ,सुख की खिले जुन्हाई। खुशियाँ हर-पल रहें खेलती, जीवन की अँगनाई। मिले सफलता जीवन पथ पर,चमके भाग्य सितारा, नया वर्ष हो... Hindi · मुक्तक 146 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Dec 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक हे राजनीति के शिखर पुरुष,तुमको मेरा वंदन है। गौरव गाथा तेरी गाकर ,देश कर रहा क्रंदन है। बाट जोहती भारत माता,आ जाओ फिर से प्यारे, हे अटल तुम्हारे जैसों... Hindi · मुक्तक 117 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 23 Dec 2023 · 1 min read सीता छंद आधृत मुक्तक विधान -ऽ।ऽऽ,ऽ।ऽऽ,ऽ।ऽऽ,ऽ।ऽ पाणि वीणा शारदे दो ज्ञान सारा छंद का। लेखनी में धार दो माँ भाव हो आनंद का। मंत्र दो साकार हो माँ कामनाएँ जीत की, सत्यगामी मैं बनूँ... Hindi · मुक्तक 1 124 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Dec 2023 · 1 min read मुक्तक दोधक छंद आधृत मुक्तक( मापनी युक्त वर्णिक ) ऽ।।,ऽ।।,ऽ।।,ऽऽ माँ मुझको तव प्यार मिला है। जीवन का उपहार मिला है। सुंदर छंद विधान सिखाया, मातु मुझे नव सार मिला है।।1... Hindi · मुक्तक 129 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक (दोहा मुक्तक) प्रेमी उड़कर जा बसे,धरा गगन के बीच। बनी प्रेम शुचिता रहे,पड़े न उन पर कीच। खोज खोजकर दृष्टि हर,पहुँच गई आकाश, लगा टकटकी देखता,पतित अधम हर नीच।। डाॅ.... Hindi · मुक्तक 91 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक दीपक-सम जग ज्योतित करना,जलना सीखा है। जीत भरोसा नहीं किसी को, छलना सीखा है। कुछ तो गुण आएँगे उनके , है सच्चाई ये, जिनकी उँगली का संबल ले, चलना सीखा... Hindi · मुक्तक 1 196 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jul 2023 · 1 min read मुक्तक आसमान में घूम रहे हैं, आतंकी - से काले बादल। भयाक्रांत करते रहते हैं,सबको ही मतवाले बादल। कभी अचानक फट पड़ते हैं,कर देते हैं मुश्किल जीना, मुझको तो पागल लगते... Hindi · मुक्तक 141 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 23 May 2023 · 2 min read हरिगीतिका छंद हरिगीतिका छंद - यह एक मात्रिक छंद है।इसमें 28 मात्राएँ होती हैं।16 और 12 पर यति का प्रयोग होता है। इसकी 5 वीं ,12 वीं,19 वीं, और 26 वीं मात्रा... Hindi · मुक्तक 1 285 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Feb 2023 · 1 min read मुक्तक अंदर का शैतान किसी को ,बुद्ध नहीं होने देता। क्रूर नृशंस पातकी रखता ,शुद्ध नहीं होने देता। अगर विधर्मी समझे होते,प्रेम धर्म की भाषा को, जगत नियंता वंशी वाला ,युद्ध... Hindi · मुक्तक 1 292 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Feb 2023 · 1 min read मुक्तक खबर नहीं है हमें भले ही ,जीवन में अगले पल की। कठिन दौर में हम करते हैं,कोशिश पाने की हल की। समझदार माना जाता है ,जग में केवल वह प्राणी,... Hindi · मुक्तक 2 180 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक हरिद्वार जाकर गंगा में ,तन को अपने धो लेते। कष्ट दूर हो जाते सारे ,नींद चैन की सो लेते। हँसना अपनी मजबूरी है ,गैरों के सँग रहते हैं, अपनों का... Hindi · मुक्तक 2 199 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Jan 2023 · 1 min read मुक्तक अपना करे पराया चाहे,अनय विरोध जरूरी है। अनाचार, हिंसा के पथ से,उचित सदा ही दूरी है। भाव-विचारों का उद्वेलन ,तोड़े भाषिक मर्यादा, शब्दों पर अंकुश रखने की,कोशिश करनी पूरी है।। Hindi · मुक्तक 1 124 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jun 2022 · 1 min read बाबू जी मुक्तक -* दुनिया की करनी का रोना, किससे रोएँ बाबू जी। पड़े हुए अंगार सेज पर , कैसे सोएँ बाबू जी। छेनी और हथौड़ी लेकर,गढ़ने की कोशिश करता, बंजर किस्मत... Hindi · मुक्तक 3 4 617 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Dec 2019 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- किसकी नज़र लगी है बोलो,अपने प्यारे भारत को। शांति छोड़ जिसने अपनाया ,दंगा और शरारत को। आगजनी हिंसा का ताण्डव,हर ओर दिखाई देता है, लोग धर्म के नाम लिख... Hindi · मुक्तक 1 431 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 21 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- यौवन जिसके साथ सदा ही ,करता है अठखेली। यादों का मधुमास लिए वह ,बैठी निपट अकेली। मिटा महावर चूड़ी टूटी , गला हुआ है सूना, साजन बिना अभागिन का... Hindi · मुक्तक 188 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- दिया उम्मीद का भगवन,कभी बुझने नहीं देना। बढ़े हैं जो कदम आगे, उन्हें रुकने नहीं देना। मुबारक साल हो सबको,दुआ दिल से हमारी है, तिरंगा शान भारत की,इसे झुकने... Hindi · मुक्तक 322 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- मज़ा आए भला कैसे जगत की आशनाई में। लगा हो ध्यान जब सबका यहाँ केवल बुराई में। दुखों की शीत में बाँटा अमीरी ने नहीं कंबल, दिखी है मस्त... Hindi · मुक्तक 367 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- मज़ा आए भला कैसे जगत की आशनाई में। लगा हो ध्यान जब सबका यहाँ केवल बुराई में। दुखों की शीत में बाँटा अमीरी ने नहीं कंबल, दिखी है मस्त... Hindi · मुक्तक 243 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- नज़र झुकाकर गलियों से जो,आया जाया करते हैं। कभी भूलकर चाहत को वे, नहीं नुमाया करते हैं। सब देख फिदा हो जाते हैं,उनकी इन्हीं अदाओं को, बैठे- बैठे लोग... Hindi · मुक्तक 201 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Aug 2018 · 1 min read मुक्तक मुक्तक- जिसे दे खून पुरखों ने सजाया है सँवारा है। वहां पर बह रही देखो चतुर्दिक पाप धारा है। नहीं है काम हाथों को भ्रमित है आज की पीढ़ी, बने... Hindi · मुक्तक 457 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 6 Jun 2018 · 1 min read मुक्तक नशा हर चीज़ में था पर मुझे पीना नहीं आया । सलीके से कभी ऐ जिन्दगी जीना नहीं आया। मुसीबत रोज़ आ करके खुशी हर चाक कर देती, रफू ही... Hindi · मुक्तक 235 Share