डाॅ. बिपिन पाण्डेय 433 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Nov 2024 · 2 min read बंदरबाँट बंदरबाँट अपने साहित्यकार पिता जी के नाम ट्रस्ट बनाकर पुरस्कार देने का निर्णय जब गोयल जी ने किया था उस समय उन्हें साहित्य जगत की धांधलियों का अंदाज नहीं था।... Hindi · लघु कथा 22 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Nov 2024 · 1 min read छाता जब-जब बारिश धूप सताती काम बहुत आता है छाता। काला,पीला ,हरा, गुलाबी इसका तो हर रंग लुभाता। खोलो तो ये बने चँदोवा, बंद बेंत-सा बन जाता है। आम आदमी का... Hindi · बाल कविता 25 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 10 Nov 2024 · 1 min read नवगीत काट रही है भूख चिकोटी। दूध नहीं है छाती में पर चिपकी मुनिया छोटी। देख रही है दुनिया सारी केवल अल्हड़ यौवन, कामी बनकर घूरें नजरें बना ज़माना दुश्मन। हमने... Hindi · नवगीत 26 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 1 Nov 2024 · 1 min read ग़ज़ल अपनों की कोई काट नहीं। क्यों खाईं देता पाट नहीं।। सुंदर प्यारे माॅल खुले हैं, अब ढूँढे मिलते हाट नहीं। सोफा,कुर्सी, झूला सब है, घर में मिलती खाट नहीं। सैर-सपाटा... Hindi · ग़ज़ल 34 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Oct 2024 · 1 min read गीत दिन भर दीपक बेचे लाया,फिर पूजा का तेल। दीपमालिका पर्व मनाना,बनी ज़िंदगी रेल। रोटी और दवाई ख़ातिर,करता भागमभाग। सोच यही है कैसे भी हो,किस्मत जाए जाग। लक्ष्मी माता के पूजन... Hindi · गीत 36 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Oct 2024 · 1 min read गीत पास नहीं थी चिंता कोई,बना रहा हरदम शहजादा। चषक नहीं भौतिकता का था,जीवन था सीधा-सादा। सदा प्रसून खुशी के ही, मेरे दामन में थे टाँके। तात तुम्हारे दम पर ही... Hindi · गीत 35 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Oct 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद ( Happy karwa chouth to all) ('शब्दों का अनुनाद' कुंडलिया संग्रह से) झूमें घूमें साथ में,करें परस्पर प्यार। करवा चौथ मनाइए,सुखी रहे संसार। सुखी रहे संसार,उम्र लंबी हो... Hindi · कुण्डलिया 37 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 13 Oct 2024 · 1 min read मरना क्यों? कुछ लोग मर जाते हैं कुछ लोग इंकार कर देते हैं मरने से अंततः मरना उन्हें भी पड़ता है जो इंकार कर देते हैं। उन्हें दुनिया समझती है आदर्श और... Hindi · कविता 41 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Oct 2024 · 1 min read ग़ज़ल चाहत का ऐसा नज़राना,सच कहता हूँ ठीक नहीं। रोज़ गली में आना जाना,सच कहता हूँ ठीक नहीं। इश्क-ए-अंदाज़ समझती है,वैसे ये दुनिया सारी, दर्पण से घंटों बतियाना ,सच कहता हूँ... Hindi · ग़ज़ल 71 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Oct 2024 · 7 min read शकुन सतसई ( दोहा संग्रह) समीक्षा समीक्ष्य कृति : शकुन सतसई ( दोहा संग्रह) कवयित्री : शकुंतला अग्रवाल 'शकुन' प्रकाशक: साहित्यागार, जयपुर प्रकाशन वर्ष: 2023 ( प्रथम संस्करण) मूल्य : ₹ 225/ (सजिल्द) शकुन सतसई: अनुभूतियों... Hindi · पुस्तक समीक्षा 37 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 8 Oct 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद कौन रहेगा साथ में ,कौन करेगा बात। इस छोटी सी बात को,तय करते हालात।। तय करते हालात ,न होता कोई चारा। जाता है दिल टूट,करें जब सभी किनारा। हर प्राणी... Hindi · कुण्डलिया 19 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Sep 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद कैसे अपने देश के, बदलेंगे हालात। बस बातों में जिक्र ये,चिंता की है बात।। चिंता की है बात,सुशिक्षित तलें पकौड़ी। महंगाई का अंत,दूर की लगती कौड़ी। हारा करके यत्न ,जेब... Hindi · कुण्डलिया 41 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Sep 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद सागर सम बनकर रहें ,कभी न बदलें रूप। सुखा न पाए उदधि जल,दिनकर तीखी धूप। दिनकर तीखी धूप, मात्र तिनके झुलसाए। दुख में रहें प्रसन्न ,पास गम कभी न आए।... Hindi · कुण्डलिया 44 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 May 2024 · 8 min read पूर्वोत्तर के भूले-बिसरे चित्र (समीक्षा) समीक्ष्य कृति: पूर्वोत्तर भारत के भूले-बिसरे चित्र ( आलेख संग्रह) लेखक: चितरंजन भारती प्रकाशन वर्ष: जनवरी 2024 ( प्रथम संस्करण) प्रकाशक: इंक पब्लिकेशन, प्रयागराज-16 मूल्य : ₹ 250/- पेपरबैक पूर्वोत्तर... Hindi · पुस्तक समीक्षा 115 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल अब ये चर्चा आम बहुत है। राजनीति बदनाम बहुत है।। बढ़ती जनसंख्या के कारण, जगह-जगह पर जाम बहुत है। यदि सरकारी नौकर हैं तो, जीवन में आराम बहुत है। अम्मा... Hindi · ग़ज़ल 2 1 86 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल कुछ लोगों में सुलह हुई। कैसे कह दें सुबह हुई।।1 नेताओं के झगड़े में, जनता केवल जिबह हुई।2 रोटी कपड़े की ख़ातिर, रामू के घर कलह हुई।3 माँ- बापू की... Hindi · ग़ज़ल 85 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Apr 2024 · 7 min read समीक्षा ,कर्त्तव्य-बोध (कहानी संग्रह) समीक्ष्य कृति: कर्त्तव्य-बोध ( कहानी संग्रह) लेखक: चितरंजन भारती प्रकाशक: सृजनलोक प्रकाशन, नई दिल्ली-62 प्रकाशन वर्ष: 2023 मूल्य: ₹200/ पेपरबैक कर्त्तव्य-बोध: संवेदनाओं को जाग्रत करती कहानियाँ सुप्रतिष्ठित साहित्यकार चितरंजन भारती... Hindi · पुस्तक समीक्षा 106 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Mar 2024 · 8 min read पूर्वोत्तर का दर्द ( कहानी संग्रह) समीक्षा समीक्ष्य कृति: पूर्वोत्तर का दर्द ( कहानी संग्रह) लेखक : चितरंजन लाल भारती प्रकाशक: यशराज पब्लिकेशन, पटना-04 मूल्य: ₹ 400/ सजिल्द पूर्वोत्तर का दर्द: कथ्य का नया आस्वाद आज़ादी के... Hindi · पुस्तक समीक्षा 145 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Mar 2024 · 1 min read दोहे बदल गया है आजकल, कविता का किरदार। वह बस करती मंच पर,शब्दों का व्यापार।।1 होता जिसके पास में, पैसा और रसूख। समझ नहीं पाता कभी,वह निर्धन की भूख।।2 धर्म ग्रंथ... Hindi · दोहा 160 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Mar 2024 · 10 min read बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) समीक्षा समीक्ष्य कृति: बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) लेखक: डाॅ बलराम अग्रवाल प्रकाशक: विजय गोयल, इंग्लिश-हिंदी पब्लिशर, दिल्ली-32 संस्करण: प्रथम, फरवरी ,2024 मूल्य: ₹ 150/- (पेपरबैक) बड़ी कथाएँ : अभिव्यंजना में... Hindi · पुस्तक समीक्षा 145 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Mar 2024 · 14 min read समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह) समीक्ष्य कृति- रास्ता बनकर रहा ( ग़ज़ल संग्रह) ग़ज़लकार- राहुल शिवाय प्रकाशक- श्वेतवर्णा प्रकाशन, नई दिल्ली संस्करण - प्रथम ( 2024) मूल्य -249 (पेपरबैक) रास्ता बनकर रहा: एक जनवादी ग़ज़ल... Hindi · पुस्तक समीक्षा 95 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 23 Mar 2024 · 8 min read सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा समीक्ष्य कृति -सारंग कुंडलियाँ कवि- प्रदीप सारंग प्रकाशक- अवध भारती प्रकाशन,बाराबंकी ,उ प्र प्रथम संस्करण -2022 ( पेपरबैक) सारंग - कुंडलियाँ: 'क्षेत्रीय बोली में राष्ट्रीयता का उद्घोष' अवधी भाषा के... Hindi · पुस्तक समीक्षा 221 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Mar 2024 · 1 min read दोहा दोहा बच्चे भेज विदेश जो,इतराते श्रीमान। कंधे चढ़े पड़ोस के,वे ही गए श्मशान।। डाॅ बिपिन पाण्डेय Quote Writer 3 116 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 8 Mar 2024 · 10 min read स्वदेशी कुंडल ( राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' ) कुंडलिया छंद देशी प्यारे भाइयो। हे भारत-संतान ! अपनी माता-भूमि का है कुछ तुमको ध्यान ? है कुछ तुमको ध्यान! दशा है उसकी कैसी ? शोभा देती नहीं किसी को... Hindi · कुण्डलिया 1 238 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 7 Mar 2024 · 3 min read ध्रुवदास जी के कुंडलिया छंद भजन कुंडलिया हंस सुता तट बिहरिबौ, करि वृंदाबन बास। कुंज-केलि मृदु मधुर रस, प्रेम विलास उपास।। प्रेम-विलास उपास, रहे इक-रस मन माही। तिहि सुख को सुख कहा कहौं, मेरी मति... Hindi · कुण्डलिया 1 92 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Mar 2024 · 1 min read गीत अभी तक ज़िंदा है (गीत ) गीत की शाश्वत स्थिति पर एक गीत-* -------------------------------------------- गीत अभी तक ज़िंदा है कैसे अलग करोगे बोलो साँसों का बाशिंदा है, सतयुग त्रेता द्वापर बीते गीत अभी तक ज़िंदा है।... Hindi · गीत 1 109 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Feb 2024 · 1 min read कुंडलिनी छंद कुंडलिनी छंद कहते पैसा मनुज के, हाथों का है मैल। उसके कारण ही बने, सब कोल्हू के बैल।। सब कोल्हू के बैल ,हमेशा पिसते रहते। चले न कोई काम,बिना पैसा... Quote Writer 1 147 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 21 Feb 2024 · 1 min read दोहा दोहा खार सरीखी हो गई,मानव की तासीर। इसीलिए संसार में,नफरत,हिंसा, पीर।। डाॅ बिपिन पाण्डेय Quote Writer 201 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Feb 2024 · 1 min read दोहा दोहा जीजाबाई-सा नहीं,माँओं का किरदार। वीर शिवाजी देश में ,कैसे हों तैयार।। Quote Writer 163 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Feb 2024 · 1 min read दोहा दोहा कौन करेगा फ़ैसला,देगा कौन दलील। बन बैठा है मुद्दई, मुंसिफ़ और वकील।। डाॅ बिपिन पाण्डेय Quote Writer 1 1 184 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Feb 2024 · 5 min read पाखी खोले पंख : व्यापक फलक की प्रस्तुति पाखी खोले पंख : व्यापक फलक की प्रस्तुति प्रगतिशील प्रकाशन, नई दिल्ली से 2017 में प्रकाशित श्रीधर प्रसाद द्विवेदी की पुस्तक 'पाखी खोले पंख 'जो एक दोहा सतसई है को... Hindi · पुस्तक समीक्षा 138 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Feb 2024 · 1 min read दोहे दोहे लोभी ढोंगी लालची,झूठे चोर लबार। बन बैठे जनतंत्र के ,सारे पहरेदार।।1 सूरज कहता मैं हरूँ,धरती का अँधियार। मुझको नहीं पसंद है,जुगनू का किरदार।। 2 गाँवों में खंभे गड़े ,खिंचे... Hindi · दोहा 85 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया छंद सत्ता पर कब्जा करें ,जोड़-तोड़ में दक्ष। क्या होगा जनतंत्र का ,है यह प्रश्न समक्ष।। है यह प्रश्न समक्ष ,सोचते सब मतदाता। देकर जिनको वोट,बनाया भाग्य विधाता। नीति... Hindi · कुण्डलिया 1 2 97 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Jan 2024 · 1 min read दोहा- दोहा- सत्ता पर काबिज हुए,जोड़-तोड़ में दक्ष। बैठा आज विपक्ष में,कल का सत्ता पक्ष।। डाॅ बिपिन पाण्डेय Quote Writer 1 2 222 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Jan 2024 · 1 min read दोहा दोहा होता जिसके शीश पर,माँ का आशीर्वाद। तोड़ नहीं पाते उसे ,चिन्ता और विषाद।। डाॅ.बिपिन पाण्डेय Quote Writer 1 4 259 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल बड़े जब रहबरी से दूर होते हैं। तभी बच्चे यहाँ मगरूर होते हैं।।1 बनाते हैं कठिन हालात में रिश्ते, मगर लम्हों में'चकनाचूर होते हैं।।2 चलाते हैं सभी अब पीठ पर... Hindi · ग़ज़ल 195 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Jan 2024 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी कलकल छल-छल,बह रहा वेग साथ, निर्मल पवित्र अति ,सरयू का नीर है। हरे- भरे तरु दिखें ,भ्रमर पराग पिएँ, नृत्य करें केकी झूम,गाए पिक, कीर है। सजी-धजी खड़ी आज,करके सिंगार... Hindi · घनाक्षरी 1 1 148 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद अपना हो या गैर हो ,माँगें सबकी खैर। पड़ते नहीं ज़मीन पर,अब भक्तों के पैर। अब भक्तों के पैर ,अयोध्या ओर मुड़े हैं। जाति-धर्म को छोड़,राम के भक्त जुड़े हैं।... Hindi · कुण्डलिया 1 1 216 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 20 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद करिए जीवन में सदा, राम नाम का जाप । लोक-वेद मत है यही, मिटें सभी त्रय ताप । मिटें सभी त्रय ताप, डालतीं खुशियाँ डेरा।. आए मंगल भोर, छँटे घनघोर... Hindi · कुण्डलिया 1 1 195 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 19 Jan 2024 · 1 min read सोरठा छंद (सरस्वती वंदना ) माता तुझे प्रणाम,विद्या बुद्धि प्रदायिनी। आऊँ जग के काम,दो मुझको वरदान यह।।1 है कंठ स्फटिक माल,वीणा पुस्तक कर गहे, बैठी मंजु मराल,शुभ्र साटिका बदन पर।।2 करो समन्वित... Hindi · सोरठा छंद 1 1 143 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Jan 2024 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी घनाक्षरी छंद कलकल छल-छल,बह रहा वेग साथ, निर्मल पवित्र अति ,सरयू का नीर है। हरे- भरे तरु दिखें ,भ्रमर पराग पिएँ, नृत्य करें केकी झूम,गाए पिक, कीर है। सजी-धजी खड़ी... 1 1 123 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Jan 2024 · 1 min read प्रमाणिका छंद उरी के शहीदों को समर्पित - ------------------- प्रमाणिका छंद ।ऽ। ,ऽ ।ऽ, ।ऽ जगण,रगण,लघु और गुरु रहा कराह देश है, न शर्म बंधु लेश है। रहे सभी मना यही,सने न... Hindi · छंद 1 129 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Jan 2024 · 1 min read महालक्ष्मी छंद आधृत मुक्तक विधान- ऽ।ऽ,ऽ।ऽ,ऽ।ऽ ( रगण×3) कामना प्राप्ति की दूर हो । साथ तेरा मुझे नूर हो। लोग बातें बनाते रहें, आँख में प्यार ही पूर हो।।1 नाव डूबे नहीं धार में।... Hindi · छंद 1 188 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद सर्दी ने इस बार तो,धरा रूप विकराल। कहते हैं ये बात सब ,जाड़े में हर साल। जाड़े में हर साल,बात दे यही सुनाई। पहनो कपड़े गर्म ,ओढ़कर रहो रजाई। करे... Hindi · कुण्डलिया 2 129 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jan 2024 · 1 min read गीत-2 ( स्वामी विवेकानंद) चाह यदि जीवन में उत्कर्ष। निरंतर करना है संघर्ष।। मिलेगी फिर निश्चय ही जीत, बनेगी सारी दुनिया मीत। राह में बाधक रहा विमर्ष, निरंतर करना है संघर्ष।। स्वयं को मत... Hindi · गीत 3 163 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Jan 2024 · 1 min read गीतिका काव्य को अनुभूति का अध्याय लिखते रह गए। हर दुखी की पीर का व्यवसाय लिखते रह गए।। लोग आए निर्धनों की फूंक डाली झोपड़ी, और हम बैठे विवश बस न्याय... Hindi · गीतिका 1 89 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2024 · 1 min read शुभमाल छंद जगण+जगण 121,121 भजो प्रभु नाम। सदा सुख धाम। धरो मन धीर। हरें हर पीर।।1 करो प्रभु जाप। मिटे भव ताप। बने मन फूल। मिटे हर शूल।। 2 प्रदूषण रोक। हरो... Hindi · छंद 1 145 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक मुक्तक छाया है कुहरा घना,बहुत अधिक है शीत। मार्ग नहीं दिखता कहीं,सब राही भयभीत। विकट परिस्थिति है बनी,फँसी मुसीबत जान, मौसम के आगे नहीं, संभव लगती जीत।। डाॅ. बिपिन पाण्डेय Quote Writer 1 230 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल पर्दाफाश करूँ मैं कैसे ,किस्सा बड़ा अजीब है। लाड जताती कभी ज़िंदगी,लगती कभी रकीब है।। सुबह-शाम माँ जिसका माथा,चूम रही है प्यार से, सच मानो वह इस दुनिया में,गोया नहीं... Hindi · ग़ज़ल 1 115 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Dec 2023 · 1 min read मुक्तक Happy new year 2024 नहीं सताए दुख का आतप ,सुख की खिले जुन्हाई। खुशियाँ हर-पल रहें खेलती, जीवन की अँगनाई। मिले सफलता जीवन पथ पर,चमके भाग्य सितारा, नया वर्ष हो... Hindi · मुक्तक 229 Share Page 1 Next