डी. के. निवातिया 406 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डी. के. निवातिया 31 Mar 2022 · 1 min read सच्चा उसका प्यार निकला - डी के निवातिया सच्चा उसका प्यार निकला *** छोड़कर गया तन्हा बड़ा बेदरदी मेरा यार निकला, वो झूठा ही सही मगर सच्चा उसका प्यार निकला, इस तरह से लिखा था एक एक लफ्ज... Hindi · मुक्तक 2 1 162 Share डी. के. निवातिया 9 Apr 2022 · 1 min read नादानी - डी के निवातिया नादानी ! तेरी हर इक हसीं मुस्कान पर मुझ से ये नादानी हो जाती है, तुझे देखते ही बोलने से पहले, मेरी जुबान लड़खड़ा जाती है !! ! डी के... Hindi · शेर 2 455 Share डी. के. निवातिया 18 Jun 2022 · 1 min read जुबान काट दी जाएगी - डी के निवातिया जुबान काट दी जाएगी, ! सच बोलॉगे तो जुबान काट दी जाएगी, सजा ऐ काला पानी की बांट दी जाएगी, सोच समझकर हिलाना अपने लबों को, वरना तुम्हारी भी श्रेणि... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक · शेर 2 578 Share डी. के. निवातिया 25 Jun 2022 · 1 min read भूल जा - डी के निवातिया भूल जा ! जो हुआ, सो हुआ, भूल जा अच्छा था, या बुरा भूल जा !! वक्त कब ये किसी का रहा, आज उस का रहा भूल जा !! जिंदगी... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 2 1 265 Share डी. के. निवातिया 4 Jul 2022 · 1 min read दिन बड़ा बनाने में दिन बड़ा बनाने में ! साहस जुटाना होता दिल कड़ा बनाने में, मिटटी को मथ-मथ कर, घड़ा बनाने में, यूँ ही नहीं आती है बहारें इस जिंदगी में रात खर्चनी... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 2 4 331 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2022 · 1 min read याद बीते दिनों की - डी के निवातिया याद बीते दिनों की *** बिताई न जाए रात बीते दिनों की, छुपाई न जाए बात बीते दिनों की, लौटकर न आएंगे फिर से वो दिन, मिटाई न जाए याद... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक 2 836 Share डी. के. निवातिया 15 Jul 2022 · 1 min read जिंदगी की फरमाइश - डी के निवातिया जिंदगी की फरमाइश ! जिंदगी की फरमाइश यही कुछ ख़ास कर मेहनत पर जोर दे मुफ्त की न आस कर मत बैठ भरोसे किस्मत के कुछ न होगा, चमकेगा सितारा... Hindi · कविता · कोटेशन · मुक्तक 2 2 609 Share डी. के. निवातिया 15 Oct 2022 · 1 min read अब कितना कुछ और सहा जाए- .... अब कितना कुछ और सहा जाए, होठो कब तक हाथ रखा जाए ! तुम ही बतला दो मेरे आका मुँह खोले या मौन रहा जाए ! साहिब पूछ रहे... Hindi · Poem · Quotation 2 2 445 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2023 · 1 min read फितरत से वाकिफ हूँ मैं हर चाल पहचानता हूँ फ़ितरत *** मैं किस हाल में हूँ बखूबी ये बात जानता हूँ, टूटता गिरता बार बार खुद को संभालता हूँ ! ऐसा मेरी फितरत में नहीं दोष दूँ किसी को,... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · शेर 2 88 Share डी. के. निवातिया 13 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत अपनी-अपनी "फ़ितरत अपनी-अपनी" कोई हसंता है तो कोई हंसाता है, कोई रोता है तो कोई रुलाता है, कोई भगाता है तो कोई बुलाता है, कोई फंसता है तो कोई फंसाता है... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · गीत · गीतिका 2 96 Share डी. के. निवातिया 4 Dec 2023 · 1 min read मेरा प्रेम पत्र मेरा प्रेम पत्र *********** दुनिया में सबसे अनूठा होगा, न फूल छुपे होंगे, न ख़ून से लिखा गया होगा, न इत्र में नहाया, न फूल पत्तियों से सजा होगा, न... Hindi · कविता 2 2 254 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे **** सज धज के नारी खड़ी, होकर भाव विभोर ! सम्मोहन के दाँव से, खींच रही खुद ओर !! *** लब जब मुस्काने लगे, खिलने लगे कपोल ! संकेतक... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 2 87 Share डी. के. निवातिया 13 Jun 2016 · 1 min read यादो का गुलिस्ताँ………. तुम चले तो गये अजनबी बनकर मगर यादो का गुलिस्ताँ अभी मेरे पास है ……….! सजाए बैठा हूँ इस उम्मीद में मिलोगे कभी जिंदगी के किसी मोड़ पर ………….! खिदमत... Hindi · कविता 1 1 499 Share डी. के. निवातिया 18 Jul 2016 · 1 min read प्रकृति प्रकृति सुन्दर रूप इस धरा का, आँचल जिसका नीला आकाश, पर्वत जिसका ऊँचा मस्तक, उस पर चाँद सूरज की बिंदियों का ताज नदियों-झरनो से छलकता यौवन सतरंगी पुष्प-लताओं ने किया... Hindi · कविता 1 3 1k Share डी. के. निवातिया 30 Jul 2016 · 1 min read बरसात निंगोड़ी…. बरसात निंगोड़ी…. क्या करूँ मैं इस बरसात निंगोड़ी का, अपनी तो ऐसी बैरन हुई, जी जान से बैर निभावे है ! जब बरसे है झूम झूम, …………..! तृप्त होता सृष्टि... Hindi · कविता 1 4 497 Share डी. के. निवातिया 6 Aug 2016 · 1 min read नशा……………..४ नशा……………..४ नशा जवानी का अक्सर होश खो देता है अच्छे – बुरे मे फर्क कि समझ खो देता है भटक जाता इस उम्र में युवा जीवन पथ से बहकर रवानी... Hindi · मुक्तक 1 1 251 Share डी. के. निवातिया 12 Aug 2016 · 2 min read माँ मेरा भी रंग दो बसंती चोला.................... देश प्रेम की धुन बजाता आज फिर निकला वीरो का डोला ! संग में उनके मैं भी जाऊं, माँ मेरा भी रंग दो बसंती चोला राजगुरु, सुखदेव, भगत सिंह दहाड़े... Hindi · गीत 1 1 675 Share डी. के. निवातिया 27 Aug 2016 · 1 min read जब जब भी हमे तेरा ख्याल आया जब जब भी हमे तेरा ख्याल आया जब जब भी हमे तेरा ख्याल आया रह रह के दिल में ये सवाल आया क्या सचमुच में तू अमानत है मेरी या... Hindi · गीत 1 579 Share डी. के. निवातिया 30 Aug 2016 · 1 min read मै सिस्टम लाचार मुझे लाचार रहने दो................. मै सिस्टम लाचार मुझे लाचार रहने दो दुनिया कहे बीमार मुझे बीमार रहने दो !! कठपुतली बनके रहा गया हूँ चन्द हाथो की हावी शाशन के चाबुक का शिकार रहने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 347 Share डी. के. निवातिया 9 Sep 2016 · 2 min read पिता पिता पिता नहीं परमेश्वर कहो जीवन का आधार है जो शाखा फूल पत्तिया हम, जीवन का करतार है वो दुःख में सुख की छाया बन कष्टो का करे निवारण जो... Hindi · कविता 1 10 682 Share डी. के. निवातिया 23 Sep 2016 · 1 min read मेरा ठिकाना-2—मुक्तक —डी के निवातियाँ अब किस किस को बतलाऊँ अपना ठिकाना सीमा पर रहता हूँ, हर दिशा है आना जाना प्रेम से पुकारते है लोग मुझे कहकर जवान कर्म – धर्म है मेरा इस... Hindi · मुक्तक 1 2 236 Share डी. के. निवातिया 8 Nov 2016 · 1 min read रहम कर अरे ओ जाने वाली हवा, सुन ज़रा इन बिखरी यादो को समेट ले ज़रा बहुत सताती है ये तेरे जाने के बाद वफ़ा के नाते रहम कर हम पर जरा... Hindi · मुक्तक 1 2 337 Share डी. के. निवातिया 24 Nov 2016 · 1 min read उसूल देखा, मुस्कुराये और चल दिये, भला ये भी कोई बात हुई ! ! मुहब्बत हो या नफरत जनाब, सबके कुछ उसूल होते है !! ! D. K. Nivatiya Hindi · शेर 1 1k Share डी. के. निवातिया 6 Dec 2016 · 1 min read क्यों… (मुअद्दस मुसल्सल ग़ज़ल) माना के बदलाव के लिये बदलाव का होना जरुरी है ! पर क्यों इसमें आमजन को ही फ़ना होना जरूरी है !! ! क्यों नही जलते शोलो में हाथ आग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 473 Share डी. के. निवातिया 6 Dec 2016 · 1 min read राज क्या है……… राज क्या है……… कर दूँ बयान अगर हकीकत तो लाज़ क्या है ! तेरी खूबसूरती के आगे, भला ताज़ क्या है !! अंदर भी कब्ज़ा और पहरा बाहर भी तुम्हारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 545 Share डी. के. निवातिया 2 Jan 2017 · 2 min read मुस्कान मुस्कान, मात्र एक नाम या शब्द नही ये पहचान है……………. !! किसी से प्रीत की मिली हुई जीत की चाहत के गीत की मिलन पे मीत की !! ! मुस्कान,... Hindi · कविता 1 1 677 Share डी. के. निवातिया 9 Jan 2017 · 1 min read आज का नवयुवक आज का नवयुवक अजीब हाल में दिखता है आज का नवयुवक जागा है मगर कुछ खोया खोया सा हँसता भी है पर कुछ रोया-रोया सा जीवन संघर्ष की इस दौड़... Hindi · कविता 1 820 Share डी. के. निवातिया 10 Jan 2017 · 1 min read मुझको मेरा हक दो --::---मुझको मेरा हक दो--::--- मुझको मेरा हक दो पापा बहुत कुछ कर दिखलाऊँगी ! लेने दो खुली हवा में सांसे बेटे से ज्यादा फर्ज निभाऊंगी !! मुझको मेरा ……………… कर... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 4 14k Share डी. के. निवातिया 24 Feb 2017 · 1 min read महादेव पाप पुण्य के युद्ध में जो खुद को मिटाता है। त्याग कर अमृत हलाहल विष अपनाता है। निस्वार्थ लोकहित में जीवन अर्पण कर दे। वो स्वयंशंभू, नीलकंठ, महादेव कहलाता है... Hindi · कविता 1 919 Share डी. के. निवातिया 28 Feb 2017 · 1 min read मधुमास में इस बार मधुमास में फिर खेलेंगे होली हम तेरी यादो संग मोतियों से भी बेशकीमती शबनमी अश्रु जल में घुले होंगे अनेको अनूठे रंग कुछ प्रेम के, कुछ क्रोध के... Hindi · कविता 1 858 Share डी. के. निवातिया 29 Apr 2017 · 1 min read व्याकुल इंसान व्याकुल इंसान दरखत झूमे, सरोवर तीर, निर्झर निर्झर बहे बयार पर्ण:समूह के स्पंदन से, सरगम की निकले तान शीतल प्रतिच्छाया में, पंछी समूह करते विहार मानुष त्रस्त अविचल, अंत:करण धरे... Hindi · कविता 1 586 Share डी. के. निवातिया 3 May 2017 · 1 min read वो हमारे सर काटते रहे वो हमारे सर काटते रहे हम उन्हें बस डांटते रहे !! वो पत्थरो से मारते रहे हम उन्हें रेवड़ी बाटते रहे !! लालो की जान जाती रही हम खुद को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3k Share डी. के. निवातिया 3 May 2017 · 1 min read फेल हो गया फेल हो गया सत्तर साल वालो का तो ख़त्म खेल हो गया। छप्पन इंच का सीना भी अब फेल हो गया । दुश्मन रोज़ जख्म पे जख्म दिये जा रहा... Hindi · मुक्तक 1 758 Share डी. के. निवातिया 15 May 2017 · 2 min read माफ़ कर देना माँ --- मातृ दिवस — माँ पर कविता — डी. के निवातिया माफ़ कर देना माँ तुझे मातृ दिवस पर याद नहीं किया मैंने शायद गुम गया कही मातृ दिवस तेरे निश्छल प्रेम की ओट में हर क्षण जो छायी रहती है... Hindi · कविता 1 1 1k Share डी. के. निवातिया 9 Jun 2017 · 1 min read कैसे मुकर जाओगे — डी के निवातिया यंहा के तो तुम बादशाह हो बड़े शान से गुजर जाओगे । ये तो बताओ खुदा कि अदालत में कैसे मुकर जाओगे चार दिन की जिंदगानी है मन माफिक गुजार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 976 Share डी. के. निवातिया 9 Jun 2017 · 1 min read अदा अदा +++++++++++++++ मुझसे मुहब्बत भी बेपनाह करता है फिर भी मेरी हर बात पर बिगड़ता है इसे अदा कहुँ या फितरत जनाब की जो भी हो दिल ये तो उसी... Hindi · शेर 1 761 Share डी. के. निवातिया 21 Jul 2017 · 3 min read गाथा एक वीर की रचना के पूर्ण रसास्वादन के लिए कृपया पूरा पढ़े ...! गाथा एक वीर की ****************** बहुत सुनी होंगी कहानिया रांझा और हीर की आओ तुम्हे, आज सुनाये, गाथा एक वीर... Hindi · कविता 1 5k Share डी. के. निवातिया 21 Jul 2017 · 1 min read ढलता रहता हूँ ढलता रहता हूँ *** हर रोज़, दिन सा, ढलता रहता हूँ ! बनके दिया सा, जलता रहता हूँ !! कोई चिंगारी कहे, कोई चिराग ! यूँ नजरो में, बदलता रहता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 579 Share डी. के. निवातिया 5 Sep 2017 · 1 min read हे गुरुवर तुम्हे प्रणाम हे गुरुवर तुम्हे प्रणाम *** तुम हो प्रबुद्ध, मनीषी शास्त्र, बोध के धोतक तुम जग के शिल्पकार हे गुरुवर तुम्हे प्रणाम !! संचित कर बुद्धि विवेक से जीवन करते आलोकित... Hindi · कविता 1 795 Share डी. के. निवातिया 19 Sep 2017 · 3 min read दो बहनो का मिलन – वार्ता – (हिंदी-अंग्रेजी) दो बहनो का मिलन – वार्ता – (हिंदी अंग्रेजी) ! दरवाजे पर ..दस्तक होती है …. डिंग-डोंग …डिंग-डोंग .. डिंग-डोंग …डिंग-डोंग .. हू इस आउट साइड ऑन द डोर …..... Hindi · कविता 1 1k Share डी. के. निवातिया 4 Dec 2017 · 1 min read बार-बार - गज़ल/गीतिका - डी के निवातिया बार-बार *** वो कौन है जो दिल को दुखाता है बार-बार ! अश्क बहते नहीं दिल कराहता है बार-बार !! वफ़ा संग बेवफाई दस्तूर पुराना है जमाने का फिर क्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 740 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 1 min read अफ़सोस न कर - डी के निवातिया अफ़सोस न कर *** मेरे वतन के हिस्से ये सौगात हर बार मिली है ! कभी गूंगो की कभी बहरो की सरकार मिली है !! किसी में हुनर सुनने का,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 347 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 1 min read काहे भरमाये - डी के निवातिया काहे भरमाये *** काहे भरमाये, बन्दे काहे भरमाये नवयुग का ये मेला है बस कुछ पल का खेला है आनी जानी दुनिया के रंग मंच पे नहीं तू अकेला है... Hindi · गीत 1 488 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 1 min read यशोदा तेरा ललन बड़ा निराला - डी के निवातिया यशोदा तेरा ललन बड़ा निराला *** हलधर का भाई, नन्द का लाला, यशोदा तेरा ललन बड़ा निराला, बड़ा निराला, मैया बड़ा निराला, यशोदा तेरा ललन बड़ा निराला !! कमर जिसकी... Hindi · गीत 1 296 Share डी. के. निवातिया 17 Jan 2018 · 2 min read शब्द विवेचन- मेरा आईना- प्रेम शब्द विवेचन – “प्रेम” शब्द माला के “प” वर्ग के प्रथम और व्यंजन माला के इक्कीस वे अक्षर के साथ स्वर संयोजन के बना “अढाई अक्षर” का शब्द “प्रेम” स्वंय... Hindi · लेख 1 361 Share डी. के. निवातिया 28 Sep 2018 · 1 min read नज़ारा - डी के निवातिया नज़ारा *** कुछ इस तरह मुझ से किनारा कर लिया ! मेरे अपनों ने घर-बसर न्यारा कर लिया !! समझता रहा जिन्हे ताउम्र मै खुद का हमदर्द ! फूलों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 222 Share डी. के. निवातिया 8 Mar 2019 · 1 min read आज की नारी आज की नारी घूँघट त्याग नज़र से नज़र मिलाने लगी है, नारी शक्ति अपनी ताकत दिखाने लगी है !! घुट-घुट के जीना बीते दिनों की बात हुई, खुलकर जिंदगी का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 278 Share डी. के. निवातिया 3 Feb 2020 · 5 min read चना - स्वरचित – डी के निवातिया *चना* ‘चना’ अपने नाम के जैसे भी खुद भी छोटा सा ही है, हाँ है तो छोटा ही मगर अपने गुण, प्रकृति, स्वभाव व आचरण से उतना ही विशाल है।... Hindi · लेख 1 1k Share डी. के. निवातिया 7 May 2020 · 2 min read कोरोना वीरो को प्रणाम कोरोना वीरो को प्रणाम *** कोरोना वीरो का अमिट बलिदान, याद रखेगा बच्चा बच्चा हिंदुस्तान, इनकी मेहनत औ दरियादिली का, गुणगान युगों युगों करेगा ये जहान !! डर अब अंतस... Hindi · कविता 1 2 409 Share डी. के. निवातिया 2 Jul 2020 · 1 min read दे देना हमको माफ़ी - डी के निवातिया मैं पतझड़ की पाती, तुम हो उपवन का फूल ! दे देना हमको माफ़ी, जो हो जाए हमसे भूल !! मै गाँव का देशी छोरा तुम ठहरी शहरी मेम, वार्ता... Hindi · कविता 1 2 452 Share Previous Page 2 Next