Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 May 2017 · 1 min read

फेल हो गया

फेल हो गया

सत्तर साल वालो का तो ख़त्म खेल हो गया।
छप्पन इंच का सीना भी अब फेल हो गया ।
दुश्मन रोज़ जख्म पे जख्म दिये जा रहा है ।
ऐसा लगता है सत्ताधारियो में मेल हो गया ।।

!
!
!

डी के निवातिया

Language: Hindi
1 Like · 743 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2280.पूर्णिका
2280.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
चली गई है क्यों अंजू , तू पाकिस्तान
चली गई है क्यों अंजू , तू पाकिस्तान
gurudeenverma198
जान लो पहचान लो
जान लो पहचान लो
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
रमेश कुमार जैन ,उनकी पत्रिका रजत और विशाल आयोजन
रमेश कुमार जैन ,उनकी पत्रिका रजत और विशाल आयोजन
Ravi Prakash
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
॰॰॰॰॰॰यू॰पी की सैर॰॰॰॰॰॰
Dr. Vaishali Verma
आर-पार की साँसें
आर-पार की साँसें
Dr. Sunita Singh
"बेज़ारी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मेरी औकात के बाहर हैं सब
मेरी औकात के बाहर हैं सब
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ग़ज़ल/नज़्म - उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे
ग़ज़ल/नज़्म - उसके सारे जज़्बात मद्देनजर रखे
अनिल कुमार
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
अंकित आजाद गुप्ता
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
पूर्वार्थ
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
प्रश्न - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
उम्र के हर पड़ाव पर
उम्र के हर पड़ाव पर
Surinder blackpen
इस राह चला,उस राह चला
इस राह चला,उस राह चला
TARAN VERMA
बेटी दिवस पर
बेटी दिवस पर
डॉ.सीमा अग्रवाल
लिखते हैं कई बार
लिखते हैं कई बार
Shweta Soni
जुदा नहीं होना
जुदा नहीं होना
Dr fauzia Naseem shad
कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
कहीं फूलों की बारिश है कहीं पत्थर बरसते हैं
Phool gufran
"तब तुम क्या करती"
Lohit Tamta
समाप्त हो गई परीक्षा
समाप्त हो गई परीक्षा
Vansh Agarwal
*** चोर ***
*** चोर ***
Chunnu Lal Gupta
ख़ामोशी में लफ़्ज़ हैं,
ख़ामोशी में लफ़्ज़ हैं,
*Author प्रणय प्रभात*
सुनो मोहतरमा..!!
सुनो मोहतरमा..!!
Surya Barman
ञ'पर क्या लिखूं
ञ'पर क्या लिखूं
Satish Srijan
हिंदू कौन?
हिंदू कौन?
Sanjay ' शून्य'
कायम रखें उत्साह
कायम रखें उत्साह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मैं उसी पल मर जाऊंगा ,
मैं उसी पल मर जाऊंगा ,
श्याम सिंह बिष्ट
होली और रंग
होली और रंग
Arti Bhadauria
Loading...