अशोक सोनी 136 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अशोक सोनी 12 May 2022 · 2 min read कभी पिता को भी पढ़ना कभी पिता को भी पढ़ना जिसने तुम्हें गढ़ा है क्या उस पिता को तुमने पढ़ा है कभी फुर्सत मिले तो पढ़ना पढ़ना और समझना उसके एक-एक हर्फ उसके एक-एक शब्द... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 2 232 Share अशोक सोनी 16 Mar 2021 · 1 min read अंतर में कितनी पीड़ाएं अंतर में कितनी पीड़ाएं किसको अपनी व्यथा सुनाएं अकथ पीर की ज्वाला उर में कैसे शब्दों में भर लाएं कितने-कितने स्वप्न संवारे कितने उर में गीत सजाए सुनने वाला मिला... Hindi · कविता 2 6 403 Share अशोक सोनी 12 Mar 2021 · 1 min read खोल रखे हृदय वातायन विस्मृत न हो सके स्मृतियों के वे क्षण बाट निहार - निहार थके झरते नयन मन की पालित आशाएं बूढ़ी हो चली कितने खोल रखे सदा हृदय वातायन Hindi · मुक्तक 3 4 374 Share अशोक सोनी 11 Mar 2021 · 1 min read तग़ाफ़ुल न कर इस क़दर मंजूर है मुश्ताक रह लेना उम्र भर तग़ाफ़ुल न कर लेकिन इस क़दर , कुछ तो नवाजिशों का ख्याल कर मुगालता छोड़ कुछ तो एतबार कर । Hindi · शेर 4 8 329 Share अशोक सोनी 10 Mar 2021 · 1 min read प्रतिबद्धताओं के समीकरण बदल जाते हैं कितनी तेजी से प्रतिबद्धताओं के समीकरण । उड़ा ले गया हो जैसे कोई अविश्वास से भरा समीरण । Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 349 Share अशोक सोनी 10 Mar 2021 · 1 min read एतबार करना गुनाह था क्या ये गुनाह था कि तुम पर एतबार किया , खुशी की चाह में खुद को ही बेज़ार किया । Hindi · शेर 3 490 Share अशोक सोनी 9 Mar 2021 · 1 min read लड़ सका न अपने नसीब से बहुत चाहा कोशिश भी की मांग लूं कुछ शै रकीब से , पर हासिल कुछ न हुआ लड़ सका न अपने नसीब से । Hindi · शेर 3 4 444 Share अशोक सोनी 9 Mar 2021 · 1 min read मेरे मंदिर के राम ऋषि कुमार जी धार्मिक दयालु प्रकृति के इंसान। राम मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने भी सहयोग करना चाहा । अपने खर्चे और बचत का आकलन किया निष्कर्ष निकाला कि दस... Hindi · लघु कथा 4 6 540 Share अशोक सोनी 8 Mar 2021 · 1 min read ख़ामोशी ही अच्छी थी ख़ामोशी कुछ ऐसे गुमानी का इल्ज़ाम दे गई फिर जो बोलने पर आया तो रुसवा हो गया । Hindi · शेर 2 4 404 Share अशोक सोनी 8 Mar 2021 · 1 min read मेरी कलम मेरी जुबां लबों को बोलने में हिचकिचाहट है बेशक पर मेरी कलम भी जुबां से कमतर नहीं है । Hindi · शेर 1 4 329 Share अशोक सोनी 8 Mar 2021 · 1 min read मत पूछ मेरे यार जितनी दफे जीता हूं हारा हूं उतनी बार , फलसफा ए इश्क़ मत पूछ मेरे यार । Hindi · शेर 3 341 Share अशोक सोनी 8 Mar 2021 · 1 min read भिन्न रूप में पूजिए मां बहन बेटी बहू , सुख समृद्धि आधार । भिन्न रूप में पूजिए , महिला वनिता नार ।। सर्वप्रथम जिस गोद में , पाई सुख की छांव । ऐसी अनुपम... Hindi · दोहा 3 4 311 Share अशोक सोनी 25 Feb 2021 · 1 min read तो जीवन मधुशाला है जीवन तो जीवन है सरल कठिन कहां होता है सुख संतुष्टि से भर जाए लगता मधु का प्याला है क्लेश क्लांति से घिर जाए तो फिर गरल निवाला है ख्वाब... Hindi · कविता 6 4 467 Share अशोक सोनी 24 Feb 2021 · 1 min read प्रकृति की गोद में सलिल ललित प्रवाहित अविरल लघु गिरि की वो हरित ओट ऊर्ध्व अम्बरी निरख आभ पुलकित अन्तर्मन क्षण भर को क्षण भर विस्मृत कर क्लेश ताप आ बैठ क्षणिक फिर प्रकृति... Hindi · कविता 2 2 475 Share अशोक सोनी 23 Feb 2021 · 1 min read वो बहुत याद आए वो गली वो चौबारे वो घर गांव सारे वो सुकूं देने वाले दरख्तों के साए अचानक ही वो बहुत याद आए । वो गांव की बोली वो मित्रों की टोली... Hindi · कविता 2 6 315 Share अशोक सोनी 23 Feb 2021 · 1 min read ग़ज़ल खुद को ही खुद से छुपाने लगे हैं लोग चेहरों पर चेहरे लगाने लगे हैं । किसी के बुलाने पर भी आए न वो बिन पूछे वज़ह वो बताने लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 341 Share अशोक सोनी 23 Feb 2021 · 1 min read फिर आ जाने दो खट्टी-मीठी बीती बातें दिवस सुहाने भीगी रातें फिर आ जाने दो सूने सूने मन जीवन में खुशियों की वो बात पुरानी फिर छा जाने दो अल्हड़ बचपन मस्त जवानी कही... Hindi · कविता 3 4 414 Share अशोक सोनी 22 Feb 2021 · 1 min read ज़माने मुस्कुराने दे कहीं मैं भूल न जाऊं ज़माने मुस्कुराने दे लबों पर ठहरी हंसी में ज़रा कुछ तो छुपाने दे । Hindi · शेर 2 232 Share अशोक सोनी 22 Feb 2021 · 1 min read खुद की खबर नहीं अपने सिवा किसी को कहां मानते हैं लोग सारे जहां की ख़ाक मगर छानते हैं लोग अपनी खुद की कहीं कोई खबर ही नहीं अपने से ज्यादा दूसरों को जानते... Hindi · मुक्तक 3 328 Share अशोक सोनी 22 Feb 2021 · 1 min read वो मस्त बहारें रुत बासंती बीत चली , बदला वन का रूप । शीतल हवा उष्ण हुई , लगे चटक सी धूप ।। *** पतझर की बेदर्द रुत , छीनी मस्त बहार ।... Hindi · दोहा 2 4 335 Share अशोक सोनी 20 Feb 2021 · 1 min read मुझे भूला शहर मेरा रही बेसब्र सी यादें रहा तन्हा सफ़र मेरा कहीं से आवाज न आई मुझे भूला शहर मेरा । Hindi · शेर 2 4 287 Share अशोक सोनी 16 Feb 2021 · 1 min read आओ हे ऋतुराज पधारो आओ हे ऋतुराज पधारो अनुपम नेह धरा पर वारो रक्तिम, पीत गैरिक पुष्पों से शाख - शाख को पुनः संवारो वन उपवन में सूने मन में सृष्टि सकल ,सकल जन-जन... Hindi · गीत 3 6 266 Share अशोक सोनी 14 Feb 2021 · 1 min read प्यार से जिंदगी संवार लो प्यार हो तो हर किसी को साध लो प्यार हो तो वासना को बांध लो प्यार हो तो जिंदगी संवार लो प्यार हो तो चरित्र को सुधार लो । Hindi · मुक्तक 5 4 495 Share अशोक सोनी 13 Feb 2021 · 1 min read बेटियां स्कूल जा रहीं हैं आज देखा मैंने अपने घर की दहलीज से बेटियों के समवेत लघु समूह भिन्न , तय परिधानों में प्रसन्नमना हो बतियाते कलरव करते जाते हुए । और अनुभव की उनकी... Hindi · कविता 4 6 272 Share अशोक सोनी 13 Feb 2021 · 1 min read मिलकर उदास हो जाते हसरत ही रही दिल में किसी के ख़ास हो जाते कुछ तो खुशी मिलती किसी के पास हो जाते । * * * * * * * * * मसर्रत... Hindi · शेर 1 2 307 Share अशोक सोनी 12 Feb 2021 · 1 min read ख़फ़ा नज़र जब होती है दिल अज़ीज़ किसी अनीस की ख़फ़ा नज़र जब होती है फिर ख़लवत में तन्हा तन्हा गुज़र बसर बस होती है । अशोक सोनी भिलाई । Hindi · शेर 3 4 290 Share अशोक सोनी 11 Feb 2021 · 1 min read मुलाकात कुछ ऐसी थी मुलाकात कुछ ऐसी थी कि मिलते ही वो बहर हो गई शब कटी फिर तन्हा तन्हा दर्द में भीगी सहर हो गई । अशोक सोनी भिलाई । Hindi · शेर 3 4 343 Share अशोक सोनी 11 Feb 2021 · 1 min read विरहा गाए गाने दो अम्बर तल बादल घिर आए घिर आने दो कोई पपीहा विरहा गाए गाने दो वन उपवन में पतझड़ छाए छाने दो कोई किसी को कब भा जाए भा जाने दो... Hindi · कविता 3 2 444 Share अशोक सोनी 11 Feb 2021 · 1 min read कमल ताल में वन पाखी तिर आए हैं रक्तिम कोमल मेघ कहीं घिर आए हैं विटप-विटप में नव पल्लव फिर आए हैं अरुण पुरुष प्राची से देखो झांक रहा कमल ताल में वन पाखी तिर आए हैं ।... Hindi · गीत 1 4 257 Share अशोक सोनी 11 Feb 2021 · 1 min read खंड खंड उत्तराखंड क्या था वो प्रलय दिवस सा मनुज हुआ कितना विवश सा कैसी वो विकल घड़ी थी विकट विपत्ति आन पड़ी थी अचल गिरि भी सचल हुए थे लोचन कितने सजल... Hindi · कविता 4 8 466 Share अशोक सोनी 11 Feb 2021 · 1 min read वो प्यार नहीं है बंध जाए तारीखों में वो प्यार नहीं है करना पड़े इज़हार तो वो प्यार नहीं है प्यार कहां बंधा करता तारीखों में प्यार कहां रुका करता तारीखों में प्यार सदा... Hindi · कविता 4 3 257 Share अशोक सोनी 10 Feb 2021 · 1 min read प्रेम की परिभाषा प्रेम की है अद्भुत परिभाषा जितने रिश्ते उतनी आशा प्रियतमा जब प्यार करती है बंद आंखों में आह भरती है मित्र का प्रेम अलग दिखता है खुली आंख स्नेह लिखता... Hindi · कविता 3 1 443 Share अशोक सोनी 10 Feb 2021 · 1 min read बहुमत बहुमत जिसको भी मिल जाए चेहरा उसका खिल खिल जाए फिर जो जैसा है सब चलता है गुण धर्म नीति सब धरे रह जाएं। अशोक सोनी भिलाई । Hindi · मुक्तक 2 2 349 Share अशोक सोनी 10 Feb 2021 · 1 min read ऐसी कोई बात आओ बैठो सुनें सुनाएं तेरी मेरी इसकी उसकी सारे जग की छलिया ठग की सुनी अनसुनी कही अनकही नई पुरानी सुखद सुहानी अबूझ पहेली कुछ अलबेली दर्द जो छलका दिल... Hindi · कविता 3 5 280 Share अशोक सोनी 2 Feb 2021 · 1 min read पाती संग - संग उड़ आने दो खोल दिए सारे वातायन खोल दिए हैं हृदय के द्वार पाती संग - संग उड़ आने दो सहज सरल औ निश्छल प्यार । सुख सपनों की रखवाली में हमने कितने... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 56 620 Share अशोक सोनी 20 Jan 2021 · 1 min read क्यूं उदास है खोजता रहा ताउम्र वो किसे , किस सुकून की हरसू तलाश है । इधर - उधर तलाशा किया जिसे , वो ग़म दिल के यूं आसपास है । क्यूं तन्हाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 7 343 Share अशोक सोनी 18 Jan 2021 · 1 min read भूल थी कोई मुद्दत के बाद ही सही थोड़ी खुशी हाथ आई थी , बेचारा भूल गया कि बदकिस्मती पीछे ही खड़ी है। जाने क्यों उस पर इतना गुमान हो गया , वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 449 Share अशोक सोनी 18 Jan 2021 · 2 min read स्नेह का भार आनंद जी का बेटा शहर में नौकरी करता है । बहुत दिन हुए बेटे और पोते पोतियों से मिले। आनंद जी ने सोचा और जाने का मन बना लिया। घर... Hindi · लघु कथा 1 4 293 Share अशोक सोनी 16 Jan 2021 · 1 min read तुम्हारी प्रीत में अचल गिरि के अंक से मचलकर निकल पड़ा एक कृष तनु निर्झर खोह कंदराओं से हो प्रवाहित निश्छल शिशु सा अपने में मस्त निश्चिंत अल्हड़ हो ऊंचे - नीचे पथ... Hindi · कविता 2 336 Share अशोक सोनी 15 Jan 2021 · 1 min read इल्ज़ाम मेरी ख़ामोशी मुझे इस तरह रुसवा कर गई , बैठे बिठाए गुमानी का इल्ज़ाम लग गया । अशोक सोनी भिलाई । Hindi · शेर 3 2 491 Share अशोक सोनी 15 Jan 2021 · 1 min read गुनाह उनका यूं ख़ूबसूरती को देखना गुनाह हो गया , निगाहें नेक थीं पर कमबख़्त बदनाम हो गई । अशोक सोनी भिलाई । Hindi · शेर 2 2 287 Share अशोक सोनी 15 Jan 2021 · 1 min read यार अब रहने दे अब तो कुछ मत बोल यार अब रहने दे अश्रु नयन से बहते हैं अब बहने दे पीर हृदय में अकुलाई अब सहने दे महल आस का ढहता है अब... Hindi · कविता 5 6 389 Share अशोक सोनी 14 Jan 2021 · 1 min read वो रोज़ निकल पड़ती है वो निकल पड़ती है भोर होते ही मुंह अंधेरे अलसाई देह को झकझोरती अपनी उनींदी आंखों में ढेर से श्वेत श्याम स्वप्न लिए रास नहीं आते उसे रंग भरे स्वप्न... Hindi · कविता 2 4 245 Share अशोक सोनी 14 Jan 2021 · 1 min read कितना मस्त देखता हूं रोज मैं भीड़ - भाड़ अस्त - व्यस्त अपने ही शोर में मस्त एक शहर बिलकुल बेपरवाह । ट्रैफिक का शोर लोगों का शोर बाज़ार का शोर दुकानों... Hindi · कविता 4 8 411 Share अशोक सोनी 14 Jan 2021 · 1 min read मनसिज सरसावन आया फिर वसंत मनभावन आया फिर मनसिज सरसावन आया होने लगी फिर शिशिर विदाई उपवन कानन ऋतु सुहाई सजने लगे रसाल बौर से मुदित मना ऋतुराज ठौर से कुसुम कांति और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 286 Share अशोक सोनी 13 Jan 2021 · 1 min read सपने -१ आंखों में सपने लहराते समंदर - से आशाओं की उठती गिरती लहरें भ्रमित खुशियां कहां ठहरें छोटी - छोटी खुशियां और उनकी तलाश कभी अपने में कभी तुम्हारे में यहीं... Hindi · कविता 1 4 325 Share अशोक सोनी 12 Jan 2021 · 1 min read मन - पंछी दिन सूना भीगी रात बयार निगोड़ी करे आघात मन का पंछी पंचम कैसे गाए सिले अधर पथराई बात देखो न फिर होने लगी बिन जलधर कैसी बरसात तृण भीगे भीगे... Hindi · कविता 2 2 511 Share अशोक सोनी 12 Jan 2021 · 2 min read मिसेज एक्स की दुविधा ( हास्य - व्यंग्य ) आजकल कोरोना के कारण हर शख्स दुविधा में है । घर से बाहर निकलें या न निकलें , लोगों से मिलें या न मिलें , मास्क पहनें या न पहनें... Hindi · लेख 3 2 256 Share अशोक सोनी 10 Jan 2021 · 2 min read हमारी भाषा हमारा गौरव विश्व हिन्दी दिवस है , शुभकामनाओं का आदान-प्रदान हो रहा है। यह सब देख सुनकर एक सुखद अनुभूति हो रही है। वर्ष में मात्र दो अवसर ऐसे आते हैं ,जब... Hindi · लेख 4 321 Share अशोक सोनी 8 Jan 2021 · 1 min read वो मां ही थी अचानक एक दिन पूछ बैठा मेरा दोस्त बताओ तुम्हारा पहला प्यार कौन था ? कैसा था ? कब किया था ? दोस्त की बात सुन अवाक सा मैं कुछ सोचने... Hindi · कविता 5 8 439 Share Page 1 Next