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सुंदर भावपूर्ण कथा प्रस्तुति।
धन्यवाद !

18 Jan 2021 09:30 PM

जी आपका आत्मिक आभार । धन्यवाद।

जीवन तो एक कर्म है,
करते रहो मूदकर आँख
मांगो इससे कुछ नही,
रख आस पर हाथ ।।

जै जै जले अग्निशिखा
तै तै जले शरीर ,
एक दिन बचेगी राख बस,
हो जाएगा सारा तेल फकीर ।

18 Jan 2021 07:38 PM

बहुत धन्यवाद

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