Anwer Haseeb Language: Hindi 66 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read सियासत-ए-धर्म हर तरफ़ आक्रोश का ये सैलाब आया है पता करो अब कौन सा हिसाब आया है लहू गिर रहा है ... ये देश जल रहा है आज सड़कों पर उठकर... Hindi · कविता 3 7 449 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read हिन्दू - मुस्लिम हम तो खामखां ही एक समझ बैठे थे फिर आज पता चला हम तो अलग अलग थे । वो हिन्दू था ...मैं मुस्लिम था ये सिख था ...वो ईसाई था... Hindi · कविता 2 2 358 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read आज़ाद कर दो परिंदों को आज़ाद कर दो उन्हें हक़ है जीने का मुझें नशा करना मत सिखाओ आदत नही है पीने का । उनकी एड़िया घिस गयी तुम्हारी परवरिश करते करते तुम्हें... Hindi · कविता 2 508 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read सन्नाटा रात । रात सन्नाटों से घिरा है लेकिन तुमको ख़बर तो होगी भी नही तुम सो कर ख़्वाब देखने वाले तन्हाई से बच जाते हो .. इक चांद अकेला होता है एक... Hindi · कविता 1 2 291 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read अंधेरी रात ये अंधेरी रात मुझें खूबसूरत क्यों लगती है क्योंकि ये वो रातें है जिसमें ना सिर्फ़ मैंने ख़ुद को जाना बल्कि तुम्हें भी जानने की कोशिश की । ये रात... Hindi · कविता 1 2 476 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read कविताएं नही लिखूं । कभी कभी सोचता हूं कविताएं नही लिखू लेकिन फिर कलम उसी ओर मुड़ जाती है सोचता हूं अब लिखू नही सिर्फ़ पढू उनकी कविताएं जिसने अपने प्रेम को कुर्बान करके... Hindi · कविता 1 2 342 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read कमरें की दीवारें । मेरे कमरे की दीवारें अब मुझें बखूबी पहचान गया है ये सारी रात मेरे पहरेदारी में खड़ा ही रहता है मेरे बाजू में और मैं जाग कर सिर्फ़ और सिर्फ... Hindi · कविता 1 2 307 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read इक रोज़ इक रोज़ हम सभी रुख्सत हो जाएंगे इस दुनिया से और बचेगी सिर्फ़ हमारी और तुम्हारी यादें । जैसे चाँद ने भी एक वादा किया था की आऊंगा तुम्हारे पास... Hindi · कविता 1 3 510 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read मैं तुझसे दूर । मैं तुझसे दूर कभी नही होना चाहता लेकिन तुम जो गयी हो दूर यहाँ से मुझें मालूम है जा न सकोगी क्योंकि तुम चल नही पाती हो अकेले सुनसान से... Hindi · कविता 1 2 550 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read ज़िन्दगी और प्रेम । अगर ज़िंदगी मे सब कुछ आसानी से मिल जाता तो तुम हमारे पास होती किसी को चाहना और उसे पा लेना इतना आसान नही होता । प्रेम में वादे आम... Hindi · कविता 1 2 517 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read छोड़ रहा हु । मैं भी अब पुराना हो रहा हु इस शहर के लिए यहा के गलियों के लिए मेरे कमरे में लगे खिड़कियों के लिए और सिर्फ़ नया हु तो वो सिर्फ़... Hindi · कविता 1 2 634 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read शाम सा ठहरा ही रहा । मैं कोई शाम सा ठहरा ही रहा तू वक़्त सी थी गुजर जो गयी मेरे दिल पर तुम्हारा ही तो पहरा ही रहा लबों से छू लू ऐसी कोई बात... Hindi · कविता 1 2 508 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read नाम करना है । मुझें बड़ा कोई नाम नही करना लेकिन उसका गुरुर तोड़ना है वो भले दुश्मनी कर ले मुझसे हमें उसे गले लगाकर रिश्ते जोड़ना है । अपनी दुनिया अलग ही रखता... Hindi · कविता 1 3 357 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read सीधा समझदार सा लड़का । मैं सीधा समझदार सा लड़का हु , तुम अल्हड़ सी लड़की हो । तुम इश्क़ की बातें करती हो , भला क्यू इन चक्कर मे पड़ती हो । हो जाओगी... Hindi · कविता 1 287 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read रात सर्द सी है । रात सर्द सी है ..जगा कर क्या करोगे चेहरा दिखा भी दो ...छिपा कर क्या करोगे तुम्हारे ख़त तो हमें मुहजबानी याद है अब भला इसे जला कर क्या करोगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 353 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read तुम सा कुछ है । तुम पास नही हो मग़र तुम सा कुछ है दूर रहकर भी मुझें वहम सा कुछ है तेरी यादों का इक पुलिंदा साथ रखता हूं मेरे छत के ऊपर आसमां... Hindi · कविता 1 4 545 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read सोचें या कहें । तुम्हें सोचे या गजलें कहे कोई मिसरा , विसरा शेर कहे कोई । दिल आजकल तन्हा रहता है इसमें आकर भी तो रहे कोई । दर्द बेहिसाब देते हो यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 282 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read शिकायतें मैं अपनी सारी रातें तुझपे कुर्बान कर दिया इश्क़ में ख़ुद को ही अंजान कर दिया । तुमसे मिलना महज़ कुदरत का करिश्मा था जान जान कहकर मुझें बेजान कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 378 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 4 min read बातचीत - पार्ट 1 (इस कहानी में बताए गए पात्र काल्पनिक है। ) 'आगे का कुछ सोचे हो' "अनवर ने मासूमियत से फ़ोन पर पूछ लिया" "इंदु" कुछ समय ख़ामोश रही और जवाब आया... Hindi · कहानी 2 533 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read निकल पड़े है । निकल पड़े है अब हम नंगे पांव शहर से दूर बच्चे बूढ़े सभी पूछ रहे कैसे चले पैदल हुज़ूर दो वक़्त रोटी के ख़ातिर निकले थे अपने कोठरी से बस... Hindi · कविता 1 245 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read सपने थोड़े ऊँचे है । मेरे सपने थोड़े ऊँचे है मुझें रास्ता ख़ुद बनाना है चाहें जमाना हँसे अभी मुझपर इक रोज़ उसे दिखाना है । शहर के लोगों को लगता हम अंधकार में जीते... Hindi · कविता 1 1 464 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read टपरी वाला चाय । टपरी वाली चाय । या यूं कह ले चाय एक मोहब्बत है हम लौंडो के लिए और लाज़िमी तो इतना कि भैया दिल दे बैठे हो जैसे । कभी कभी... Hindi · कहानी 2 396 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read तुम्हारा चेहरा । तुम्हारे चाँद से ये चेहरों पर , तेरी जुल्फों का जो पहरा है । मेरा इश्क़ इतना सच्चा है , जितना समंदर का पानी गहरा है । मैंने नजरें उठा... Hindi · कविता 1 2 550 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read गुमां है । उसे अपनी अदाकारी पे इतना गुमान है गर वो इंसान है तो क्यों नही इंसान है । हर कोई अपने दर्द लिए घूम रहा है यहाँ ये बस्तियां अब क्यों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 229 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read रमज़ान । मैं रोज़ा रहू और तुम्हारे साथ इफ्तारी हो जॉए काश नफरतें ख़त्म हो और अपनी यारी हो जाए । इक महीना ख़ुदा की इबादत में मशगूल हो जाओ ताकि अपनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 465 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read आख़िर क्या ? आज़ाद होते हुए क़ैद रहना ये एक संकेत है कि आपने कितनी सावधानी बरती है । हिंदी में आज़ाद का मतलब कुछ और भी कह सकते हो वही अंग्रेजी इसे... Hindi · कविता 1 1 395 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 2 min read क्योंकि मैं मज़दूर हु । हा मैं चलने को मजबूर हु क्योंकि मैं मजदूर हु । घर छोड़ कर गए थे पेट काटने को वापस जा रहा हु दुःख दर्द बाटने को चलते चलते पैर... Hindi · कविता 1 2 452 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 2 min read शायरी के गिरते स्तर । बीते कई दिनों से सोशल मीडिया पर कुछ शायरों पर सवाल उठाए जा रहे और यह लाज़िमी भी है । जिस तरह साहित्य और शायरी का स्तर गिरता जा रहा... Hindi · लेख 1 1 389 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read शायरी-ए-सियासत । रात काटते थे कभी अब इंतज़ार में बैठे है सुबह की धूप या यूं कहो बाग-ओ-बहार में बैठे है । जिन्हें सच को झूठ कहने का सलीका आ गया वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 296 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read बेबस बेटा । एक माँ दुनिया को छोड़ चली है अब एक बेटा इस बात से बेख़बर है यहाँ वो आंचल से खेलने में लगा है उसके इधर उस माँ की लाश जमीं... Hindi · कविता 1 1 413 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read नींद और ये रातें । सितारों से अपनी दोस्ती तो नही जो मुझें हर रात जगाए रखता है बेवज़ह ही हम लेटे हुए रहते है और मेरे आंख की नींदों को सुबह तक कमबख्त उड़ाए... Hindi · कविता 1 265 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read इक बार आ । ज़ख्म पे मरहम लगाने के लिए आ । फिर से इक बार लौट जाने के लिए आ । बड़ा मग़रूर हु मैं अपनी नींद में आजकल इक बार तू मेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 217 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 1 min read प्रेम की कविताएं । प्रेम पर लिखें गए कविताएं तब तक जीवित है जबतक हमारी आत्मा इस संसार में है । क्या किसी ने सोचा है कि सबसे पहले प्रेम किया किसने किसने इससे... Hindi · कविता 1 554 Share Anwer Haseeb 10 Jun 2020 · 2 min read हम बिहारी है । घर से मिलों दूर कई सालों से बसे है हम आंखों में कई सपने लेकर अकेले ही डटे है हम ये है बिहार की एक व्यथा जो हर घर की... Hindi · कविता 2 1 593 Share Anwer Haseeb 9 Feb 2020 · 1 min read मैं मुस्लिम वो हिन्दू । मैं मुस्लिम वो हिन्दू है तो भला क्या बात है इन सब के बीच मे आख़िर आता क्यों जात-पात है वो मुझमें मैं उसमें हु इक दूसरे के ख्यालों में... Hindi · कविता 5 251 Share Anwer Haseeb 29 Nov 2019 · 2 min read नारी का सम्मान । नारी का सम्मान नही है क्या ये देश का अपमान नही है यहाँ हर तरफ़ बलात्कारी है हर किसी मे ये बीमारी है कहते हो महिला सुरक्षा ज़रा देख तो... Hindi · कविता 2 309 Share Anwer Haseeb 19 Nov 2019 · 3 min read मर्दों वाली बात हर किसी के अंदर एक उभर रहा दर्द है । मैं जिसकी बात कर रहा हु वो एक मर्द है । कभी टूटे हुए क्या उसे किसी ने देखा है... Hindi · कविता 3 6 926 Share Anwer Haseeb 10 Oct 2019 · 1 min read गुजरे पल । याद करने के बहाने याद आते है तुझसे बिछड़ के अफ़साने याद आते है था वो दिन मेरा खुशियों से भरा अब ये सोच कर पुराने दिन याद आते है... Hindi · कविता 3 269 Share Anwer Haseeb 5 Sep 2019 · 1 min read शिक्षक दिवस । मैं राहों में हु ..मगर मंजिल वही दिखाता है । गिर भी जाऊ जमीं पे उठना वही सिखाता है । खुले आसमा में भले ही ख़ुद को बड़ा महसूस कर... Hindi · कविता 511 Share Anwer Haseeb 15 Aug 2019 · 1 min read हिन्दुस्तान रहने दो । गरीबों के चेहरे पर मुस्कान रहने दो , इस देश की मिट्टी को हिंदुस्तान रहने दो । आसमाँ में उड़ रहे है आज बेख़ौफ़ परिंदे वो आजाद है उन्हें आजाद... Hindi · कविता 301 Share Anwer Haseeb 14 Jul 2019 · 1 min read इतवार जैसी है । तेरी यादें भी बिल्कुल इस इतवार जैसी है ना चाह कर भी तुझे चाहना बेकार जैसी है । अब तो हर लफ्ज़ में तुम्हें ही समेटता हु मैं ये पहली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 475 Share Anwer Haseeb 16 Jun 2019 · 1 min read फादर्स डे । ज़िन्दगी में ख़ुद सारी मुश्किलें जो सहता है , एक पिता ही है जिनके अंदर ये सारा गुण रहता है । लाख मुश्किलें , परेशानियां आ जाए मगर .. फिर... Hindi · कविता 1 495 Share Anwer Haseeb 25 May 2019 · 1 min read बात तो होने दो । ज़िन्दगी कट जाएगी उससे बात तो होने दो वो ख़्वाबो में भी आएगी ज़रा रात तो होने दो । वो अब संवरती भी नही है शायद देर तक , चाँद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 389 Share Anwer Haseeb 12 May 2019 · 1 min read माँ मेरी हँसी तेरी ही पहचान सी होती है , तुम नही तो दुनिया ये अनजान सी होती है । हर एक माँ को सदा सलामत रखना ए मौला ये एक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 553 Share Anwer Haseeb 20 Mar 2019 · 1 min read होली -रंगों का त्योहार रंगों को मज़हब का नाम मत दो , नफरतों का यू तुम पैग़ाम मत दो । हम एक है हमें एक रंग में रंगने दो , ये भेदभाव का हमें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 575 Share Anwer Haseeb 22 Feb 2019 · 1 min read जिंदगी ज़िन्दगी को यू ही बेकार मत बनाइए , अपने ग़म को औरों को मत सुनाइए । है यहाँ सब अपने मतलब के ही यार आप भी अब थोड़ा मतलबी बन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 598 Share Anwer Haseeb 15 Jan 2019 · 1 min read हैं कोई मेरे ख्वाबों में आकर मेरी रात बिगाड़ता है कोई , आँखों में आँख डाल कर जैसे निहारता है कोई । मैं जब भी तेरे पास आता हूं ...ऐसा लगता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 403 Share Anwer Haseeb 1 Nov 2018 · 1 min read माँ आसमान भर अहसान कर भी कभी जताती नही , माँ रोती तो है मगर कभी बताती नही । वो सह भी ले कई तकलीफे लेकिन ज़िन्दगी में कभी ये जताती... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 43 820 Share Anwer Haseeb 4 Oct 2018 · 1 min read दास्तान-ए-मोहब्बत मैं कोई शाम सा ठहरा ही रहा , तू वक़्त सी थी गुजर जो गयी , मेरे दिल पर तुम्हारा ही तो पहरा ही रहा लबों से छू लू ऐसी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 419 Share Anwer Haseeb 2 Aug 2018 · 1 min read आजमाना आ गया ...!! खुद में खुद को आजमाना आ गया । रोज कुछ तरकीबें और कुछ बहाना आ गया । शायद अब तन्हां नही रहा मैं मेरे पीछे सारा जमाना आ गया ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 429 Share Page 1 Next