अनुराग दीक्षित Language: Hindi 234 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अनुराग दीक्षित 15 Nov 2020 · 1 min read तुम फिर आओ गिरधारी! हे मोहन मदन मुरारी, तुम फिर आओ गिरधारी दम्भी का दर्प मिटाया बन गोवर्धन गिरधारी हे मोर मुकुट सिर धारी मन भावे छवि तुम्हारी हे मोहन मदन मुरारी तुम फिर... Hindi · कविता 2 356 Share अनुराग दीक्षित 10 Sep 2020 · 1 min read हिन्द है अपना वतन हिन्दी हमारी शान। हिन्द है अपना वतन हिन्दी हमारी शान स्वर अनेकों बोलियों के बुलबुलों सी तान। सभ्यता जिसमें समन्वय है यही पहचान, जोड़ती सबको निरन्तर पूर्ण देती मान अब अखिल ब्रह्माण्ड में... Hindi · कविता 2 1 253 Share अनुराग दीक्षित 30 Aug 2020 · 1 min read मातृ-वन्दना । मातृ-वन्दना मां तेरे चरणों में मैं स्थान बनाने आया हूं, नहीं जानता पूजा विधि बस भाव समर्पण लाया हूं तेरी सेवा का वृत पाऊं वर दो कृपा द्रष्टि से मुझे... Hindi · कविता 1 1 243 Share अनुराग दीक्षित 30 Aug 2020 · 1 min read कतरा कतरा बिखर रहा था । उधर से होकर गुजर रहा था मैं कतरा कतरा बिखर रहा था । नहीं रहा है वो मिलना मुमकिन जो रोज का सिलसिला रहा था वो जाने कैसे करीब आया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 270 Share अनुराग दीक्षित 10 Aug 2020 · 1 min read हे कान्हा तुम फिर आना । हे कान्हा तुम फिर आना । वृन्दावन रास रचाना, हे कान्हा तुम फिर आना। तुम कदम्ब डाल छिप जाना और चुरा के माखन खाना गोपियन को खूब छकाना वंशी धुन... Hindi · कविता 4 1 297 Share अनुराग दीक्षित 5 Aug 2020 · 1 min read भारत नया बनायेंगे । भारत नया बनायेंगे हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे । नवयुग का निर्माण करेंगे नवप्रभात फिर लायेंगे बिगुल बजा दें हम सब मिलकर तिमिर चीर दिखलायेंगे हम... Hindi · कविता 2 2 402 Share अनुराग दीक्षित 5 Aug 2020 · 1 min read अवध में फिर से आये राम । अवध में फिर से आये राम । आज सब हर्षित हैं पुर ग्राम अवध में फिर से आये राम । रहे त्रेता में वनवासी, तो कलियुग में तम्बूवासी कभी निश्चर... Hindi · कविता 4 3 315 Share अनुराग दीक्षित 14 Jun 2020 · 1 min read बेसबब वफाओं के फूल क्यों खिलाते हो । बेसबब वफाओं के फूल क्यों खिलाते हो, बेवजह की बातों में वक्त क्यों गंवाते हो। साथ मेरे चलते हो, साथ मेरे आते हो, मेरी राह के कांटे बारहा हटाते हो... Hindi · कविता 2 4 556 Share अनुराग दीक्षित 10 May 2020 · 2 min read है सकल संसार मेरा माँ तुम्हारी गोद में । माँ है सकल संसार मेरा माँ तुम्हारी गोद में तृप्ति का सागर छुपा है, माँ तुम्हारी गोद में। घूम लूं मैं विश्व सारा या गगन में घूम आऊँ या कि... Hindi · कविता 5 7 284 Share अनुराग दीक्षित 5 May 2020 · 1 min read अनुपम उपहार । " ज्यों हो उपहार कोई अनुपम यूँ आन मिले मुझसे प्रियतम जीवन को नव आयाम मिले जैसे सीता को राम मिले हो पुण्य फलित दें अमित तोष मिल गये उमा... Hindi · कविता 4 3 572 Share अनुराग दीक्षित 5 May 2020 · 2 min read कोरोना की मधुशाला!! आज कोरोना काल के कठिन दौर में शराब के ठेके खुलते ही जो दृश्य देखने को मिला उसने लिखने के लिये प्रेरित किया कृपया कुछ पंक्तियाँ देखें और समीक्षा करें... Hindi · कविता 5 8 381 Share अनुराग दीक्षित 22 Mar 2020 · 1 min read मिलकर कदम बढ़ाना होगा। मिलकर कदम बढ़ाना होगा साथ सभी को आना होगा मिलकर कदम बढ़ाना होगा आज चुनौती वैश्विक आयी कोरोना महामारी लायी बहुत कठिन है ये कठिनाई धीरज धर्म निभाना होगा साथ... Hindi · कविता 1 1 276 Share अनुराग दीक्षित 20 Mar 2020 · 1 min read जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही! *जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही।* जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही खुद से अपने हाथ धोवें सबको समझावें सही ना छुयें चेहरा स्वयं का तय... Hindi · कविता 4 331 Share अनुराग दीक्षित 8 Mar 2020 · 1 min read होली खेल रहे बरसाने मेरे नटवर नन्द किशोर । होली खेल रहे बरसाने, मेरे नटवर नन्द किशोर । गोपी ग्वाल बाल सब नाचें धूम मची चहुँ ओर होली आई है कन्हाई नाचे मस्त मगन मन मोर होली खेल रहे... Hindi · गीत 1 1 537 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2020 · 1 min read नहीं भूल सकते हम ऐसे वीरों की कुर्बानी । *नहीं भूल सकते हम ऐसे वीरों की कुर्बानी* *धन्य धन्य हैं वीर प्रसूता धन्य अमर बलिदानी नहीं भूल सकते हम ऐसे वीरों की कुर्बानी* पुलवामा में दगा सैन्य वाहन विस्फोटक... Hindi · कविता 2 494 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read जख्म सीनें में दबाकर रखते हैं। जख्म सीनें में दबाकर रखते हैं। एक वो अहले सियासत हैं जो अपने खातिर, मजलूमों को भी हर रोज लड़ाकर रखते हैं, एक हम सारे दर्द सहकर भी, जख्म सीनें... Hindi · कविता 1 386 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read फकत उपदेश देने से । उपदेश फक़त उपदेश देने से कोई गुरु हो नहीं सकता, किताबें वाॅच कर केवल भला कुछ हो नही सकता। अमल करने से होता है सकल व्यवहार परिवर्तन जो खुद आदत... Hindi · कविता 1 376 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read अमर रहे गणतंत्र हमारा, लोकतंत्र का मान रहे। अमर रहे गणतंत्र हमारा, लोकतंत्र का मान रहे। हिल मिल रहें सभी जन अपने सत्य अहिंसा भान रहे न्याय मिले मजलूम निवल को शक्ति निहित संविधान रहे अमर रहे गणतंत्र... Hindi · कविता 1 238 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read माना डगर कठिन है चलना सतत मुसाफिर । माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर आयेगी पास मंजिल चलकर के खुद ही आखिर। तेरे साथ चांद तारे तेरे साथ ये जमीं है तुझे सब दिया खुदा नें तेरे... Hindi · कविता 1 415 Share अनुराग दीक्षित 12 Jan 2020 · 1 min read तुम्हें युग प्रवर्तक है शत शत नमन। युवा दिवस युवा शक्ति प्रेरक सकल कर्मयोगी तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन युवाशक्ति जागे कर्म पथ हो आगे सदा कर्म सिंचित हो अपना चमन रुको मत थको मत कभी... Hindi · कविता 2 3 408 Share अनुराग दीक्षित 11 Jan 2020 · 1 min read इंसानियत का रिश्ता होता है सबसे आला। इंसानियत का रिश्ता होता है सबसे आला इसे प्रेम ने है सींचा भावों ने इसको पाला । जीवन्त हों सभी जन, पावन सभी के हों मन गुरवत खतम करें मिल... Hindi · कविता 1 370 Share अनुराग दीक्षित 5 Jan 2020 · 1 min read वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर। वन में नाचे मोर सखी री मन में नाचे मोर । कैसे कहूँ सखी री मोरी जी में उठे हिलोर । गया जब से बेदर्दी मैं अपनी सुध बुध खोई... Hindi · कविता 1 1 666 Share अनुराग दीक्षित 4 Jan 2020 · 1 min read वन उपवन मृग भरें कुलांचें सुरभित मन्द समीर बहे। वन/उपवन वन उपवन मृग भरें कुलांचें , सुरभित मन्द समीर बहे। चहुँ दिश फूल खिलें मनभावन, प्रकृति छटा सर्वत्र रहे। घिरे घटा घनघोर घनेरी मगन मयूरा मस्त रहे वन उपवन... Hindi · कविता 2 435 Share अनुराग दीक्षित 3 Jan 2020 · 1 min read आवाज मुझे देकर जब चाहे बुला लेना । आवाज मुझे देकर जब चाहे बुला लेना। मेरी खामोशी को सुन अन्दाज़ लगा लेना मैं मूक प्रेम राही,मिलता हूं बिछुड़ता हूं कई बार झरोखे से तुम्हें देख मुकरता हूं तुम... Hindi · कविता 2 2 614 Share अनुराग दीक्षित 2 Jan 2020 · 1 min read मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी की जय बोल रे मनवा मिट्टी की जय बोल। मिट्टी है अनमोल धरा पर मिट्टी है अनमोल । सुन्दर उपज अन्न फल, जल पा मुख से फूटें बोल मिट्टी... Hindi · कविता 255 Share अनुराग दीक्षित 1 Jan 2020 · 1 min read नया साल शुभ हो । नया साल शुभ हो । सिहरती सिहरन को ठिठुरती ठिठुरन को उगते छुपते सूरज को कुम्हलाई आस को पपिहा की प्यास को नया साल शुभ हो। अनाथों के नाथ को... Hindi · कविता 546 Share अनुराग दीक्षित 1 Dec 2019 · 1 min read कब तक सहन करेंगे हम सब माँ बहनों का यूँ अपमान। कब तक सहन करेंगे हम सब माँ बहनों का यूँ अपमान। इन्सानी काया में छुपकर घात लगाता है शैतान सोच पाशविक, कलुषित मानस कौन सके इनको पहचान कब तक सहन... Hindi · कविता 2 501 Share अनुराग दीक्षित 14 Nov 2019 · 1 min read आओ हम सींचें फुलवारी ! आओ हम सींचें फुलवारी बाल वृन्द शिशु हर क्यारी। स्वास्थ्य शिक्षा पूरा पोषण मिल कर कर दें दूर प्रदूषण स्वच्छ वायु जल और सुरक्षा सबकी है जिम्मेदारी आओ हम सींचें... Hindi · कविता 239 Share अनुराग दीक्षित 3 Nov 2019 · 1 min read संवर रहा है अपना भारत। संवर रहा है अपना भारत। संवर रहा है अपना भारत कोटिक जन श्रंगार करें । सब मिल सृजन करें नित नूतन नव भारत निर्माण करें, खुशियाँ दें निवलों विकलों को... Hindi · कविता 250 Share अनुराग दीक्षित 28 Oct 2019 · 1 min read पग पग दीप करे उजियारा। पग पग दीप करे उजियारा, दूर तिमिर अज्ञान रहे कृपा करें माँ कमला सब पर भरा अन्न भंडार रहे पावन होवे मानस सबका निज मर्यादा मान रहे। पग पग दीप... Hindi · कविता 291 Share अनुराग दीक्षित 11 Oct 2019 · 1 min read तेरी एक नज़र तेरी एक अदा,दिल मेरा है तुझ पर फिदा। तेरी एक नजर तेरी एक अदा दिल मेरा है तुझ पर फिदा। तेरे रंग में एक नूर है तेरी चाल चढता सुरूर है तुझे सब मिला भरपूर है लगता कि... Hindi · कविता 465 Share अनुराग दीक्षित 6 Oct 2019 · 1 min read कब तक रावण का वध होगा। कब तक रावण का वध होगा कब तक सीता व्यथित रहेंगी। नवल रूप रच आज दशानन दसों दिशा में डोल रहा दानव दल फिर मानवता को कुचल उच्च स्वर बोल... Hindi · कविता 291 Share अनुराग दीक्षित 28 Sep 2019 · 1 min read हे पितर देव आशीष शीश पे धरिये। अभय दान दे गतिमय जीवन करिये हे पितर देव आशीष शीश पे धरिये। रक्त आपका दौड़ रहा रग- रग में पाथेय आपकी सीख बनी है मग में रोशन करती जो... Hindi · कविता 243 Share अनुराग दीक्षित 1 Sep 2019 · 1 min read हे गणराज पधारो । हे गणराज पधारो। जन जन के काज संवारो प्रभु हे गणराज पधारो । जग है माया का फेरा दुःख शोक मोह ने घेरा कर दो मानस उजियारो गणपति तुम एक... Hindi · कविता 1 235 Share अनुराग दीक्षित 25 Aug 2019 · 1 min read कृष्ण हमारे प्राण अधारे । कृष्ण हमारे प्राण अधारे । प्रेम को पाठ पढ़ाये महाप्रभु, सिगरी धरा तुम ओर निहारे माखन खाये चुराये नटे नित लीला ललित ललाम सचारे गोपी कहें चितचोर हैं कान्हां जू... Hindi · कविता 1 445 Share अनुराग दीक्षित 18 Aug 2019 · 1 min read देश की खातिर लुटाए जो जवानी। धन्य है जीवन उसी का प्रेरणा उसकी कहानी, देश की खातिर लुटाए जो जवानी। जो सतत आगे बढ़े आगे बढ़े बढ़ कर लड़े सिंह सी कर गर्जना रिपु भाल पर... Hindi · कविता 392 Share अनुराग दीक्षित 13 Aug 2019 · 1 min read सखी री मोरी मेहंदी है रंग लाई। सखी री मोरी मेहंदी है रंग लाई लाल लाल रंग रंगी हथेली प्रीतम के मन भाई । सुबह पहर से बैठ अंगनवा रुचि रुचि खूब लगाई प्रीत रंग मैं रंगी... Hindi · कविता 1 394 Share अनुराग दीक्षित 12 Aug 2019 · 1 min read बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी। बकरीद बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी। इठलाती बलखाती छुरिया गर्दन पे चल जाएगी कुर्बानी कुर्बानी देखो कुर्बानी ईद मुबारक ईद मुबारक जनता जनार्दन गायेगी बकरे की माई कब... Hindi · कविता 312 Share अनुराग दीक्षित 11 Aug 2019 · 1 min read भारत माँ मुस्काई है । *भारत माँ मुस्काई है ।* केसरिया घाटी महकी है स्वर्ग भूमि हर्षाई है ऋषि कश्यप की तपोभूमि पर राष्ट्र ध्वजा लहराई है *भारत माँ मुस्काई है ।* घाटी में मचते... Hindi · कविता 1 512 Share अनुराग दीक्षित 29 Jul 2019 · 1 min read सभी पर मातृभूमि का कर्ज निभायें हम सब अपना फर्ज । सभी पर मातृभूमि का कर्ज निभायें हम सब अपना फर्ज । रखें माँ मातृभूमि का मान रहे निज गौरव का अभिमान पूर्वजों का अपूर्व वलिदान यही है अपनी सबसे अर्ज... Hindi · कविता 1 515 Share अनुराग दीक्षित 28 Jul 2019 · 1 min read तेरी याद मुझको सताती बहुत है । तेरी याद मुझको सताती बहुत है । जलाती है पल पल विरह की अगन में जियूं कैसे तुम विन अकेले मगन मैं छोड़ दूँ क्यों न सब कुछ तुम्हारी लगन... Hindi · कविता 1 222 Share अनुराग दीक्षित 21 Jul 2019 · 1 min read झूला पड़ गयो अमवाॅ के डार जी। *झूला पड़ गयो अमवाॅ के डार जी।* संइया बिन मनवा संइया बिन मनवा संइया बिन मनवा न लागे हमार जी ए जी कोई ला दे बाकूं अम्बे कोई बुला दे... Hindi · कविता 1 456 Share अनुराग दीक्षित 14 Jul 2019 · 1 min read बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। रज कण से चहुँ दिश सोंधी सी गंध सुहाई दग्ध धरा प्रमुदित हो जैसे हो मुस्काई दादुर बोले मोर नचे चल दी पुरवाई काली... Hindi · कविता 1 394 Share अनुराग दीक्षित 7 Jul 2019 · 1 min read मेरे हमदम साथ निभाना । मेरे हमदम साथ निभाना मेरे प्रियतम हमराही बन, साथ हमारे चलते जाना मेरे हमदम साथ निभाना ।। तुम से ही सब सुख दुःख मेरा तुम से ही खुशियों का डेरा... Hindi · कविता 384 Share अनुराग दीक्षित 2 Jun 2019 · 1 min read मातु पिता जीवन निधि पावन । *मातु पिता जीवन निधि पावन* कोई कष्ट मिलै जबहीं जन कौ, लगै मातु पिता बस टेर मचावन नीको न लगै जग मैं कछु और लगे पितु मात के अंक निहारन... Hindi · कविता 401 Share अनुराग दीक्षित 26 May 2019 · 1 min read अरमानों की बात न पूछो । अरमानों की बात न पूछो । अरमानो की बात न पूछो जज़्बातों की बस्ती में हमने सौ सौ रंज उठाये हंसकर पूरी मस्ती में । जिसपे गुजरी वो ही जाने... Hindi · कविता 229 Share अनुराग दीक्षित 20 May 2019 · 1 min read राणा प्रताप जी के प्रति राणा प्रतापजीके प्रति मेवाड़ मुकुट क्षत्रिय गौरव, हे वीर शिरोमणि कुलभूषण साहस सम्बल प्रतिमूर्ति शिखर जयवंत कंवर के स्वाभिमान । तुम उदय सिंह के वीर पुत्र हल्दी घाटी के विजय... Hindi · कविता 350 Share अनुराग दीक्षित 20 May 2019 · 1 min read जय भारत जय भारती । जय भारत जय भारती । अमृत कलश घट पुष्प भर मातृभाषा को समर्पित है पटल निज सतत् शब्द समूह रच नित भाव विरचित आरती । जय भारत जय भारती ।... Hindi · कविता 1 641 Share अनुराग दीक्षित 5 May 2019 · 1 min read पग पग पर साथ मिला तेरा । पग पग पर साथ मिला तेरा । पग पग पर साथ मिला तेरा हर पल विश्वास मिला तेरा जीवन पथ सुगम हुआ मेरा सुखमय आधार मिला तेरा, यूँ ही मुस्काती... Hindi · कविता 288 Share अनुराग दीक्षित 5 May 2019 · 1 min read चिड़िया रानी आओ ना अपनी प्यास बुझाओ ना । चिड़िया रानी आओ ना अपनी प्यास बुझाओ ना । घूम-घूम कर दोपहरी में झुलस रहे हैं पंख तुम्हारे छत पर बैठ झरोखे में तुम थोड़ा तो सुस्ताओ ना चिड़िया रानी... Hindi · कविता 1 356 Share Previous Page 2 Next