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26 May 2019 · 1 min read

अरमानों की बात न पूछो ।

अरमानों की बात न पूछो ।

अरमानो की बात न पूछो
जज़्बातों की बस्ती में
हमने सौ सौ रंज उठाये
हंसकर पूरी मस्ती में ।

जिसपे गुजरी वो ही जाने
कुछ भी कहना मुश्किल है
एक भंवर ने नाव डुवो दी
छेद नहीं था कश्ती में ।

अरमानो की बात न पूछो
जज़्बातोंकी बस्ती में ******

एक शून्य का होता हरदम
केवल छोटा मान नहीं
छोटी चीज़ों से लग जाते
चार चाँद हैं हस्ती में ।

अरमानों की बात न पूछो
जज़्बातोंकी बस्ती में
**************

अनुराग दीक्षित

Language: Hindi
226 Views
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