डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Tag: Quote Writer 113 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 28 Oct 2025 · 1 min read छठ मैया का पूजन करें,श्रद्धा से जो भक्त। छठ मैया का पूजन करें,श्रद्धा से जो भक्त। मातु कृपा बरसे उचित, शोभित रहता वक्त।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव कानपुर नगर Quote Writer 77 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 15 Oct 2025 · 1 min read कुंडलियाँ कुंडलियाँ उत्तम भावों से भरा,करते हम जो काज। ईश कृपा उसमें बसे,सजता खुद सब साज। सजता खुद सब साज,विघ्न भी रहते दूरी। सारी इच्छा आस,समय से होती पूरी। कहे ओम... Quote Writer 58 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 14 Oct 2025 · 1 min read होते क्या परिवार ?? होते क्या परिवार ?? शिक्षा की नव नीति है,मुखरित हों संस्कार। समझें जानें लोग यह, होता क्या परिवार।। मातु पिता संतान ही, नहि होता परिवार। बाबा दादी अरु बुआ ,... Quote Writer 128 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 25 Jul 2025 · 1 min read धर्म कर्म अरु नीति सत,जीवन के शृंगार। धर्म कर्म अरु नीति सत,जीवन के शृंगार। इनको रक्षित जो रखे,पाए जीवन सार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 93 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 4 Jul 2025 · 1 min read शिक्षा के सत दीप से,होता तम का नाश। शिक्षा के सत दीप से,होता तम का नाश। जीवन सुरभित हो उठे,बढ़े आत्मविश्वास।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 148 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 3 Jul 2025 · 1 min read जय दुर्गा माता जय दुर्गा माता दुर्गा माता भाग्य विधाता,जग की पालनहार। द्वार खड़ा हूँ तेरे माता,विनय करो स्वीकार। उचित पंथ मुझको दिखलाओ, करूँ यथोचित कर्म, धन यश वैभव पाऊँ समुचित, सुखी रहे... Quote Writer 1 64 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 28 Jun 2025 · 1 min read दूषित भोजन से सोच भी दूषित होने लगती है। दूषित भोजन से सोच भी दूषित होने लगती है। शुद्ध भोजन श्रेष्ठ जीवन की आधारशिला है।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 71 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 19 Jun 2025 · 1 min read करे नित्य ही योग जो,रहता सदा निरोग। करे नित्य ही योग जो,रहता सदा निरोग। जीवन जीता प्रेम से,करके निज उद्योग। व्यर्थ अर्थ जाता नहीं,लक्ष्मी रहती साथ। ओम योग के सार को,समझो कर उपयोग।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव... Quote Writer 1 1k Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 12 Jun 2025 · 1 min read एक मुक्तक एक मुक्तक पति पत्नी के अतिशय अनुपम रिश्ते। आज जगत में कुछ हैं कैसे पिसते। दुश्मन बनते हैं एक दूसरे के । कर्म अनैतिक देखो कैसे करते।। डॉ ओम प्रकाश... Quote Writer 1 87 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 11 Jun 2025 · 1 min read कैसा आया यह समय,हुआ कलंकित प्यार। कैसा आया यह समय,हुआ कलंकित प्यार। निज स्वामी का कर हनन,बोले झूठ अपार।। कोई ड्रम में बन्द कर, मेटे सच्चा प्यार। खोई संस्कृति प्यार की,दूषित हुए विचार।। डॉ ओम प्रकाश... Quote Writer 1 89 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 10 Jun 2025 · 1 min read जीवन मानव का मिला,ईश्वर का उपहार। जीवन मानव का मिला,ईश्वर का उपहार। प्रेम भाव पालित करो,न्याय नीति व्यवहार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 67 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 8 Jun 2025 · 1 min read मानवता के धर्म की,बहुत बड़ी है शक्ति। मानवता के धर्म की,बहुत बड़ी है शक्ति। इसका पालन जो करे,नमन करे हर व्यक्ति।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 91 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 8 Jun 2025 · 1 min read जीवन रूपी नाव की,सत्य कर्म पतवार। जीवन रूपी नाव की,सत्य कर्म पतवार। डगमग होते कर्म जब,होता बंटाधार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 65 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 7 Jun 2025 · 1 min read सीधा अति होना बुरा,मानो इसको रोग। सीधा अति होना बुरा,मानो इसको रोग। चंचल होते लोग जो,करें सदा उपयोग।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 185 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 7 Jun 2025 · 1 min read प्रेम सदा ही चाहता,सत्य समर्पण त्याग। प्रेम सदा ही चाहता,सत्य समर्पण त्याग। समझें जो इस सार को, ज्ञानी वे अनुराग।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 186 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 7 Jun 2025 · 1 min read ज्ञान का इत्र पूरे समाज की दशा व दिशा बदलने की सामर्थ रखता ह ज्ञान का इत्र पूरे समाज की दशा व दिशा बदलने की सामर्थ रखता है।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 217 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 7 Jun 2025 · 1 min read क्रोध की अग्नि प्रेम को जलाकर राख कर देती है तथा द्वेष का बी क्रोध की अग्नि प्रेम को जलाकर राख कर देती है तथा द्वेष का बीज पालती है। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 111 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 7 Jun 2025 · 1 min read क्रोध वह अग्नि है जो प्रेम को जलाकर द्वेष का बीज पुष्पित करत क्रोध वह अग्नि है जो प्रेम को जलाकर द्वेष का बीज पुष्पित करती है।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 148 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 7 Jun 2025 · 1 min read माया होती अति बली,कहते रहते लोग। माया होती अति बली,कहते रहते लोग। माया के अति लोभ में,करें अथक उद्योग।। माया जीवन सार है,कहते रहते लोग। उचित कर्म को तज करें, माया हित उद्योग।। डॉ ओम प्रकाश... Quote Writer 84 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 7 Jun 2025 · 1 min read व्यर्थ क्रोध घातक बहुत,तोड़े यह परिवार। व्यर्थ क्रोध घातक बहुत,तोड़े यह परिवार। सार समझ ले यह युवा, होवे जग उद्धार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 381 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 6 Jun 2025 · 1 min read कथनी करनी फर्क कर,करते जब हम कर्म। कथनी करनी फर्क कर,करते जब हम कर्म। अपयश मिलता है सदा,समझें हम यह मर्म।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम तिलसहरी Quote Writer 1 553 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 6 Jun 2025 · 1 min read SAVE WATER AND SAVE TREE SAVE WATER AND SAVE TREE LIVE LONG TENTION FREE. DR OM PRAKASH SHRIVASTAVA TILASAHARI Quote Writer 1 408 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 6 Jun 2025 · 1 min read आई शुभ एकादशी,करने जग उद्धार। आई शुभ एकादशी,करने जग उद्धार। पूजन करिए भाव से,रख मधुरिम व्यवहार। संकट सारे ही मिटें,शुभता आए पास। पावन इस एकादशी,यही सत्य है सार।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 713 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 5 Jun 2025 · 1 min read मानव की सबसे बड़ी कमजोरी उसका लोभ व मोह होता है।। मानव की सबसे बड़ी कमजोरी उसका लोभ व मोह होता है।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 52 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 5 Jun 2025 · 1 min read केवल चर्चा नहीं प्रिय पर्यावरण दिवस मनाइए। केवल चर्चा नहीं प्रिय पर्यावरण दिवस मनाइए। सत्य भाव से कम से कम इक पेड़ तो लगाइए।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 123 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 4 Jun 2025 · 1 min read नाम श्याम का अति मधुर,देता बहु संदेश। नाम श्याम का अति मधुर,देता बहु संदेश। श्याम कर्म को मान ले,शोभित हो परिवेश।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 169 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 4 Jun 2025 · 1 min read ईश्वर के दरबार में,होते भक्त समान। ईश्वर के दरबार में,होते भक्त समान। धन यश वैभव अर्थ का,होता कब है स्थान।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 360 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 4 Jun 2025 · 1 min read प्रथम निमंत्रण आपको,श्री गणपति महराज। प्रथम निमंत्रण आपको,श्री गणपति महराज। कृपा आपकी नित मिले,सुफलित हो हर काज।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 414 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 3 Jun 2025 · 1 min read क्रोध अग्नि जिस उर में जलती। क्रोध अग्नि जिस उर में जलती। नफरत अतिशय खुद से पलती। कर्कश वाणी धूम मचाती। जो सबके ही उर को खलती।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 72 Share डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम 2 Jun 2025 · 1 min read प्रतिदिन घटते खेत अब,बनते नवल मकान। प्रतिदिन घटते खेत अब,बनते नवल मकान। आखिर किस पथ चल पड़ा,कलियुग का इंसान।। डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम Quote Writer 1 403 Share Page 1 Next