Mamta Singh Devaa Tag: लेख 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamta Singh Devaa 17 Jun 2021 · 1 min read " राजनीति बनाम वर्षों की दोस्ती गई भाड़ में " " रखिए दिल में हर अपने को प्यार से उसको न जाने दिजिये थोड़ी सी तकरार से " ज्यादातर हम सब फेसबुक पर वर्षों पुराने दोस्त हैं , सीनियर -... Hindi · लेख 1 439 Share Mamta Singh Devaa 16 Feb 2021 · 2 min read २०२० मेरी नज़र में / ' हौसला कम नही हुआ ' सबके लिए ये साल अलग हट कर था शायद मैं ही अकेली शख्स हूँ जिसको कोई ज्यादा फर्क नही महसूस हुआ सिवाय कोरोना का डर छोड़ कर । मैं बहुत... Hindi · लेख 1 4 287 Share Mamta Singh Devaa 16 Feb 2021 · 3 min read ' दिया तले अंधेरा ' / हसरत ' दिया तले अंधेरा ' लाखो बार कहा और सुना लेकिन ये मुहावरा खुद मैं बन जाऊँगीं सोचा न था....अपनी ' हालत ' बताती हूँ जी हाँ ' हालत '... Hindi · लेख 1 431 Share Mamta Singh Devaa 16 Feb 2021 · 3 min read ' सबसे अनोखी मैं ' 2020 के बारे में क्या कहूँ समझ नही आ रहा है लोगों के लिए बहुत अलग सा रहा पूरा साल लेकिन मेरे लिए बस थोड़ा सा अलग रहा । 3500... Hindi · लेख 1 2 215 Share Mamta Singh Devaa 18 Nov 2020 · 2 min read ' मन का तम और प्रज्वलित दीप ' ' मन '...हमारे शरीर का वह हिस्सा जिसके आगे दिमाग भी हार जाता है और जिसे हम अपनी अन्तरात्मा कहते हैं इसकी गति का अनुमान तक लगाया नही जा सकता... Hindi · लेख 400 Share Mamta Singh Devaa 28 Oct 2020 · 2 min read " डाक युग ".....हमारा भी एक समय था " डाक युग " वाकई डाक युग एक युग था और हम सबने वो युग बहुत प्यार , अपनेपन और बेसब्री से से उसको जीया है । वो एहसास जो... Hindi · लेख 411 Share Mamta Singh Devaa 28 Oct 2020 · 2 min read वर्तमान मेें कन्या पूजन की सार्थकता या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।। दुष्टों का संहार करने वाली मां दुर्गा के आह्वान के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है। राक्षस... Hindi · लेख 491 Share Mamta Singh Devaa 14 Sep 2020 · 3 min read " हिंदी को रुचिकर कैसे बनायें " हम सबके लिए विषय नया नही है हम सबने बचपन से घुट्टी के साथ हिंदी को भी पीया है लेकिन घुट्टी को तो स्वीकार लिया परंतु अपनी मातृभाषा हिंदी को... Hindi · लेख 1 2 436 Share Mamta Singh Devaa 24 Aug 2020 · 1 min read आवाहन... जब भी यशपाल जी की कहानी "पर्दा " पढ़ती थी तो मन अंत पढ़ने से डरता था ( आज भी लगता है ) कि कोई आ कर रोक ले उस... Hindi · लेख 1 395 Share Mamta Singh Devaa 14 Jul 2020 · 2 min read काशी - बनारस - वाराणसी काशी - बनारस - वाराणसी कुछ भी कह लो.......कभी इसको पृथ्वी से अलग माना गया कभी पृथ्वी की जान जो भी है सबके दिलों में बसता है बनारस .....जिसने भी... Hindi · लेख 2 4 580 Share Mamta Singh Devaa 29 Jun 2020 · 1 min read " सरयू नदी का अपवित्र व पवित्रीकरण " हम अपने आप को बीसवी सदी का कहते हैं ठीक है उसको मानते भी हैं लेकिन इसका मतलब ये नही की हमने किसी के भी अपवित्र व पवित्रीकरण की शक्ति... Hindi · लेख 4 493 Share Mamta Singh Devaa 29 Jun 2020 · 2 min read मोक्ष....मेरी नज़र में मोक्ष प्राप्ति के लिए किसी ख़ास शहर या मुक्ति भवन की दरकार क्यों ? मृत्यु के बाद की दुनिया किसने देखी है ? क्या सबूत है कि मंदिर में ज्यादा... Hindi · लेख 4 454 Share