मुक्तक
ख्वाबों की बात हो ना ख्यालों की बात हो,
मुफलिस की भूख उसके निवालों की बात हो,
अब बंद हो सब गुज़रे जमाने के तरीके
इस तीरगी में कुछ तो उजालों की बात हो
ख्वाबों की बात हो ना ख्यालों की बात हो,
मुफलिस की भूख उसके निवालों की बात हो,
अब बंद हो सब गुज़रे जमाने के तरीके
इस तीरगी में कुछ तो उजालों की बात हो