Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2017 · 1 min read

“रामराज “

रामराज (कुण्डलिया)

रावण का संहार कर, बुरे मिटा दो काम।
रामराज कायम करो, बनकर के तुम राम।
बनकर के तुम राम, गुरूर जरा तुम त्यागो।
झूठ द्वेष सब त्याग, सच की ओर तुम भागो।
कहे राम” कविराय, बनो सबके मनभावन।
रखो नेक व्यवहार, स्वयं मिट जाये रावण।

स्वरचित
रामप्रसाद लिल्हारे “मीना “

509 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

कष्ट का कारण
कष्ट का कारण
अवध किशोर 'अवधू'
आकांक्षा पत्रिका 2024 की समीक्षा
आकांक्षा पत्रिका 2024 की समीक्षा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वफ़ा की जंग मत करना. बहुत बेकार जाती है
वफ़ा की जंग मत करना. बहुत बेकार जाती है
Vishal Prajapati
बिना कुछ कहे .....
बिना कुछ कहे .....
sushil yadav
अश्कों की धार से
अश्कों की धार से
Mahesh Tiwari 'Ayan'
बच्चों की रेल
बच्चों की रेल
अरशद रसूल बदायूंनी
🥰🥰🥰
🥰🥰🥰
शेखर सिंह
प्रेम का मतलब
प्रेम का मतलब
लक्ष्मी सिंह
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
कवि रमेशराज
कैसी ये पीर है
कैसी ये पीर है
Dr fauzia Naseem shad
चिंतन...
चिंतन...
ओंकार मिश्र
दुनिया में आने में देरी
दुनिया में आने में देरी
Shekhar Chandra Mitra
चुनाव के बाद अयोध्या
चुनाव के बाद अयोध्या
Sudhir srivastava
क्या मजहब के इशारे का
क्या मजहब के इशारे का
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
😢न्याय का हथौड़ा😢
😢न्याय का हथौड़ा😢
*प्रणय प्रभात*
हँसना चाहता हूँ हँसाना चाहता हूँ  ,कुछ हास्य कविता गढ़ना चाहत
हँसना चाहता हूँ हँसाना चाहता हूँ ,कुछ हास्य कविता गढ़ना चाहत
DrLakshman Jha Parimal
यह जो तुम कानो मे खिचड़ी पकाते हो,
यह जो तुम कानो मे खिचड़ी पकाते हो,
अश्विनी (विप्र)
अमृता
अमृता
Rambali Mishra
*खजाने की गुप्त भाषा(कहानी)*
*खजाने की गुप्त भाषा(कहानी)*
Ravi Prakash
सबसे दूर जाकर
सबसे दूर जाकर
Chitra Bisht
"डार्विन ने लिखा था"
Dr. Kishan tandon kranti
कब तक कौन रहेगा साथी
कब तक कौन रहेगा साथी
Ramswaroop Dinkar
यदि जीवन में कठिनाई से बाहर निकलना है तो, होश के साथ संबंध ब
यदि जीवन में कठिनाई से बाहर निकलना है तो, होश के साथ संबंध ब
Ravikesh Jha
मां
मां
MEENU SHARMA
बेटा
बेटा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
4561.*पूर्णिका*
4561.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल _ करी इज़्ज़त बड़े छोटों की ,बस ईमानदारी से ।
ग़ज़ल _ करी इज़्ज़त बड़े छोटों की ,बस ईमानदारी से ।
Neelofar Khan
संवेदनाएं जिंदा रखो
संवेदनाएं जिंदा रखो
नेताम आर सी
संस्कारी लड़की
संस्कारी लड़की
Dr.Priya Soni Khare
प्रेम-कहानियां
प्रेम-कहानियां
पूर्वार्थ
Loading...