Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
4 Mar 2017 · 1 min read

II सबसे बड़ा है पैसा..II(कुंडलिया)

कुण्डलिया छंद —–

सबसे बड़ा है पैसा ,संबंधों को त्याग l
हम समझे मित्र हमारे ,चोर रहे दुरभाग ll

चोर रहे दुरभाग ,भाग तब कैसे जागे l
कष्टों का ही साथ ,खुशियां दूर ही भागे ll

अपने को भी बेच, दुनिया बाजार ऐसा l
आने दो आने भाव, इतना बड़ा ही पैसा ll

संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश l

Loading...