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22 Jun 2024 · 1 min read

घृणा

* घृणा (वर्ण पिरामिड)

हो
घृणा
पाप से
नैतिकता
हर क़ीमत
पर कायम हो
पंथ प्रिय शुचि हो।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

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