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9 Jan 2017 · 1 min read

बगावत है

212 1222 212 122

दूर दो दिलों का रहना ही तो बगावत है
साथ – साथ चलते रहने में ही तो बरकत है

साथ – साथ ही अब मिल कर रहे युवा दिल तो
प्यार अब न होगा फिर बेवफा वकालत है

एक दूसरे से हो गर खफा कभी प्रेमी
मामला सुलझ जाने को यही अदालत है

भूलना न अपनों को तुम सदा सदा को फिर
आज तो युवाओं को यह सही नसीहत है

भूलना न अपनों को तुम सदा सदा को फिर
आज तो युवाओं को यह सही नसीहत है

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