Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2016 · 1 min read

खूबसूरत धरा बना देंगे

खूबसूरत धरा बना देंगे
हम इसे पेड़ों से सजा देंगे

प्यार से देखभाल करके हम
कष्ट धरती के सब मिटा देंगे

फिर यहाँ चहचहायेंगे पंछी
फूलों से हम चमन खिला देंगे

घोलती विष जो हैं फिजाओं में
वो बुरी आदतें भुला देंगे

कीमती बूँद -बूँद है जल की
पाठ सबको ही को ये पढ़ा देंगे

‘अर्चना’ खाते हैं कसम अब हम
स्वर्ग अपना वतन बना देंगे
डॉ अर्चना गुप्ता

269 Views
Books from Dr Archana Gupta
View all

You may also like these posts

*रंगों का कारोबार*
*रंगों का कारोबार*
Shashank Mishra
- रिश्तो की कश्मकश -
- रिश्तो की कश्मकश -
bharat gehlot
दोहा पंचक. . . नववर्ष
दोहा पंचक. . . नववर्ष
sushil sarna
तेवरी’ का शिल्प ग़ज़ल का है ‘ + देवकीनन्दन ‘शांत’
तेवरी’ का शिल्प ग़ज़ल का है ‘ + देवकीनन्दन ‘शांत’
कवि रमेशराज
वृक्ष लगाना भी जरूरी है
वृक्ष लगाना भी जरूरी है
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
मेरा प्यारा राज्य...... उत्तर प्रदेश
Neeraj Agarwal
लड़ाई छल और हल की
लड़ाई छल और हल की
Khajan Singh Nain
जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल।
जीवन सुंदर खेल है, प्रेम लिए तू खेल।
आर.एस. 'प्रीतम'
*आजादी अक्षुण्ण हो, प्रभु जी दो वरदान (कुंडलिया)*
*आजादी अक्षुण्ण हो, प्रभु जी दो वरदान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बुलंदियों की हदों का भी मुख़्तसर सफर होगा।
बुलंदियों की हदों का भी मुख़्तसर सफर होगा।
Dr fauzia Naseem shad
मुक्तक 1
मुक्तक 1
Dr Archana Gupta
जीवन छोटा सा कविता
जीवन छोटा सा कविता
कार्तिक नितिन शर्मा
बुंदेली दोहा-नदारौ
बुंदेली दोहा-नदारौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*हर किसी के हाथ में अब आंच है*
*हर किसी के हाथ में अब आंच है*
sudhir kumar
*फागुन*
*फागुन*
Rambali Mishra
प्रिये
प्रिये
Johnny Ahmed 'क़ैस'
"तनाव में रिश्तों की डोरियां हैं ll
पूर्वार्थ
गंगा- सेवा के दस दिन (सातवां दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन (सातवां दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
इंसाफ : एक धोखा
इंसाफ : एक धोखा
ओनिका सेतिया 'अनु '
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
"मनाने की कोशिश में"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
Rj Anand Prajapati
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
अनजान राहों का सफर
अनजान राहों का सफर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
मुझे पता है तुम सुधर रहे हो।
मुझे पता है तुम सुधर रहे हो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
23/100.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/100.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ख्वाहिशें
ख्वाहिशें
Arun Prasad
#श्रद्धांजलि
#श्रद्धांजलि
*प्रणय*
विश्व की छवि प्यारी
विश्व की छवि प्यारी"
श्रीहर्ष आचार्य
Loading...