राजयोगमहागीता: गोकुलका धामप्यारा, नारायण- सतनाम: जितेंद्रकमलआनंद ( पोस्ट५८)
घनाक्षरी:::
———-गोकुल का धाम प्यारा , नारायण सतनाम
जिनका सच्चिदानंद घन नाम प्यारा है ।
चिन्मय कमल कर्णिका में जो निवास करें ,
परम पुरुष उन्हें वेदों ने उच्चारा है ।
नित्य ही किया है हमने जिनको समर्पण,
आज उन्हीं ब्रह्म को ही हमने पुकारा है ।
परम प्रिय सखा के गुण — गान गाते — गाते,
कमल आनंद मुख वही काव्यधारा है ।।घनाक्षरी।।
—— जितेन्द्र कमल आनंद