जहां बचपन बिताया था मुझे वो गांव लौटा दो,
जहां बचपन बिताया था मुझे वो गांव लौटा दो,
मुझे पीपल के पेड़ों की वो प्यारी छांव लौटा दो।
रखो दौलत जहां की और ये सारी ज़मीं रख लो,
मुझे बारिश का पानी और मेरी नाव लौटा दो।
अभिषेक सोनी “अभिमुख”
ललितपुर, उत्तर–प्रदेश