*सड़क किनारे पत्थर पर है, नेताजी का नाम (गीत)*
सड़क किनारे पत्थर पर है, नेताजी का नाम (गीत)
_________________________
सड़क किनारे पत्थर पर है, नेताजी का नाम
किसने प्रथा शुरू की है यह, शोध पत्र हो जारी
गली-महल्लों तक में दिखती, फैली यह बीमारी
गॉंव-शहर-कस्बों तक फैला, गर्व भरा यह काम
प्रबल अंधविश्वास चल रहा, लोग अमर हो जाते
सरकारी खर्चे से नेता, अफसर नाम लिखाते
नामकरण के यह पत्थर हैं, सब फिजूल व्यायाम
बड़ा सड़क से सदा नाम का, यह पत्थर कहलाता
अपना नाम देखता है जब, नेता है मुस्काता
पत्थर पर सदियों करते हैं, नेताजी आराम
सड़क किनारे पत्थर पर है, नेताजी का नाम
________________
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451