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19 Nov 2025 · 4 min read

रामपुर के रत्न भाग 2 (समीक्षक नवीन पांडेय पत्रकार)

रामपुर के रत्न भाग 2 (समीक्षक : नवीन पांडेय पत्रकार)
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विस्मित करता है रवि प्रकाश जी का लेखन
अद्भुत व संग्रह करने योग्य है पुस्तक “रामपुर के रत्न” भाग दो
रामपुर, कुछ चीजें आसान दिखती हैं पर होती नहीं! जिस शहर में हम पैदा हुए और पले- बढ़े। उसी शहर में से ऐसे व्यक्तियों को चुनना जिससे शहर को पहचान मिली हो या यूं कहिए कि जिन्होंने अपने पुरुषार्थ से एक अलग ही स्थान बनाया हो।ऐसे लोगों की शिनाख्त और फिर उन पर लिखना, आसान कार्य नहीं है। उनके कृतित्व पर जानकारी को जमा करना, उनके फोटो, प्रमाण आदि कितनी ही चीजें एकत्र करना। इन सब दुश्वारियों से दो चार होते हुए सभी पर लिखना और उसे पुस्तक के रूप में पाठकों तक पहुँचा देना कितना कठिन है जिसे पूरी तरह बयां ही नहीं किया जा सकता। बावजूद इसके इस कार्य को अंजाम दिया है लेखक रवि प्रकाश जी ने।
छोटे से इस शहर का हर व्यक्ति जो साहित्य, कला, संस्कृति व शिक्षा से जुड़ा है, वह रवि जी को जानता ही है और जो एक बार आपसे मिल ले तो आपकी विनम्रता का कायल हो ही जाता है तो आज की पोस्ट रवि जी के नाम।
सम्पन्न परिवार और प्रतिष्ठित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से विधि स्नातक श्री रवि प्रकाश जी शहर के एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो तमाम व्यस्तताओं के बीच हिन्दी साहित्य की सेवा के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं। उनका लेखन मुझे ही क्या अन्य पाठकों को भी विस्मित करता है। आपके साहित्यिक कृतित्व पर अलग से पोस्ट फिर कभी। फ़िलहाल, आपके नवीनतम शोध संग्रह “रामपुर के रत्न” भाग दो पर चर्चा कर ली जाये।
इस शोध संग्रह का विमोचन हुआ श्री राजकली देवी पुस्तकालय में, वो भी बड़े अनूठे अंदाज़ में। शोध संग्रह में जिन हस्तियों पर लेख हैं उनके परिवार के सदस्यों को न सिर्फ आमंत्रित किया बल्कि उनको सम्मानित भी किया गया। यह है रवि जी के संस्कार। यही है इस आयोजन पर पोस्ट लिखने का कारण जिन विभूतियों के परिजन सम्मानित किए गए उनमें कुछ की आँखें भर आईं तो कुछ बोल ही नहीं सके। शहर के सम्मानित लोगों के बीच इसका लोकार्पण किया मुरादाबाद के इतिहासकार/पत्रकार डॉ मनोज रस्तोगी ने।
इस संग्रह में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सुरेश राम, संगीतकार कवि आचार्य बृहस्पति, शिक्षाविद डॉ सुचेता गोइंदी, पद्म विभूषण उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान साहब, राष्ट्रवादी चिंतक पत्रकार रामरुप गुप्त, आधात्मिक विभूति मौलाना यूसुफ इस्लाही, सत्याग्रही भूकन शरण आर्य, राज ज्योतिषी/पुरोहित रियासत पंडित राम रतन शर्मा, कानूनविद व शायर रघुनंद किशोर शौक, पूर्व सांसद राजेन्द्र कुमार शर्मा, कवि भगवान स्वरूप सक्सेना मुसाफिर, इतिहासकार/कानूनविद शौकत अली खां, लेखक ब्रजराज शरण गुप्त, राजकवि रियासत राधा मोहन चतुर्वेदी, साहित्यकार लक्ष्मी प्रसाद जैन शाद, पूर्व मंत्री अख्तर अली खां, भजन गायक रवि देव रामायणी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम कुमार बजाज, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शम्भूनाथ साइकिल वाले, थियोसोफिकल सोसायटी रामपुर के पूर्व संचालक हरिओम अग्रवाल, समाजसेवी किशोरी लाल चांदी वाले, भूतपूर्व सैनिक शिवराज बहादुर सक्सेना, धर्मनिष्ठ लक्ष्मी नारायण अग्रवाल, कवि पत्रकार ओमकार शरण ओम, समाजसेवी लाला रामनाथ ठेकेदार, रियासतकालीन एमबीबीएस डॉ आरपी गोयल समेत 40 विभूतियों को शामिल किया है और उनके जीवन व कृतित्व पर रोशनी डाली है।
पृष्ठ 312 पर स्वतंत्रता आंदोलन में रामपुर निवासियों की भूमिका पर तो अलग से शोध हो सकता है। अंत में लेखक का परिचय दिया गया है जिसमें लेखक ने कितने परिश्रम से साहित्य की साधना की है, स्पष्ट होता है।
किताब की भूमिका में लेखक ने अपने भाव इस तरह प्रस्तुत किये है कि महापुरुषों के जीवन चरित्र लिखने से अधिक कल्याणकारी कार्य दूसरा नहीं हो सकता। महापुरुषों से सम्पर्क ईश्वर का वरदान होता है।वे अनायास हमारे जीवन में उपस्थित होते हैं और हमारी चेतना को उर्ध्वगामी बनाते हैं।वे साधारण वेश में होते हैं, लेकिन उनमें असाधारण प्रेरणायें निहित होती हैं। उल्लेखनीय है कि 7 नवम्बर 1986 को प्रसिद्ध साहित्यकार श्री विष्णु प्रभाकर द्वारा ही रामपुर पधारकर रामपुर के रत्न भाग एक का लोकार्पण किया गया था, जिसका चित्र भी पुस्तक में दिया गया है।
पुस्तक में जिन विभूतियों के चित्र दिये गए हैं, आपको उनको जानने का मौका मिलेगा। जो सज्जन शहर के इतिहास में रूचि रखते हैं और कुछ करना चाहते हैं, साथ ही युवा जो शहर पर कुछ लिखना या शोध करना चाहते हैं उनके लिए बहुत ही उपयोगी है ही। किस तरह शोध को अंजाम दिया जाता है। यह एक ऐसा दस्तावेज तैयार हुआ है जिसे आपके संग्रह में होना ही चाहिए। इसके लिए आप रवि प्रकाश जी की वॉल पर जाकर सम्पर्क कर सकते हैं।
अंत में रवि प्रकाश जी को साधुवाद कि आपने कितनी ही ऐसी जानकारी से रूबरू कराया जो पता ही नहीं थी। आपकी कलम इसी प्रकार चलती रहे और हम पाठक उसका लाभ उठाते रहे।इसी शुभकामनाओं के साथ जै जै🙏

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