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18 Aug 2024 · 1 min read

उथला स्थान

कुण्डलिया
विषय——उथला स्थान
बादल से बरसे सदा , जल सर्वत्र समान
वंचित जिसके लाभ से , है उथला स्थान
है उथला स्थान , नही पानी रख पाता
रुकते वर्षा मार – मार कर झख पछताता
रखकर निजमें दम्भ , गँवाया अवसर का पल
यह उस थल का दोष , करे इसमें क्या बादल

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