Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Aug 2024 · 1 min read

मेरी सुखनफहमी का तमाशा न बना ऐ ज़िंदगी,

मेरी सुखनफहमी का तमाशा न बना ऐ ज़िंदगी,
हम हर रोज़ तेरी जंजालों से यूं ही घिरे रहते हैं

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

141 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

लिखता हूं खत हर रोज तेरे अफसाने पर।
लिखता हूं खत हर रोज तेरे अफसाने पर।
Rj Anand Prajapati
जय जवान जय किसान
जय जवान जय किसान
Khajan Singh Nain
सब लोगो के लिए दिन में 24 घण्टे ही होते है
सब लोगो के लिए दिन में 24 घण्टे ही होते है
पूर्वार्थ
सफलता की ओर
सफलता की ओर
Vandna Thakur
फल खाएँगे (बाल कविता)
फल खाएँगे (बाल कविता)
Ravi Prakash
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"वक्त" भी बड़े ही कमाल
नेताम आर सी
गुलाबी स्त्रियां
गुलाबी स्त्रियां
Meenakshi Bhatnagar
गुपचुप-गुपचुप कुछ हुए,
गुपचुप-गुपचुप कुछ हुए,
sushil sarna
*आहा! आलू बड़े मजेदार*
*आहा! आलू बड़े मजेदार*
Dushyant Kumar
आइए सीखें व्यंजन वर्ण
आइए सीखें व्यंजन वर्ण
Jyoti Pathak
आज मन उदास है
आज मन उदास है
Shweta Soni
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
M
M
*प्रणय प्रभात*
"आईना "
Dr. Kishan tandon kranti
पुरानी पीढ़ी की चिंता
पुरानी पीढ़ी की चिंता
Praveen Bhardwaj
जश्न आजादी का ....!!!
जश्न आजादी का ....!!!
Kanchan Khanna
है बाकी मिलना लक्ष्य अभी तो नींद तुम्हे फिर आई क्यों ? दो कद
है बाकी मिलना लक्ष्य अभी तो नींद तुम्हे फिर आई क्यों ? दो कद
पूर्वार्थ देव
बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है।
बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है।
Neelam Sharma
स्त्री: : अनकही कहानी
स्त्री: : अनकही कहानी
Ami
ज़िन्दगी गुज़रने लगी है अब तो किश्तों पर साहब,
ज़िन्दगी गुज़रने लगी है अब तो किश्तों पर साहब,
Ranjeet kumar patre
My Precious Gems
My Precious Gems
Natasha Stephen
कवि परिचय
कवि परिचय
Rajesh Kumar Kaurav
अपने हर
अपने हर
Dr fauzia Naseem shad
डॉ अरूण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक 😚🤨
डॉ अरूण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक 😚🤨
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3518.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3518.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
मैं चट्टान हूँ खंडित नहीँ हो पाता हूँ।
मैं चट्टान हूँ खंडित नहीँ हो पाता हूँ।
manorath maharaj
बुंदेली दोहा-पीपर
बुंदेली दोहा-पीपर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...