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1 Oct 2025 · 1 min read

#आदरांजलि

#आदरांजलि
◆वृद्ध नहीं वृक्ष हैं◆
(विश्व वृद्धजन दिवस पर)
【प्रणय प्रभात】
“वृद्ध नहीं छतनार वृक्ष हैं, शीतल छाँव लुटाते हैं।
ये बुज़ुर्ग हैं मील के पत्थर, सच्ची राह दिखाते हैं।।
प्यार और आशीष हमेशा, हमने इनसे पाया है।
प्रकट करें आभार ये अवसर, आज हाथ में आया है।।
ऊंचाई पाता है वो, सम्मान करे जो सीढ़ी का।
वंदन-अभिनन्दन करते हैं, आज पुरानी पीढ़ी का।।”
शैशव से तरुणाई तक के पथदर्शी समस्त सम्मानित बुज़ुर्गों को दिवस-विशेष की हार्दिक शुभकामनाएं।।●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)

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