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14 Sep 2025 · 1 min read

कुण्डलिया

कुण्डलिया
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हिंदी अपनी शान है, हिंदी अपना मान।
हिंदी से ही जगत में, है अपनी पहचान।
है अपनी पहचान, गर्व इस पर जन-जन को।
हृदयांतर छू जात, प्रफुल्लित करती मन को।
इसका करहु प्रयोग, शौर्य माथे जस बिंदी।
राज रखो तुम याद, मातृ भाषा निज हिंदी।।
~ राजकुमार पाल (राज) ✍🏻
(स्वरचित सर्वाधिकार सुरक्षित)

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