दिन तो दिन मां तूने तो, रात भी अपने बार दिये।
दिन तो दिन मां तूने तो, रात भी अपने बार दिये।
ख़ुद सोई गिले में मां हमको बिस्तर साफ़ दिये।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
दिन तो दिन मां तूने तो, रात भी अपने बार दिये।
ख़ुद सोई गिले में मां हमको बिस्तर साफ़ दिये।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”