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4 Sep 2025 · 1 min read

शब्द विष भी अमृत भी

दिनांक: 4/09/2025

विषय: शब्द विष भी अमृत भी

शब्द विष भी अमृत भी ।
कभी देते ग़म , कभी देते खुशी ।
प्यार के शब्द, अमृत बरसाते ।
नफ़रत के शब्द, विष बन जाते ।
शब्द ही दिल को, देते ठंडक ।
शब्दों से ही , दिल जाता दहक ।
अच्छे शब्दों का, करें चुनाव ।
भागेगा, जीवन से तनाव ।
शब्दों में होती , अद्भुत ताकत ।
हारे को भी, देते हिम्मत ।
चाहो यदि,जीवन आसान ।
बोलो वो शब्द जो लायें ,
मुख पर मुस्कान !

श्रीमती प्रगति दत्त

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