कुण्डलिया
🙏
मानव जीवन
जीवन मानव का मिला, कर ले कुछ शुभ काम ।
वैतरणी तर जायगा, पाये प्रभु का धाम ।।
पाये प्रभु का धाम,कर्म कुछ नीके कर ले।
झोली खाली पड़ी, पुण्य से इसको भर ले।।
कहे ‘ज्योति’ समझाय जोड़ मत कोष अन्न – धन ।
जनहित के कर काम, सफल हो मानव जीवन ।।
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महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
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