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2 Jul 2025 · 1 min read

*सजी-धजी है गुड़िया रानी (बाल कविता)*

सजी-धजी है गुड़िया रानी (बाल कविता)
💐💐💐💐💐💐💐
सजी-धजी है गुड़िया रानी
पढ़ने में है बड़ी सयानी

विद्यालय जाते कब रोती
रोज रात को जल्दी सोती

सुबह दिखी बस्ता लटकाए
सेब एक बिस्कुट दो खाए
🍂🍂🍃🍃🍃🍃🍃
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज) रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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