और क्या चाहिए सरकारी नौकरी से तुझे
और क्या चाहिए सरकारी नौकरी से तुझे
डीये बढ़के ही मिलेगा छे महीने में तुझे
बस तू आता रहे ऑफिस बग़ैर नागा के
अपने कामों को बताए सभी से गा गा के
बात अफसर की काट देना न भूले से कभी
सीख ले रात को दिन कहने का अंदाज़ अभी
खुलेंगी तेरी तरक़्क़ी कि राह ऑफिस में
नाम तेरा सदा रहे शुमार गॉसिप में
दुखी ज़माना है तुझसे तेरी बला से रहे
फकत साहिब का करम तुझ पे सदा बरसा करे
इमेज ऐसी बना कि सब तेरे कामों से डरें
रायता ऐसा तू फैला कि समेटे न बने
मिलेगा गर न प्रमोशन एम ए सी पी ही सही
मेयार इससे भी नीचे तेरा गिरेगा नहीं
तवील सीटिंग से बढ़ जाएगी दिल की धड़कन
घुलेगी खून में चीनी जेहन मे कड़वा पन
इसलिए घूम फिर पहचान बढ़ा लोगो में
लीडरी सीख के फिर धाक जमा लोगो में
लोग मक्कारी से समझेंगे हुनर बाज़ तुझे
और क्या चाहिए सरकारी नौकरी से तुझे