Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
20 Jun 2025 · 1 min read

मेरी रचनाएँ

मेरी रचनाएँ- कविताएं-ग़ज़ले नही, मेरा ज़ुनून है!
क्योंकि सामजिक विषमताओं पर उबलता खून है!!

मेरी लेखनी के बाण, कभी किसी को भेदते है!
किसी को आह्लादित, किसी को भीतर छेड़ते है!!

मै सामाजिक सौहाद,समन्वय पर लिखता नही!
जीवन असत्य है, यह सत्य अब दीखता नही!!

प्रेम परिभाषा जिन्हे आती नही,प्रेम पर लिखते है!
वासना को परोसते है,तभी ऊँचे फ्रेम मे दिखते हैँ!!

पाप पुण्य की परिभाषा, नये सन्दर्भ मे बदल गई!
स्वार्थपरता! आज सुख के सांचे -ढांचे मे ढल गई!!

सत्य लिखने पर भी, कहाँ मुझे मिलता सुकून है?
सामजिक विषमताओं पर उबलता मेरा खून है!!

सर्वाधिकार, सुरछित मौलिक रचना
बोधिसत्व कस्तूरिया एडवोकेट, कवि पत्रकार
202,नीरव निकुंज, सिकंदराबाद आगरा, 282007
मो:9412443093

Loading...