Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
12 Jun 2025 · 1 min read

चामर छंद

🦚
चामर छंद – मापनीयुक्त वर्णिक
21 21 21 21 21 21 21 2
************************
मात शारदे हमें‌ अखंड ज्ञान दीजिये ।
एक बार देखिये कृपा अनूप कीजिये ।।
द्वार देख लो खड़े निहारते पुकारते ।
आपकी कृपा मिले न जंग भक्त हारते
।।
***
छंद का करो प्रदान ज्ञान मात शारदे ।
भाव गीत में भरो महान मात शारदे ।।
हों कवित्त गीतिका भरी हुई प्रवाह से ।
दूर लेखनी रहे सदैव मात डाह से ।।
***
श्याम के समान‌ कौन शाह बादशाह है ।
प्यार शाह का मिले सदैव एक चाह है ।।
ग्वाल बाल आपको यहाँ हरी पुकारते ।
दर्श दो हमें कृपालु राह हैं निहारते ।।
***
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा ।
***
🍃🍃🍃

Loading...