Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2025 · 1 min read

सफरनामा….

सफरनामा कुछ यूं रहा
कभी मैं सफर में
कभी सफर मुझ में रहा
हर मोड़ पर मिला कोई मुसाफिर मुझे हर मोड़ पर कोई ना कोई छूटता रहा
सुनहरी यादों के पलों को कैद कर सफर मेरा जारी रहा सफर मेरा जारी रहा
कदमों के निशा छोड़े हैं जिनको ढूंढना है ढूंढ ही लेगा मुझे
अब मैं तो कहीं रूकने से रहा
कही सुबह मखमली देखी इन आंखों ने कभी शाम का नजारा देखा
कभी तारे गिने रातों में तो कभी चांद से खुद को बातें करते देखा
सफरनामा कुछ यूं रहा
कभी मैं सफर में
कभी सफर मुझ में रहा
सुशील मिश्रा ‘क्षितिज राज’

36 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
View all

You may also like these posts

मिट्टी सा शरीर कल रहे या ना रहे जो भी खास काम है आज ही करलो
मिट्टी सा शरीर कल रहे या ना रहे जो भी खास काम है आज ही करलो
पूर्वार्थ
ज़ाम उल्फत के पिये भी खूब थे।
ज़ाम उल्फत के पिये भी खूब थे।
सत्य कुमार प्रेमी
बहशीपन की हद पार कर गया आदमी ,
बहशीपन की हद पार कर गया आदमी ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कुंभकार
कुंभकार
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
देखिए
देखिए "औरत चाहना" और "औरत को चाहना"
शेखर सिंह
जग की तारणहारी
जग की तारणहारी
Vibha Jain
देखो वो देश जलाकर
देखो वो देश जलाकर
योगी कवि मोनू राणा आर्य
प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
Surinder blackpen
मुझे मुहब्बत सिखाते जाते
मुझे मुहब्बत सिखाते जाते
Monika Arora
"स्टिंग ऑपरेशन"
Dr. Kishan tandon kranti
शिव जी प्रसंग
शिव जी प्रसंग
Er.Navaneet R Shandily
"बात अपनो से कर लिया कीजे।
*प्रणय प्रभात*
*कुछ संकलन*
*कुछ संकलन*
Ghanshyam Poddar
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
माँ शारदे कृपा कर दो
माँ शारदे कृपा कर दो
Sudhir srivastava
देर
देर
P S Dhami
तमाम उम्र जमीर ने झुकने नहीं दिया,
तमाम उम्र जमीर ने झुकने नहीं दिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"हमें चाहिए बस ऐसा व्यक्तित्व"
Ajit Kumar "Karn"
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
सत्य पर चलना बड़ा कठिन है
Udaya Narayan Singh
प्रेम महज
प्रेम महज
हिमांशु Kulshrestha
बचपन
बचपन
Ayushi Verma
कभी हसरतें थी कि, तेरे शहर में मेरा मकां होगा
कभी हसरतें थी कि, तेरे शहर में मेरा मकां होगा
Manisha Manjari
विषय जल बचाओ।
विषय जल बचाओ।
Priya princess panwar
एक ज़माना ...
एक ज़माना ...
Nitesh Shah
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
दोस्त कहता है मेरा खुद को तो
Seema gupta,Alwar
हर दिल में एक रावण
हर दिल में एक रावण
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
यौवन
यौवन
Ashwani Kumar Jaiswal
ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ ସହ ବଞ୍ଚନ୍ତୁ
ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ ସହ ବଞ୍ଚନ୍ତୁ
Otteri Selvakumar
शैव्या की सुनो पुकार🙏
शैव्या की सुनो पुकार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कट्टरपंथी ताकतें: शांति और समृद्धि के लिए खतरा - एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य
कट्टरपंथी ताकतें: शांति और समृद्धि के लिए खतरा - एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य
Shyam Sundar Subramanian
Loading...