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14 Mar 2025 · 1 min read

वो ऐसे टूट जाएगा ,ऐसा सोचा न था

वो ऐसे टूट जाएगा ,ऐसा सोचा न था
जख्म को यूँ छिपायेगा,ऐसा सोचा न था
दिखा रही दौलत भी अपना असली रंग
वो सुरज छिपना चाहेगा,ऐसा सोचा न था

@जितेन्द्र कुमार ‘सरकार’

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