हर किसी को हर किसी की जरूरत हैं

हर किसी को हर किसी की जरूरत हैं
बनानेवाला ख़ुदा भी हमारा मोहताज है
होने को तो हो सकता हैं कुछ भी
लेकिन शायद की भी कही ना कहीं गुंज़ाइश है।
हर किसी को हर किसी की जरूरत हैं
बनानेवाला ख़ुदा भी हमारा मोहताज है
होने को तो हो सकता हैं कुछ भी
लेकिन शायद की भी कही ना कहीं गुंज़ाइश है।