मेरी प्यारी माँ

शिशु को जन्म देकर,
बड़ा करती है माँ।
अच्छे संस्कार हमें,
सिखाती है माँ।।
बच्चों की प्रथम,
गुरु होती है मांँ।
फर्ज सारे बखूबी,
निभाती है मांँ।
बच्चे की ग़लती भी,
भुला देती है मांँ।
हर मुश्किल का हल,
निकाल लेती है माँ।।
जीवन के भंँवर में खुद,
माँझी बन जाती है मांँ।
बच्चों को भंँवर से भी,
निकाल लेती है मांँ।