चुनाव
चुनाव
खुद ल संवारना हे
कि जनता ल सुधारना हे
हे संगी करले चुनाव
एक ठन नाव म दूनो पांव
या दू नाव म एक एक ठन पांव ।
कभु नदी कभो पहाड़
अपन चुनावी क्षेत्र म शेर कस दहाड़
हार जीत लगे हे संगी
सबों मतदाता ल अपन जान।
मोर सहीनाव के बहुत
झन खड़े हे
जनता मन भ्रम म पड़े हे।
चिन्हा ल देख बटन ल दबा।
जादा माथा ल झन खपा।
संगी कर ले चुनाव
ये हे आखिरी दांव
अगले पंचवर्षी म टिकट नई पांव।
सही उम्मीदवार ल जूर मिल के जीताव।
रचनाकार
संतोष कुमार मिरी “कविराज”
रायपुर छत्तीसगढ़