हाय…! ये चाय की चुस्की.,

हाय…! ये चाय की चुस्की.,
दिल में उतर, आग लगा देती है,
•••❤️•••
जब स्पर्श होता औठों से ,
तो सारी गर्मी की तपन मिटा देती है।
✍️~ SPK Sachin Lodhi
हाय…! ये चाय की चुस्की.,
दिल में उतर, आग लगा देती है,
•••❤️•••
जब स्पर्श होता औठों से ,
तो सारी गर्मी की तपन मिटा देती है।
✍️~ SPK Sachin Lodhi