जब अपने ही लोग आपके तरक्की से जलने लगे तो ऐसे समाज में सिवाय
जब अपने ही लोग आपके तरक्की से जलने लगे तो ऐसे समाज में सिवाय हिंसा के कुछ नहीं हो सकता।
Rj Anand Prajapati
जब अपने ही लोग आपके तरक्की से जलने लगे तो ऐसे समाज में सिवाय हिंसा के कुछ नहीं हो सकता।
Rj Anand Prajapati