सर्दियों में सूरज की लालिमा जैसी मुस्कान है तेरी।
सर्दियों में सूरज की लालिमा जैसी मुस्कान है तेरी।
सही जाए न जुदाई न चाहिए एक पल की देरी।
मेरे लिए हो तुम इंद्रलोक की परी।
तू मेरी जान तू मेरी फुलझड़ी।
अंखियां तोहसे है जब से लड़ी।
तब से जुड़ी तेरे दिल से मेरे दिल की कड़ी
RJ Anand Prajapati