यारा, मैं नाचूँ झूम-झूमकर
(शेर)- सितारों से रोशन है महफ़िल, आज खुशी का है अवसर।
खिले हुए चेहरें हैं सबके, सब आये हैं सज धज कर।।
बजने दो डीजे और गाना, ताकि दिल यह हो जाये खुश।
रोको नहीं ऐसे अपना दिल, यह खुशी मनाये हम नचकर।।
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मेरा दिल कहता है यारा, मैं नाचूँ झूम-झूमकर।
मेरा दिल चाहता है, सँग मेरे तू नाचे झूम-झूमकर।।
ओ कुड़िये, आ नच ले, हम नाचे झूम- झूमकर।
ओ सोणिये, आ नच ले,हम नाचे झूम- झूमकर।।
मेरा दिल कहता है यारा———————-।।
रात कितनी सुहानी है, ठंडी- ठंडी चली है हवायें।
लगता है चेहरा तेरा चांद सा, मैंने फैला दी बाहें।।
मेरा मन करता है यारा, मैं नाचूँ यह बोलकर।
मेरा दिल चाहता है, सँग मेरे तू नाचे झूम-झूमकर।।
ओ कुड़िये, आ नच ले, हम नाचे झूम- झूमकर।
ओ सोणिये, आ नच ले, हम नाचे झूम- झूमकर।।
मेरा दिल कहता है यारा———————।।
महकी महकी कलियां है, लगे दुल्हन सी बगियाँ है।
कितनी रंगीन यह फिजां है, लहराती ये नदियां है।।
मेरा दिल करता है यारा, मैं नाचूँ इनके सँग झूमकर।
मेरा दिल चाहता है, सँग मेरे तू नाचे झूम-झूमकर।।
ओ कुड़िये, आ नच ले, हम नाचे झूम- झूमकर।
ओ सोणिये, आ नच ले, हम नाचे झूम- झूमकर।।
मेरा दिल कहता है यारा———————-।।
नहीं दूर तू ऐसे जा यारा, गा तू भी मेरे सँग- सँग।
छोड़ सारी तू दुनियादारी, बोल तू भी मेरे सँग-सँग।।
बजाओ ऐसा चंग-बाजा, कि नाचे सब झूमकर।
मेरा दिल चाहता है, सँग मेरे तू नाचे झूम-झूमकर।।
ओ कुड़िये, आ नच ले, हम नाचे झूम- झूमकर।
ओ सोणिये, आ नच ले, हम नाचे झूम- झूमकर।।
मेरा दिल कहता है यारा———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)