Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Dec 2024 · 1 min read

अपनों की चिंता करते करते,

अपनों की चिंता करते करते,
खुद को ही हम भूल गए।
फरमाइशें फिर भी पूरी न हुई,
सांस लेना भी हम भूल गए।
क्या गिला करें सांवरे तुझसे,
तूने तो दिया मुझको बहुत।
सूद खोर इस दुनिया में,
अपने ही सब वसूल गए।

श्याम सांवरा…

1 Like · 41 Views

You may also like these posts

देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
देखकर प्यार से मुस्कुराते रहो।
surenderpal vaidya
गुनाहों के देवता तो हो सकते हैं
गुनाहों के देवता तो हो सकते हैं
Dheeru bhai berang
विषय-संसार इक जाल।
विषय-संसार इक जाल।
Priya princess panwar
बारिश की बूँदें
बारिश की बूँदें
Smita Kumari
प्रकृति और पुरुष
प्रकृति और पुरुष
आशा शैली
!! दर्द भरी ख़बरें !!
!! दर्द भरी ख़बरें !!
Chunnu Lal Gupta
बीती ताहि बिसार दे आगे की सुधि लेई
बीती ताहि बिसार दे आगे की सुधि लेई
Neerja Sharma
मन मेरे तू, सावन-सा बन...
मन मेरे तू, सावन-सा बन...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सच्चे और ईमानदार लोगों को कभी ईमानदारी का सबुत नहीं देना पड़त
सच्चे और ईमानदार लोगों को कभी ईमानदारी का सबुत नहीं देना पड़त
Dr. Man Mohan Krishna
आज के दौर का अजब हाल है,रिश्तों का हर तरफ़ बवाल है।
आज के दौर का अजब हाल है,रिश्तों का हर तरफ़ बवाल है।
पूर्वार्थ
मां बाप
मां बाप
Mukesh Kumar Sonkar
बोगनविलिया
बोगनविलिया
Meenakshi Bhatnagar
जनवासा अब है कहाँ,अब है कहाँ बरात (कुंडलिया)
जनवासा अब है कहाँ,अब है कहाँ बरात (कुंडलिया)
Ravi Prakash
चाय
चाय
MEENU SHARMA
यार कहाँ से लाऊँ……
यार कहाँ से लाऊँ……
meenu yadav
"बात पते की"
Dr. Kishan tandon kranti
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
Rituraj shivem verma
#वी वाँट हिंदी
#वी वाँट हिंदी
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
दिल  से  टटोलिये , ज़रा अंदर भी झांकिए
दिल से टटोलिये , ज़रा अंदर भी झांकिए
Dr fauzia Naseem shad
3463🌷 *पूर्णिका* 🌷
3463🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
जो प्राप्त न हो
जो प्राप्त न हो
Sonam Puneet Dubey
Success rule
Success rule
Naresh Kumar Jangir
बीतते साल
बीतते साल
Lovi Mishra
कौन्तय
कौन्तय
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
shabina. Naaz
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
💐तेरे मेरे सन्देश-3💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"पेड़ पौधों की तरह मनुष्य की भी जड़ें होती हैं। पेड़- पौधों
इशरत हिदायत ख़ान
जिंदगी तुझे सुलझा लूंगा
जिंदगी तुझे सुलझा लूंगा
Anant Yadav
हजार मन में सवाल आते नहीं किसी का जवाब पाया।
हजार मन में सवाल आते नहीं किसी का जवाब पाया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
#विदाई_____
#विदाई_____
sheema anmol
Loading...