आज यानी 06 दिसंबर अर्थात 05 शताब्दीयो से भी ज्यादा लम्बे काल
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आजाद है सभी इस जहांँ में ,
विद्या का आलय:पी एम श्री केन्द्रीय विद्यालय धर्मशाला छावनी
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
इम्तहान दे कर थक गया , मैं इस जमाने को ,
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया…
खवाब है तेरे तु उनको सजालें
मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ
अभी एक बोर्ड पर लिखा हुआ देखा...
हिटलर ने भी माना सुभाष को महान
"कदम्ब की महिमा"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मृदा मात्र गुबार नहीं हूँ