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13 Dec 2024 · 1 min read

” यही तो वक्त है “

” यही तो वक्त है ”

बेमुराद स्याह रात ढलने का नाम नहीं लेती,
ऐ सूरज, यही तो वक्त है तेरे उदित होने का।

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