लड़के की मां के अपनी बेटी के प्रति प्रेम ,उसका अपने मायके मे
कुछ रिश्ते कांटों की तरह होते हैं
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दोनों की सोच का मरकज़ तो एक है
अपनी सरहदें जानते है आसमां और जमीन...!
अगर आपको सरकार के कार्य दिखाई नहीं दे रहे हैं तो हमसे सम्पर्
जहां सत्य है वहां पवित्रता है, प्रेम है, एक आत्मिक शांति और
जब ज्ञान स्वयं संपूर्णता से परिपूर्ण हो गया तो बुद्ध बन गये।
*कभी लगता है जैसे धर्म, सद्गुण का खजाना है (हिंदी गजल/गीतिका
बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं।